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'कलकतिया राजा' से लेकर 'बंगाल वाली सवतनिया' तक, पवन सिंह के वो गाने जिन्होंने सियासी बवंडर ला दिया

Pawan Singh ने अपने गानों में Bengal की महिलाओं को काले जादू से जोड़ा है, उन पर सेक्सिस्ट कॉमेंट्स किए हैं और उन्होंने बंगाल की महिलाओं को सौतन कहके संबोधित किया है.

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पवन सिंह ने आसनसोल से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. (तस्वीर: इंडिया टुडे/X)

भाजपा जब लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election) के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी (BJP Candidates List) कर रही थी तब भोजपुरी एक्टर पवन सिंह (Pawan Singh) एक जिम में बैठे थे. अपने कुछ समर्थकों के साथ सिंह भाजपा के लिस्ट में शामिल उम्मीदवारों का नाम सुन रहे थे. तभी पश्चिम बंगाल की आसनसोल (Asansol) सीट से भाजपा ने उनके नाम की घोषणा की. सिंह और उनके समर्थकों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई. भोजपुरी एक्टर को वहां मौजूद लोगों ने गले लगाया और मिठाई खिलाई. सिंह ने भगवान की प्रतिमा के सामने माथा टेका. लेकिन इस घटनाक्रम में एक मोड़ आया.

सिंह ने सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट किया और आसनसोल से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया. उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को टैग करते हुए लिखा,

"किसी कारणवश आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा."

सिंह ने नाम वापस लेने का स्पष्ट कारण नहीं बताया. हालांकि, सिंह के नाम की घोषणा के बाद से ही ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी TMC के नेताओं ने सिंह और भाजपा को सवालों में घेरना शुरू कर दिया था. 

TMC नेता बाबुल सुप्रियो और सागरिका घोष ने पवन सिंह के पुराने गानों को लेकर सवाल उठाया. कहा कि सिंह ने अपने गानों में बंगाल और बंगाली महिलाओं का अपमान किया है. TMC राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने इस मामले को प्रधानमंत्री से जोड़ते हुए PM मोदी को ‘एंटी बंगाली’ बता दिया.

ऐसे में जब पवन सिंह ने चुनाव नहीं लड़ने का एलान किया तो TMC के नेताओं ने दावा किया कि उन्होंने ऐसा अपनी मर्जी से नहीं किया है. बल्कि भाजपा ने नाम वापस लेने के लिए सिंह पर दबाव बनाया था. क्योंकि उनके गानों को लेकर बंगाल में सिंह का विरोध होने लगा था.

बाबुल सुप्रियो ने तो उनके गानों के पोस्टर्स भी पोस्ट किए. 

वैसे पवन सिंह के कई ऐसे गानें हैं जिनमें महिलाओं को 'ऑब्जेक्टिफाई' किया गया है. लेकिन इस आर्टिकल में सिंह के उन गानों की बात करेंगे जिनके केंद्र में बंगाल या बंगाल की महिलाओं को रखा गया है.

ये भी पढ़ें: 'पवन सिंह पर टिकट वापस करने का दबाव...' विपक्ष के नेताओं ने क्या-क्या कहा?

बंगाल की औरतों को ‘काला जादू’ से जोड़ा

पवन सिंह का किरदार सामान पैक कर रहा है. गाने में उनके किरदार की पत्नी इस बात से परेशान नहीं हैं कि वो कमाने के लिए बाहर जा रहे हैं. वो परेशान है उस जगह को लेकर जहां सिंह कमाने जा रहे हैं. पवन सिंह की आवाज में गाने के बोल हैं-

"जनी जा कमाए कलकतिया राजा. मार ली सवतिया मतीया राजा."

मतलब है कि कलकत्ता (पश्चिम बंगाल की राजधानी) में कमाने मत जाइए. कारण कि वहां की महिलाएं (जिनको गाने में सौतन कहा गया है) 'मती मार लेंगी. ‘मती मार’ लेने को वश में करने के संदर्भ में इस्तेमाल किया गया है. इसी गाने में कुछ ऐसी पंक्तियां हैं जिसका मतलब है कि कलकत्ता कमाने जाने वाले लोगों को समाज ताना मारता है और उनकी ‘जात’ का नाश हो जाता है.

सितंबर 2023 में रिलीज हुए इस गाने पर खबर लिखे जाने तक 1 करोड़ 34 लाख से ज्यादा व्यूज हैं.

बंगाल से लियायेम सवतीन

इसी नाम से पवन सिंह का एक गाना यूट्यूब पर है. इस गाने में पवन सिंह की आवाज में एक महिला को इस बात की चेतावनी दी जा रही है. चेतावनी ये कि अगर उस महिला ने सिंह को चुम्मा नहीं दिया तो वो बंगाल से सौतन ले आएंगे.

गाने में महिला सिंह के किरदार को शराब की लत के कारण डांटती हैं. जिसपर सिंह गाते हैं,

"ऐसे बोलोगी तो गाल पर ऐसा चाटा मारूंगा कि दिवार से सट जाओगी."

इस गाने को मई 2023 में यूट्यूब पर डाला गया है जिसपर खबर लिखे जाने तक 1 करोड़ 68 लाख से ज्यादा व्यूज हैं.

‘बंगाल के पानी’ नाम से एक और गाना यूट्यूब पर है जिसमें गायक के तौर पर पवन सिंह का नाम है. हालांकि इस गाने में पवन सिंह दिख नहीं रहे. गाने के थंबनेल पर भी सिंह की तस्वीर लगी है. गाने के बोल हैं-

"राजा रात भर नचइबा नचनिया के त होई का हमार जवनिया के." इसी गाने में एक पंक्ति है- “कवन खास चीज बाटे बंगालिनिया में”. इसका अर्थ है कि अगर रात भर डांसर से डांस करवाओगे तो जवानी का क्या होगा. और अगली लाइन में पूछा गया है कि उस बंगाली औरत में आखिर ऐसा क्या खास है. कुल मिलाकर बंगाली महिला को इस गाने में ‘नचनिया’ कहा गया है.

ऐसे कई और भी गाने हैं जिसमें गायक के तौर पर पवन सिंह का नाम लिखा है और गाने के थंबनेल में उनकी तस्वीर भी लगी है. और गाने बंगाल की महिलाओं पर केंद्रित हैं. सारे गानों को सुनना और उनके बारे में लिखना संभव नहीं है. हालांकि, कुछ ऐसे गाने भी हैं जिनके नाम और थंबनेल बंगाल के इर्द गिर्द रखे गए हैं लेकिन गाने में बंगाल पर कुछ है ही नहीं. ऐसे गानों की भी भरमार है. ऐसा प्रतीत होता है कि व्यूज के लिए नाम और थंबनेल में बंगाल के नाम का इस्तेमाल किया गया है. ऐसे सारे गानों को सुनकर वेरिफाई करना भी संभव नहीं है. लेकिन इतना तो साफ है कि सिंह ने अपने गानों में बंगाली महिलाओं को 'ऑब्जेक्टिफाई' किया है.

वीडियो: पवन सिंह ने आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ने की क्या वजह बताई?