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वो एक्ट्रेस जो अपने पार्टनर और खुद को मानती है 'आखिरी लिबरल कपल'

रत्ना पाठक का बर्थडे है आज.

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फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माय बुरका' के ट्रेलर में रत्ना पाठक.
रत्ना पाठक. वही 'साराभाई वर्सेज साराभाई' वाली माया मैडम. आपने अभी हाल ही में उन्हें देखा होगा, आने से पहले ही कंट्रोवर्सी में फंस गई फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माय बुरका' के ट्रेलर में. बॉलीवुड की DDLJ, कभी खुशी कभी गम जैसी ढेरों फिल्मों में जो दादी मां बनती थीं, उन्हीं दीना पाठक की बेटी हैं.  नसीरुद्दीन शाह इनके पति हैं. सुप्रिया पाठक इनकी बहन हैं. विवान और ईमाद इनके दो बेटे हैं. विवान, वही 'हैप्पी न्यू ईयर' वाला क्यूट हैकर. और ईमाद म्यूजीशियन हैं, एक्टिंग भी कर लेते हैं. 'धोबी घाट' में नजर आए थे.
'साराभाई वर्सेज साराभाई' की वापसी और 'लिपस्टिक अंडर माय बुरका' की रिलीज की खबरों के अलावा रत्ना पिछले साल भी सुर्खियों में थी. उस वक्त देश में टॉलेरेंस-इनटॉलेरेंस की बहस जोर-शोर से चल रही थी. लिबरल और कंजरवेटिव लोग अपनी अपनी दलीलें पेश कर रहे थे. लोगों की भावना ऐसे भड़क जा रही थी जैसे रूई के बोरे में आग भड़कती हो. इसी बीच रत्ना का 2014 में 'ओपेन मैग्जीन' को दिया गया इंटरव्यू वायरल हो रहा था. रत्ना के मुताबिक, वो और नसीर आखिरी लिबरल कपल हैं.
रत्ना हिंदू हैं और नसीर मुसलमान. लेकिन दोनों के बीच धर्म से जुड़े टैबू कभी दीवार बनकर नहीं आए. रत्ना उस इंटरव्यू में बताती हैं,
'लड़कियां करवाचौथ रखने के लिए मरी जा रही हैं. अरे हम लोग तो इन्हीं सब चीजों के लिए लड़ते आए हैं. (आगे नसीर जोड़ते हैं) 2-2 साल की बच्चियां हिजाब पहन रही हैं. मुसलमान लड़के अपनी दाढ़ी बढ़ा रहे हैं सिर्फ इसलिए ताकि उनकी पहचान जिंदा रहे. (अब रत्ना बोलती हैं) हम आज से बहुत, बहुत ज्यादा लिबरल समाज में रहते थे जिसमें सबकी अपनी-अपनी सोच होती थी. अभी क्या हो रहा है कि सब एक ही तरह की सोच रखना चाहते हैं. ये बहुत खतरनाक चीज है. हम सबके लिए.'
एक फंक्शन में नसीर संग रत्ना
एक फंक्शन में नसीर संग रत्ना

रत्ना 18 मार्च 1957 में पैदा हुई थीं. मुंबई में. घर में एक्टिंग का पूरा माहौल था. बड़ी होकर वो नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, दिल्ली गईं. 1983 में बड़े पर्दे पर नजर आईं. फिल्म 'मंडी' में. वो स्मिता पाटिल और शबाना आजमी वाली  'मंडी'. श्याम बेनेगल ने डायरेक्ट की थी. फिल्म में नसीर भी थे. मजे की बात ये है कि असल जिंदगी में इतने प्यारे कपल रत्ना और नसीर ने सिर्फ 4 फिल्मों में ही साथ काम किया है. एक तो 'मंडी', बाकी तीन और हैं- मिर्च मसाला, जाने तू या जाने ना, द कॉफीन मेकर. 'जाने तू या जाने ना' के लिए रत्ना को बेस्ट सपोर्टिंग रोल का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था. रत्ना को दो और फिल्मफेयर अवॉर्ड मिले हैं, गोलमाल 3 और कपूर एंड सन्स के लिए.
'साराभाई वर्सेज साराभाई' का एक सीन
'साराभाई वर्सेज साराभाई' का एक सीन

अब जाते-जाते बात हम सबके चहेते टीवी सीरियल 'साराभाई वर्सेज साराभाई' पर. ये सीरियल वापसी कर रहा है. और इस बार ऑनलाइन नजर आएगा. हॉटस्टार पर. रत्ना इस सीरियल में सास बनी थीं. इस सास का नाम था माया साराभाई. जब कोई हमारा कोई दोस्त हमें घुस-घुसके ताने मारता है तो हम बोलते हैं न कि 'सास' मत बन. बिल्कुल वैसी ही सास थी माया. खूब सुनाएगी लेकिन बहू से प्यार भी उतना ही करेगी. इस सास-बहू (माया-मोनिशा) की जोड़ी ने हमें खूब हंसाया था. अब वही जादू दोबारा  'साराभाई वर्सेज साराभाई' पार्ट-2 में देखने के लिए हम बेताब हैं.
और ये किसी ने रत्ना और नसीर की सपरिवार फोटोज मिलाकर स्लाइड शो बनाया है. इसे भी देखते जाओ. अपनी प्यारी सास माया साराभाई के नाम पर.
https://www.youtube.com/watch?v=Cc0ubFWscaM


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