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क्या कहा रेलवे ने उस लेटर पर, जिस पर ABP माझा ने खबर चलाई और मुंबई में भीड़ जुट गई

ABP माझा के रिपोर्टर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

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रेलवे का लेटर (दाएं) जिसके आधार पर ABP मांझा ने खबर चलाई. (बाएं-खबर का स्क्रीनशॉर्ट)
14 अप्रैल. लॉकडाउन का 21वां दिन. मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर हज़ारों प्रवासी मजदूर जमा हो गए. ट्रेन में बैठकर अपने घर जाने के लिए. लेकिन लॉकडाउन में इतनी बड़ी भीड़ कैसे जमा हो गई. इसकी कई थ्योरीज़ चल रही हैं. बांद्रा स्टेशन पर जुटी भीड़ के मामले में मुंबई पुलिस ने क़रीब हज़ार लोगों के ख़िलाफ़ महामारी ऐक्ट के तहत मुक़दमा दर्ज किया है. एक और बात निकल कर सामने आ रही है. ABP यानी आनंद बाजार पत्रिका ग्रुप का एक मराठी चैनल है. ABP माझा. इस चैनल ने एक खबर चलाई. बताया कि जगह-जगह अटके हुए प्रवासी मजदूरों को लेकर जाने के लिए अलग-अलग डिविजन से ट्रेन चलने वाली है.
क्या था खबर में?. 
ये टीवी पर चली उस खबर का हिंदी ट्रांसलेशन है.
एंकर - जगह-जगह अटके हुए प्रवासी मजदूरों को लेकर जाने के लिए अलग-अलग डिविजन से ट्रेन चलने वाली हैं. हमारे रिपोर्टर राहुल कुलकर्णी से बात करते हैं.
रिपोर्टर - हमारे पास रेलवे विभाग के सूत्रों से मिला एक लेटर है. इसमें लिखा है कि हर रोज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा रेल मंत्रालय से अलग-अलग डिविजन के लोग संपर्क साध रहे हैं. कल भी एक ऐसी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हुई. उसके बाद कल शाम को ये लेटर जारी किया गया है. हर डिविजन में जितने प्रवासी मजदूर हैं, उनका डेटा दिया गया है. इन सब मजदूरों को अपने-अपने गांव भेजने के लिए जनसाधारण विशेष ट्रेन्स चलाई जाएंगी. अगर पीएम मोदी ने लॉकडाउन बढ़ाया, तो जो अलग-अलग शहरों में मजदूर अटके हुए हैं, उन्हें अपने गांव भेजने का मेगा प्लान भी अमल में लाया जाएगा.
वीडियो का स्क्रीनशॉर्ट वीडियो का स्क्रीनशॉर्ट

रिपोर्टर - इसके अलावा मेरे पास कुछ ब्यौरे हैं. ग्रीन सेक्टर की जो ट्रेने चलाई जानी हैं, उनके क्या-क्या डिटेल्स हैं वो सब उसमें दिए गए हैं. जैसे 55 साल के ऊपर के जो कर्मचारी हैं उन्हें कहां डिप्लोय करेंगे, किस काम पर लगाएंगे. टीसी की क्या भूमिका रहेगी ये सारे ब्योरे हैं. फिलहाल सबसे बड़ी न्यूज़ यही है कि जो अलग-अलग जगहों पर प्रवासी मजदूर अटके हुए हैं, उन्हें अपने-अपने गांव पहुंचाने के लिए जनसधारण नाम की ट्रेनें चलाई जाने वाली हैं. और कुछ डिटेल्स इकट्ठा किए जाएंगे कि किस-किस इलाके में कितने मजदूर हैं और उस हिसाब से फिर ये ट्रेंनें चलाई जाएंगी.
ABP माझा की वेबसाईट पर भी ये खबर पब्लिश हुई जिसमें लिखा था,
"इसके लिए हर तहसील ऑफिस से जानकारी इकट्ठी की गई है. मान लो लखनऊ जाने वाले मज़दूर हैं, तो वो जिस डिब्बे में होंगे उसमें बाहर से ताला लगा दिया जाएगा. जिसे सीधे लखनऊ में खोला जाएगा. खिड़कियां खुली होंगी, लेकिन अंदर से बाहर नहीं निकल पाएंगे."
बताया जा रहा है इस खबर के बाद अपने घर जाने के लिए प्रवासी मज़दूर बांद्रा स्टेशन पर जमा हो गए. जब चैनल पर आरोप लगे तो राहुल कुलकर्णी ने रेलवे का वो लेटर ट्वीट किया और लिखा,
"बहुत से लोगों ने मुझे ट्रोल करने का मौका लपक लिया. उनमें से कितने लोगों ने सुबह 9 बजे मैंने जो खबर दी थी वो देखी है पता नहीं. कब ट्रेन शुरू होगी ये हमने बताया था क्या? अब ये रेलवे का लेटर पढ़िए."
क्या था लेटर में?
ऑफिस ऑफ दी चीफ कमर्शियल मैनेजर (पैसेंजर मार्केटिंग) की ओर से ये लेटर जारी किया गया था. लेटर कुछ ऐसा था,
विषय - जनसाधारण स्पेशल ट्रेन्स संबंधित प्रस्ताव 
13.04.2020 को हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान ये फैसला हुआ कि फंसे हुए यात्रियों और प्रवासी मज़दूरों के लिए जनसाधारण स्पेशल चलाई जाएगी. इस संदर्भ में कुछ डिविजन्स को पहले ही डाटा दिया जा चुका है. सभी सीनियर डीसीएम से एक बार फिर अनुरोध है कि वो फंसे हुए यात्रियों और माइग्रेंट लेबर्स की संख्या का सूक्ष्मता से विश्लेषण करें और डाटा CCM\PM ऑफिस में जमा कर दें. प्रस्तावित ट्रेन्स के शुरूआती और अंतिम स्टेशन के बारे में साफ़ लिखते हुए. ताकि प्रपोज्ड ट्रेनें चलाई जा सकें.
इस लेटर पर ए. मलेश्वर राव डिप्टी चीफ कमर्शियल मैनेजर (PM) के साइन हैं.
रेलवे का क्या कहना है?
इस संबंध में रेलवे की ओर से बयान आया है. कहा गया,
वेब मीडिया के एक वर्ग ने गलत खबर चलाई कि दक्षिण मध्य रेलवे ने अलग-अलग जगहों पर फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों के लिए जनसधारण ट्रेन चलाने की योजना बना रहा है. ये खबर उस लेटर पर आधारित है जो इंटरनल कम्युनिकेशन के लिए कमर्शियल डिपार्टमेंट को भेजा गया था. इस संबंध में, यह स्पष्ट किया जाता है कि फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों के लिए कोई भी जनसधारण स्पेशल ट्रेन चलाने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है. बताए गए तथ्यों के मद्देनजर, प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया ध्यान दें. कृपया इस मामले पर कोई गलत खबर न चलाएं.
उधर एबीपी के रिपोर्टर राहुल कुलकर्णी के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. उन पर फेक न्यूज फैलाने का आरोप है. मुंबई पुलिस ने केस दर्ज कर पत्रकार को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया.


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