बैठकी के आज के एपिसोड में सुनिए फिल्ममेकर रमेश सिप्पी को. रमेश सिप्पी एक भारतीय फिल्म निर्देशक और निर्माता हैं, जो 1975 में रिलीज़ हुई अपनी प्रतिष्ठित फिल्म 'शोले के लिए जाने जाते हैं. आज़ादी से पहले के भारत में 23 जनवरी, 1947 को कराची (अब पाकिस्तान) में जन्मे सिप्पी एक प्रमुख फिल्मी परिवार से हैं. उनके पिता जी.पी. सिप्पी, एक प्रसिद्ध फिल्म निर्माता थे. रमेश सिप्पी ने 1960 के दशक में फिल्म उद्योग में अपना करियर शुरू किया और जल्द ही अपने निर्देशन कौशल के लिए पहचान हासिल कर ली. उन्होंने कई सफल फिल्मों का निर्देशन किया, जिनमें "सीता और गीता" (1972), "शक्ति" (1982), और "सागर" (1985) शामिल हैं. हालाँकि, यह "शोले" ही थी जिसने उन्हें अद्वितीय प्रसिद्धि दिलाई. यह फिल्म एक ग्रामीण भारतीय गांव में स्थापित एक महाकाव्य एक्शन-एडवेंचर है, जिसने कल्ट का दर्जा हासिल किया और इसे इसकी आकर्षक स्क्रीनप्ले, यादगार डायलाग और शानदार प्रदर्शन के लिए याद किया जाता है.
'शोले' नहीं 'शक्ति' है रमेश सिप्पी की पसंदीदा फिल्म: Ep 06
बैठकी के इस एपिसोड में आप सुनेंगे भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर फिल्म निर्देशक रमेश सिप्पी को. एपिसोड में रमेश सिप्पी शोले फिल्म बनाने से लेकर अपने फ़िल्मी करियर की शुरूआती दिनों की बात कर रहे हैं. जानिए शोले फिल्म की कास्टिंग के वक़्त 'गब्बर' के रोल के लिए धर्मेंद्र ने उनसे क्या कहा और 'वीरू' के किरदार के लिए रमेश सिप्पी ने धर्मेंद्र को क्या कह कर मनाया. जानिए उनकी बनाई पहली फिल्म को देख कर रमेश सिप्पी के पिता ने उनसे क्या कहा. सुनिए एपिसोड में की फिल्म 'सीता-गीता' के रोल के लिए वो हेमा मालिनी से पहले किसके पास गए थे. इसके अलावा एपिसोड में जानिए शोले जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म देने के बावजूद 1982 में आई 'शक्ति' उनकी सबसे पसंदीदा फिल्म क्यों है.
बैठकी के आज के एपिसोड में रमेश सिप्पी अपने फ़िल्मी करियर के शुरूआती दिनों को याद कर रहे हैं. सिप्पी की निर्देशन शैली की विशेषता उनकी फिल्मों में एक्शन, ड्रामा, रोमांस और कॉमेडी के तत्वों को शामिल करते हुए विभिन्न शैलियों को सहजता से मिश्रित करने की क्षमता थी. उन्होंने दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने के लिए नवीन तकनीकों और आकर्षक दृश्यों का उपयोग करते हुए कहानी कहने की गहरी समझ का प्रदर्शन किया. अपने पूरे करियर के दौरान, रमेश सिप्पी को भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कार मिले और उन्हें 2013 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक, पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था. वर्तमान में रमेश सिप्पी मीडिया एंड एंटरटेनमेंट स्किल्स काउंसिल (एमईएससी) के अध्यक्ष हैं.