The Lallantop

इस शहर में एक ही बिल्डिंग में रहते हैं सब लोग, स्कूल, पुलिस, अस्पताल... सबकी व्यवस्था भी है

US Alaska Whittier City: आपको अगर एक शहर की कल्पना करने के लिए कहा जाए, तो आपके दिमाग में क्या आएगा? कम से कम दस-बारह घर, थोड़ा दूर एक स्कूल, कहीं एक हॉस्पिटल. लेकिन अलास्का में एक शहर (A city of one building) जो थोड़ा अलग है.

post-main-image
एक बिल्डिंग के इस शहर में लोग आए कैसे?

उत्तरी अमेरिका के भी उत्तर में है, संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) का एक राज्य. नाम है अलास्का (Alaska). इसकी कहानी भी अलग ही है. करीब 17 लाख वर्ग किलोमीटर का ये इलाका, ज्यादातर बर्फ से ढका रहता है. लेकिन ये वो बात नहीं है, जिसकी वजह से इसकी कहानी बाकी जगहों से अलग है. इसको अलग बनाने वाली बात है कि इसे साल 1867 में USA ने सोवियत संघ से खरीद लिया था. वो भी उस समय के हिसाब से 72 लाख डॉलर के बराबर कीमत के सोने के बदले. आज के हिसाब से रुपयों में बदलें तो, बहुत ज्यादा. 

सोने पे सुहागा

साल 1872 में यहां सोना भी खोज लिया गया. और फिर 1888 तक करीब 60 हजार लोग सोने की खोज में अलास्का जा पहुंचे. 

alaska
अलास्का को अमेरिका ने खरीद लिया था. (तस्वीर: विकीमीडिया)

बाद में भी लोग यहां आए गए. अमेरिका ने सेना के बेस वगैरा भी बनाए. लेकिन इस जगह में ये सब भी इतना खास नहीं है. जितना यहां मौजूद एक अनोखा, ‘शहर.’ जहां कभी सोना खोजने वाले अपना ठिकाना बनाया करते थे. शहर कहें, कस्बा कहें या ‘पुरवा’ अब ये समझना थोड़ा मुश्किल काम है.

क्योंकि छोटे शहर का नाम सुनकर आपके दिमाग में क्या आएगा? शोले जैसा कोई गांव होगा, एक पानी की टंकी होगी. एक स्टेशन होगा. एक ही ठाकुर होगा. और एक ही गब्बर, बस आदमी दो होंगे. 

खैर, एक छोटे शहर की ऐसी ही कुछ कल्पना आप करेंगे. लेकिन अलास्का में एक शहर है, जो एक बिल्डिंग का शहर है. या कहें इस शहर में रहने वाले सभी लोग एक ही बिल्डिंग में रहते हैं. 

गुलाबी-नीली सी बिल्डिंग

ये है अलास्का का व्हिट्टर (Whittier). जो व्हिट्टर ग्लेसियर के पास है. जिसका नाम अमेरिकी कवि जॉन ग्रीन लीफ व्हिट्टर के नाम पर रखा गया था. यही नाम बाद में इस शहर ने ले लिया. 

एक सुस्त जगह. पहाड़ों से घिरी हुई. बर्फ से ढकी हुई. 14 तल्ले की एक बिल्डिंग वाला शहर. और बस एक ही रिहायशी बिल्डिंग वाला, जिसका नाम है बेगिच टॉपर (Begich Tower). यहीं इस शहर के करीब 200 निवासी रहते हैं.

alaska one building town
इसी एक बिल्डिंग में रहते हैं सब (तस्वीर: विकीमीडिया)

दरअसल, यहां चलती हैं सर्द हवाएं, वो भी करीब 96 किलोमीटर प्रतिघंटा वाली. अब इतनी तेज़ और सर्द हवाएं हैं, तो कौन ही हिम्मत करेगा भला! अगल-अलग जगह जाने की. इसलिए यहां तोड़ निकाला गया कि एक ही बिल्डिंग में सब मामला फिट कर लेते हैं.

