# कहानी क्या है?
अब 'रनवे 34' का ट्रेलर आया है. फिल्म का बेसिक प्लॉट ये है कि पायलट विक्रांत खन्ना एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरते हैं. मगर रास्ते में कुछ ऐसी सिचुएशन बन जाती है कि उन्हें इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ती है. वो भी तब, जब उन्हें रनवे पर कुछ दिखाई नहीं दे रहा था. लैंडिंग सक्सेसफुल होती है और उस फ्लाइट में सवार 150 यात्रियों की जान बच जाती है. मगर विक्रांत को उनकी इस लापरवाह हरकत के लिए ट्रायल का सामना करना पड़ता है.
# कैसा है ट्रेलर?
ट्रेलर काफी ग्रिपिंग लग रहा है क्योंकि थ्रिलर वाले स्टाइल में काटा गया है. इंट्रेस्टिंग बात ये कि 'रनवे 34' का ट्रेलर तकरीबन सवा तीन मिनट लंबा है. जो कि मौजूद मानकों के हिसाब से काफी लंबा है. बावजूद इसके फिल्म की पूरी कहानी रिवील नहीं करता. ट्रेलर विज़ुअली भी अपीलिंग लग रहा है. अमिताभ बच्चन और अजय देवगन के फेस ऑफ वाले सीन्स भी दर्शक के तौर पर आपको एक्साइट करते हैं. ट्रेलर में हमें बताया जाता है कि ये फिल्म असल घटनाओं से प्रेरित है.
'रनवे 34' एक नहीं, दो असल घटनाओं की मिलाकर बनाई फिल्म लग रही है. पहली घटना है, अगस्त 2015 में हुई दोहा-कोच्ची फ्लाइट इंसीडेंट. और दूसरा, ढाका-काठमांडू प्लेन क्रैश. फिल्म में इन दोनों घटनाओं से कुछ-कुछ चीज़ें ली गई हैं. हम आपको ये दोनों घटनाएं संक्षेप में बताते हैं.
आप फिल्म का ट्रेलर यहां देख सकते हैं-
1) दोहा-कोच्ची फ्लाइट इंसीडेंट (अगस्त, 2015)
18 अगस्त, 2015 की सुबह 05:45 बजे दोहा से जेट एयरवेज़ की फ्लाइट 9W 555 को कोच्ची में लैंड करना था. इस फ्लाइट में क्रू समेत कुल 150 लोग सवार थे. पिछली रात केरल में हुई भारी बारिश की वजह से आसमान में घना कोहरा था. विज़िबलिटी इतनी कम थी कि फ्लाइट को कोच्ची एयरपोर्ट पर लैंड कराना संभव नहीं था. आधे घंटे तक कोच्ची एयरपोर्ट के ऊपर मंडराने के बाद पायलट ने फ्लाइट को त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट की ओर डाइवर्ट कर दिया. वहां भी विज़िबलिटी उतनी नहीं थी, जितनी फ्लाइट की लैंडिंग के लिए ज़रूरी होती है. पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल से कहा कि उनका फ्यूल खत्म हो रहा है. इसलिए विज़िबलिटी कम होने के बावजूद उन्हें इमरजेंसी लैंडिंग की परमिशन दी जाए. इसके बाद पायलट ने त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट के रनवे नंबर 14 पर लैंडिंग की तीन नाकाम कोशिशें कीं. मगर लैंडिंग की इन कोशिशों के चक्कर में उनका फ्यूल इतना कम हो गया कि कुछ न दिखने के बावजूद फ्लाइट को दूसरे एंड यानी रनवे नंबर 32 पर ब्लाइंड लैंड कराना पड़ा. इस दौरान पायलट ने Mayday कॉल भी कर दी थी. मेडे बिल्कुल इमरजेंसी कॉल होती है. मेडे कॉल के बाद पायलट ने लैंडिंग की चौथी कोशिश की. हालांकि इस लैंडिंग में किसी तरह का कोई ग्लिच नहीं आया. फ्लाइट में सवार सभी लोग सुरक्षित बाहर निकले.
मीडिया में तो इस चीज़ के लिए पायलट की खूब सराहना हुई कि उन्होंने 150 लोगों की जान बचाई. मगर इस लैंडिंग को डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन, शॉर्ट में बोले तो DGCA ने गंभीरता से लिया. उन्होंने इस मामले को उतनी ही तवज्जो दी, जितनी वो किसी प्लेन क्रैश की घटना को देते. DGCA का फोकस दो चीज़ों पर था. पहली चीज़ ये कि फ्लाइट में फ्यूल इतना कम क्यों था? और दूसरी, पायलट का घबराहट और लापरवाही भरा बर्ताव, जो उसने 150 सवारियों के साथ फ्लाइट को बिना विज़िबलिटी के लैंड करा दिया. इस घटना में गाज गिरी एयरलाइन और पायलट के ऊपर. कई रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया जाता है कि इस घटना के बाद उस पायलट को डिमोट करके को-पायलट बना दिया गया था.

फिल्म. 'रनवे 34' के ट्रेलर में ब्लाइंड लैंडिंग करने के लिए ट्रायल का सामना करता कैप्टन विक्रांत खन्ना.
