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मोहाली ब्लास्ट का 'मास्टरमाइंड' हरविंदर सिंह रिंदा कौन है?

हरविंदर सिंह चार आपराधिक मामलों में चंडीगढ़ पुलिस की वॉन्टेड सूची में है. इसमें हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी और आर्म्स एक्ट के मामले शामिल हैं. उसके खिलाफ ये केस 2016 से 2018 के बीच दर्ज हुए हैं.

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छानबीन में जुटी पंजाब पुलिस और हरविंदर सिंह रिंदा (दाएं) (फोटो- ट्विटर)

बीती 9 मई की शाम पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर में ब्लास्ट हुआ. पंजाब पुलिस ने इसे माइनर ब्लास्ट बताया. इसी कारण कोई हताहत नहीं हुआ. मोहाली के सेक्टर-77 में पुलिस की इंटेलिजेंस बिल्डिंग है. बिल्डिंग के तीसरे फ्लोर पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) से हमला किया गया था. घटना की जांच के दौरान पुलिस ने आरपीजी रॉकेट लॉन्चर को भी बरामद किया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामले में अब तक 20 लोगों को पकड़ा गया है. बताया गया है कि हमले के तार वांटेड गैंगस्टर हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा से जुड़ रहे हैं.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान रिंदा के एक सहयोगी का मोबाइल लोकेशन ब्लास्ट वाली जगह पर पाया गया. पुलिस अधिकारी ने कहा,

"संदिग्ध को पकड़ने के लिए टीम बनाई गई है. ये भी संदेह है कि रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड पाकिस्तान से तस्करी करके लाया गया था. क्योंकि रिंदा सीमा पार से हथियारों की तस्करी में शामिल रहा है."

कौन है हरविंद सिंह उर्फ रिंदा?

इंडिया टुडे से जुड़े मनजीत सहगल ने भी सूत्रों के हवाले से बताया है कि मोहाली ब्लास्ट के पीछे हरविंदर सिंह 'रिंदा' का नाम सामने आया है. वो फिलहाल कथित रूप से पाकिस्तान में रहता है. खालिस्तान आंदोलन को समर्थन करने वाला रिंदा ऐसी घटनाओं को अंजाम देने के लिए गैंगस्टर और अपराधियों को हायर करता रहा है. हालांकि ये पहली बार है जब कथित रूप से हरविंदर के हायर किए हुए अपराधियों ने इस तरह के ग्रेनेड का इस्तेमाल किया है.

हरविंदर सिंह चार आपराधिक मामलों में चंडीगढ़ पुलिस की वॉन्टेड सूची में है. इसमें हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी और आर्म्स एक्ट के मामले शामिल हैं. उसके खिलाफ ये केस 2016 से 2018 के बीच दर्ज हुए हैं. चंडीगढ़ के अलावा, रिंदा के खिलाफ पंजाब और महाराष्ट्र में भी एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं. 2014 में पटियाला सेंट्रल जेल के अधिकारियों पर उसने हमला किया था. उस पर अप्रैल 2017 में होशियारपुर के एक गांव के सरपंच की हत्या का भी आरोप है.

Mohali Attack
मोहाली ब्लास्ट में रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड का किया गया इस्तेमाल (फोटो- इंडिया टुडे)

 

रिंदा पंजाब के तरण तारण जिले का रहने वाला है. उम्र 35 साल है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, 11 साल की उम्र में रिंदा अपने परिवार के साथ महाराष्ट्र के नांदेड़ साहिब शिफ्ट हो गया था. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार रिंदा ने 18 साल की उम्र में पारिवारिक विवाद के कारण अपने एक रिश्तेदार की हत्या कर दी थी. नांदेड़ साहिब में उसने स्थानीय व्यापारियों से रंगदारी की और दो लोगों की हत्या भी कर दी. उसके खिलाफ वजीराबाद और विमनताल पुलिस स्टेशन में मर्डर और आर्म्स एक्ट जैसे मामलों में दो एफआईआर दर्ज की गईं.

