वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा किसी और का पक्ष रखने के लिए नहीं बल्कि खुद के लिए खटखटाया है. वकील खुद याचिकाकर्ता क्यों बने हुए हैं? असल में 1 जुलाई 2024 से भारत में नए क्रिमिनल कानून लागू हो गए हैं. वकीलों का कहना है कि इससे वकीलों के बीच कन्फ्यूजन और काम का बोझ बढ़ेगा. तो जानते हैं-
-इन कानूनों के लागू होने के बाद कानून व्यवस्था में क्या बड़े बदलाव होंगे?
-क्या है भारत में क्रिमिनल कानूनों और कानून व्यवस्था का इतिहास?
-और क्या देश में इतनी पर्याप्त मैन पावर है कि इसे पूरी तरह से लागू किया जा सके?