साल 2014-15 से लेकर 2021-22 तक केंद्र सरकार के 7 लाख 22 हज़ार 311 पदों पर नियुक्ति हुई. इन 7 लाख पदों के लिए 22 करोड़ युवाओं ने फॉर्म भरे थे. खैर, ये तो उन परीक्षाओं के आंकड़े हैं. जिनकी भर्ती की प्रक्रिया पूरी हो पाई. ज़्यादातर भर्ती प्रक्रियाएं ऐसी थीं जो शुरू तो हुई लेकिन पेपर लीक, सॉल्वर गैंग की घुसपैठ, या किसी और गड़बड़ के चलते पूरी न हो पाई. इस तर्क की पड़ताल भी होना ज़रूरी है, जिसमें कोई भी मुंह उठाकर कह देता है कि सरकार के पास नौकरी है कहां जो दे देगी. इसीलिए हम बात करने जा रहे हैं सरकारी नौकरियों की. विस्तार से समझते हैं-
रेलवे, पुलिस और शिक्षा विभाग में कितने पद खाली हैं?
भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के अधीन एक संस्था है. पे रिसर्च यूनिट. ये सालाना एक रिपोर्ट निकाला करती थी. “Annual report on salary and allowances”. जी हां निकाला करती थी क्योंकि साल 2021-22 के बाद से इस संस्था ने ये सालाना रिपोर्ट पब्लिश नहीं की है. क्यों नहीं की है, ये सरकार बहादुर जानते होंगे.
-देश में कितने सरकारी पद हैं?
-उस्मने से कितने पद खली पड़े हैं?
-राज्यों के लेवल पर सरकारी भारतियों का क्या हाल है?