यहीं छोटा सा बाजार या कहें एक स्टोर है. यहीं छोटा सा क्लीनिक. अमेरिकी लेखिका एरिन शीहय और फोटोग्राफर रीड यंग, एक बार कैलिफोर्निया संडे मैग्जीन की एक रिपोर्ट के सिलसिले में व्हिट्टर टाउन पहुंचे थे.

जहां इन्होंने इस अनोखी जगह में रहने वाले लोगों की दिनचर्या पर नजर डाली. बताया जाता है कि बिल्डिंग में घुसते ही पोस्ट ऑफिस देखने मिलता है. वहीं हॉल के पास ही एक पुलिस स्टेशन भी है.

यानी रपट और तार सब का इंतजाम यहां किया गया है. यहां तक कि बेसमेंट में एक चर्च भी बनाया गया है. 

बताया जाता है, यहां के 200 निवासियों की 200 अगल-अलग वजहें हैं. जो इन्हें यहां तक लेकर आ गईं. कुछ कहते हैं- वो लोगों के ज्यादा करीब आने के लिए यहां आकर बसे. कुछ कहते हैं दुनिया से दूर रहने के लिए उन्होंने यह जगह चुनी.

लेकिन भले यहां रहने वाले लोग आराम से रह रहे हों, लेकिन यहां पहुंचना आराम का काम नहीं है. यंग बताते हैं कि यह ठीक-ठाक दुर्गम जगह है. साथ ही रात में यहां पहुंचने की टनल बंद कर दी जाती है.

बाकी जैसा कि हमने बताया कि यहां दुकान, बाजार जैसी चीजें हैं जहां लोगों के जरूरत की कुछ चीजें आराम से मिल जाती हैं. एक क्लीनिक है, उसे प्रॉपर हास्पिटल तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन छोटी स्वास्थ्य समस्याओं से निपटा जा सकता है.

कुल मिलाकर एक बड़ी आबादी वाले शहर की तुलना में तो ये सुविधाएं तो कम ही नजर आती हैं. लेकिन अमेरिकी राजधानी से कुछ 2300 किलोमीटर दूर इस टाउन में इतनी सुविधाएं लोगों के आम जीवन के लिए काफी बताई जाती हैं.

ये भी पढ़ें: ये बीच की उंगली दिखाना गाली कैसे बन गया?

कैसे बसा ये शहर?

दरअसल, दूसरे विश्व युद्ध के समय अमेरिकी सेना ने यहां एक मिलिटरी फैसेलटी बनाई थी. जिसमें एक बंदरगाह और रेलरोड भी शामिल थी. इसे कैंप सुल्लिवन (Camp Sullivan) नाम दिया गया, जहां अलास्का रेल रोड साल 1943 तक बनकर तैयार हो गया. यहां का बंदरगाह अमेरिकी सैनिकों के लिए अलास्का आने-जाने का ‘किवाड़’ बना.

whittier alaska
शहर के पास के बंदरगाह भी है (तस्वीर: विकीमीडिया)

तभी यहां दो बड़ी इमारतें बनाई गईं. एक थी हॉग बिल्डिंग (Hodge Building), जिसका नाम बदलकर बेगिच टॉवर रख दिया गया. एक और इमारत एक स्कूल की थी. जो मेन टॉवर से एक टनल के जरिए जोड़ा गया. तब यहां सिविल सर्वेंट और उनके परिवार वगैरा रुका करते थे. 

एक और इमारत थी जिसका नाम बकनर बिल्डिंग था. लेकिन वक्त के साथ वो खाली छोड़ दी गई.

इस शहर ने कुछ भूकंप भी देखे, बना-बिगड़ा. और फिर अब एक बिल्डिंग, एक छत के शहर के नाम से ये जाना जाता है. तो क्या आप कभी यहां जाना चाहेंगे?

वीडियो: तारीख: अमेरिका को ये राज्य बेचकर रूस पछता रहा है!