रिंदा पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ने भी आया. इस दौरान छात्र राजनीति में काफी सक्रिय हुआ. और यहीं से अपनी आपराधिक गतिविधियों को फैलाने की शुरुआत की. चंडीगढ़ के एक पुलिस अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया,

"उसने छात्रों के प्रदर्शन में हिस्सा लेना शुरू कर दिया था. साल 2016 में उसने स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया (SOI) के नेताओं पर गोली चला दी थी. इसी दौरान उसने सेक्टर-11 पुलिस स्टेशन के एसएचओ नरिंदर पटियाल को भी जान से मारने की कोशिश की थी. यूनिवर्सिटी के गेट पर भीड़ के कारण ये साजिश नाकाम हो गई थी."

फरार होकर पहुंचा पाकिस्तान!

पंजाब यूनिवर्सिटी में फायरिंग की घटना के बाद रिंदा फरार रहने लगा था. चंडीगढ़ में मर्डर, रंगदारी और आर्म्स एक्ट के मामलों में हरविंदर सिंह के साथ दिलप्रीत सिंह बाबा और हरजिंदर सिंह भी शामिल रहे. हालांकि अप्रैल 2018 में मोहाली में प्रसिद्ध सिंगर परमीश वर्मा पर हुए हमले के बाद दिलप्रीत बाबा और रिंदा के रास्ते अलग हो गए.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरविंदर सिंह नेपाल के जरिये पाकिस्तान भाग गया. उसने इसके लिए फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल किया. आरोप है कि वो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेस इंटेलिजेंस यानी आईएसआई के संरक्षण में है. आरोप ये भी है कि वो इसी संरक्षण में पाकिस्तान से टेरर मॉडयूल ऑपरेट कर रहा है.

पंजाब पुलिस ने रिंदा को 2017 में पकड़ने की कोशिश की थी. उस समय वो बेंगलुरु के एक होटल में अपनी पत्नी के साथ था. पंजाब पुलिस ने बेंगलुरु पुलिस को इसकी जानकारी दी थी. हालांकि रिंदा होटल से भागने में सफल रहा. उसकी पत्नी को हिरासत में लिया गया था जो अब भी पुलिस के रडार में है.

कई साजिशों में नाम

रिंदा पहले भी पंजाब में अलग-अलग आतंकी साजिशों में शामिल रहा है. पिछले साल 7 नवंबर को नवांशहर में क्राइम इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी बिल्डिंग में हैंड-ग्रेनेड से हमला हुआ था. इसका आरोप भी रिंदा पर लगा था. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को जानकारी दी कि उन्हें 2-3 लाख रुपये एक आतंकी साजिश को अंजाम देने या हथियारों की सप्लाई के लिए दिए जाते हैं.

पिछले साल जून में पंजाब पुलिस ने खालिस्तानी समर्थक जगजीत सिंह को गिरफ्तार किया था. उसके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए थे. उसने भी रिंदा का नाम लिया था. वहीं दिसंबर 2021 में लुधियाना कोर्ट परिसर में हुए ब्लास्ट का आरोप भी रिंदा पर लगा था.

कुछ दिन पहले हरियाणा के करनाल में हथियार के साथ चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था. करनाल पुलिस ने बताया था कि 5 मई को इन संदिग्धों के पास से 7.5 किलोग्राम आरडीएक्स बरामद हुआ था. पुलिस ने बताया था कि ये चारों हरविंदर सिंह से जुड़े थे. रिंदा ने ही ड्रोन के जरिये पाकिस्तान से फिरोजपुर में हथियार भेजे थे.

Mohali Police
मोहाली में तलाशी के दौरान पुलिस (फोटो- @sasnagarpolice/Twitter)

 

इसके 5 दिन बाद मोहाली में इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर हमला हो गया. ये घटना ऐसे समय में हुई जब कुछ दिन पहले ही हिमाचल प्रदेश विधानसभा के गेट पर खालिस्तानी झंडे लगे होने की घटना सामने आई थी. ब्लास्ट के बाद पंजाब पुलिस ने अलर्ट जारी कर दिया. मोहाली पुलिस अब भी छानबीन में जुटी है. होटल, रेस्टोरेंट, मॉल से लेकर सभी नाकों पर पुलिस जांच कर रही है. पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा है कि जिसने भी पंजाब का माहौल खराब करने की कोशिश की है उसे बख़्शा नहीं जाएगा.

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