'रनवे 34' के ट्रेलर में आपको ये चीज़ देखने को मिलती है कि फ्लाइट की ब्लाइंड लैंडिंग कराने के लिए कैप्टन विक्रांत को ट्रायल का सामना करना पड़ रहा है. फिल्म का नाम भी उसी रनवे के ऊपर रखा गया है, जहां फ्लाइट लैंड कराई गई थी. फिल्म में 'रनवे 32' को 'रनवे 34' कर दिया गया है. पहले इस फिल्म का नाम Mayday था.
2) ढाका-काठमांडू प्लेन क्रैश (मार्च 2018)
12 मार्च, 2018 को US-Bangla Airlines की फ्लाइट BS 211 ढाका से काठमांडू के लिए उड़ी. इस फ्लाइट में कुल 71 लोग सवार थे. मगर काठमांडू एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान ये फ्लाइट क्रैश हो गई. इस क्रैश में 71 में से 51 लोगों की मौत हो गई. इस क्रैश की खालिस वजह पायलट की लापरवाही मानी गई. क्योंकि वो एयरक्राफ्ट के अलर्ट्स पर ध्यान नहीं दे रहे थे. इस मामले की इनवेस्टिगेशन के बाद सिविल एविएशन अथॉरिटी ऑफ नेपाल ने एक रिपोर्ट ज़ारी की. इसमें बताया गया कि कैप्टन अबिद सुल्तान मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे. वो थकान और नींद की कमी का भी शिकार थे. इसलिए वो काफी डिस-ओरिएंट हो गए थे.
इसी रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि कॉकपिट वायस रिकॉर्डर (CVR) की मदद से पता चला कि कैप्टन सुल्तान पूरे रास्ते यंग फीमेल को-पायलट से बात करते हुए आ रहे थे. उस पायलट को उन्होंने खुद ट्रेन किया था. उस बातचीत का अधिकतर हिस्सा उनके निजी रिलेशनशिप के बारे में था. CVR में कैप्टन सुल्तान ये कहते सुने गए कि उस को-पायलट और उनके बीचे एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर की अफवाहें हैं. इसकी वजह से उन्हें एयरलाइन कंपनी से रिज़ाइन देना पड़ा. साथ ही उन्होंने रोते हुए ये भी कहा था कि अब उन्हें कहां नौकरी मिलेगी. इसी चिंता में वो रात भर सो नहीं पाए. इस प्लेन क्रैश का सीसीटीवी फुटेज आप नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं-
हालांकि सिविल एविएशन अथॉरिटी ऑफ नेपाल की फाइनल रिपोर्ट से पहले नेपाल के अखबार काठमांडू पोस्ट में एक खबर छपी. इस खबर में ये दावा किया गया कि कैप्टन अबिद सुल्तान ने कॉकपिट में एक के बाद एक कई सिगरेट पी. क्योंकि वो बहुत स्ट्रेस में थे. साथ ही लैंडिंग के दौरान उन्होंने कंट्रोल टावर से झूठ भी बोला. कुल मिलाकर वो बड़े अजीबोगरीब तरीके से बिहेव कर रहे थे.
ये वो दूसरी घटना है, जिसका ज़िक्र हमें 'रनवे 34' के ट्रेलर में देखने को मिलता है. इस ट्रेलर में सिगरेट बड़ी प्रमुखता से दिखलाई पड़ती है. एक सीन में आप अजय के किरदार विक्रांत को कॉकपिट में भी सिगरेट पीते देख सकते हैं. इसी आधार पर हम ये कह पा रहे हैं कि ये फिल्म दो असल घटनाओं को मिलाकर बनाई गई लगती है.

फिल्म 'रनवे 34' के एक सीन में कॉकपिट में सिगरेट पीता अजय देवनग का किरदार.
# स्टारकास्ट और डायरेक्शन
'रनवे 34' में अजय देवगन कैप्टन विक्रांत खन्ना का रोल कर रहे हैं, जो उस ब्लाइंड लैंडिंग के आरोपी हैं. उनकी को-पायलट के रोल में हैं रकुलप्रीत सिंह. एविएशन अथॉरिटी की तरफ से इस मामले की जांच करने वाले शख्स नारायण वेदांत का रोल किया है अमिताभ बच्चन ने. इन सबके अलावा फिल्म में बोमन ईरानी भी नज़र आते हैं.
'रनवे 34' को डायरेक्ट किया है अजय देवगन ने. इस फिल्म के प्रोड्यूसर भी वो खुद हैं. अजय ने 2008 में आई फिल्म 'यू मी और हम' से अपना डायरेक्शन करियर शुरू किया था. इसके बाद 2016 में उन्होंने 'शिवाय' डायरेक्ट की. अब उन्होंने 'रनवे 34' से बतौर डायरेक्टर वापसी की है. ये फिल्म ईद के मौके पर यानी 29 अप्रैल, 2022 को रिलीज़ होने जा रही है. इसी दिन टाइगर श्रॉफ की 'हीरोपंती 2' भी रिलीज़ के लिए शेड्यूल्ड है.