The Lallantop

अब से लल्लनटॉप न्यूज़ टीवी पर भी

दी लल्लनटॉप शो, 16 जुलाई से.

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दी लल्लनटॉप शो

लाइफ मेरी लल्लनटॉप. और अगर नहीं है, तो मैं फाइट मार रहा हूं. इसे लल्लनटॉप बनाने के लिए. मैं भारत हूं, जो इंडिया में अपनी जगह तलाश रहा हूं. मैं देस हूं, जिसे देश से मिलने में परहेज नहीं. मैं एड शिरीन भी सुनता हूं और गोविंदा भी. मैं सिलिकन वैली जाता हूं, मगर बचपन की वो थैली नहीं भूलता, जिसमें सब्ज़ी और दूध लाता था. मैं लल्लनटॉप हूं. मैं भदेस हूं. इन योर फेस हूं. मेरे लिए पॉलिटिक्स सिर्फ नेता जी का भाषण नहीं. और उसके चारों तरफ शोर मचाती डिबेट भी नहीं. मुझे समझनी है सरकार की नीयत. विपक्ष की रणनीति. और इन सबका जनता पर असल असर. मुझे देखनी हैं अच्छी फिल्में, फिर चाहे वह किसी भी भाषा में हों. मुझे पढ़ने हैं किस्से. क्रिकेट, सिनेमा और पॉलिटिक्स के. मुझे पसंद है ह्यूमर. क्योंकि जो कौम हंस नहीं सकती, सबसे पहले खुद पर. उसे रुलाने वाले सफल हो जाते हैं.

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इस फलसफे के साथ चली और सुपरहिट हुई वेबसाइट दी लल्लनटॉप के वीडियो आपने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर खूब देखे. कितने इसे यूं समझें. जून 2018 के महीने में 10 करोड़ 7 लाख लोगों ने लल्लनटॉप के वीडियो देखे. फेसबुक पर. यूट्यूब पर 5 करोड़ 25 लाख लोगों ने वीडियो देखे. और अब लल्लनटॉप का वीडियो अवतार टीवी भी देखेगा. क्योंकि 16 जुलाई से शुरू हो रहा है टीवी चैनल तेज पर दी लल्लनटॉप शो. इसे लेकर आ रहे हैं दी लल्लनटॉप के संपादक सौरभ द्विवेदी.

क्या होगा दी लल्लनटॉप शो में

सोमवार से शुक्रवार (टीवी की जुबान में कहें तो रोजाना) रात 9 बजे ये शो आएगा. इसमें आपको मिलेगी दिन की एक बड़ी खबर. चौकस और चौचक अंदाज में. एक जटिल मसला, जिसे सरल शब्दों में समझाया जाएगा. एक फर्जी खबर, जिसकी असलियत का खुलासा किया जाएगा. एक किस्सा, जो आपको याद रह जाएगा. और होगा पुराना म्यूजिक. ( हम नए हैं, तो हमारा पुराना 'साल था 1980' के बाद से शुरू माना जाए) इसके अलावा होगी खूब सारी बातचीत और वाकये. कभी व्यंग्य तो कभी किताबें. कभी साइंस, तो कभी अध्यात्म. मतलब रुई से लेकर सुई, सेक्स से लेकर सेटेलाइट तक और जनता से लेकर जनता के प्रधान सेवक तक. सब पर बात होगी. खरी खरी.