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G20 की सबसे तगड़ी सिक्योरिटी टीम HIT स्क्वाड, हर वक्त एक्टिव, पर दिखते नहीं, कैसे करते हैं काम?

Delhi G20 Summit में तैनात HIT स्क्वाड को मुंबई अटैक के बाद बनाया गया था. क्यों इनकी तैनाती की खबर बड़े-बड़े अधिकारियों को भी नहीं दी जाती?

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बंद इमारतों में हमलावरों से निपटने के लिए खास ट्रेनिंग की जरूरत होती है (फोटो सोर्स- ANI)

G20 Leaders Summit 9 और 10 सितंबर को दिल्ली (Delhi) में आयोजित होने वाली है. इसके लिए खासी तैयारियां की जा रही हैं. सबसे जरूरी है सुरक्षा व्यवस्था. इसी के मद्देनजर HIT Squad बनाया गया है. इसका काम और इसको सौंपे गए हथियार बेहद खास हैं. विस्तार से जानते हैं.

लोन वुल्फ अटैक. यानी पब्लिक प्लेस पर एक अकेले शख्स का किया हुआ हमला. ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स के मुताबिक, साल 2006 से अब तक अमेरिका में हुए आतंकी हमलों में 98 फीसद मौतों के जिम्मेदार अकेले हमलावर थे. ये सिर्फ एक देश का आंकड़ा है. दुनिया भर में हाई सिक्योरिटी में हमलावर झुंड में नहीं, अकेले आते हैं और हमले को अंजाम देते हैं. इसीलिए G20 समिट के दौरान दिल्ली के होटल्स की इमारतों की सुरक्षा के लिए HIT स्क्वाड तैनात किया गया है.

HIT माने हाउस इंटरवेंशन टीम. HIT स्क्वाड को मुंबई में हुए 26/11 के हमले के बाद बनाया गया था. घिरे हुए या बंद इलाके में या किसी इमारत में हमलावर के लिए खुद को छिपाना आसान होता है. हमले के वक्त ऐसी जगहों में रौशनी भी कम होती है या नहीं होती है. ऐसी जगहों पर खास तैयारी और ट्रेनिंग के साथ HIT टीम सुरक्षा का जिम्मा संभालती है.

अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक, दिल्ली के उन सभी होटलों में HIT की तैनाती की जाएगी, जहां विदेशी मेहमान रुकने वाले हैं. ये स्क्वाड बंधक बनने की स्थिति को टालने का काम करेगा. HIT में शामिल कमांडोज को शीर्ष अधिकारी सीधे कमांड देंगे और बड़े खतरे की स्थिति में इन्हें दुश्मन को मार गिराने का निर्देश होगा.

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कौन-कौन शामिल होगा?

HIT में NSG कमांडो और दिल्ली पुलिस के जवानों को शामिल किया गया है. इन जवानों को शहरी इलाके और इमारतों में दुश्मन से लड़ सकने की विशेषज्ञता है. अखबार से बात करते हुए एक अधिकारी ने बताया,

"इन कमांडोज को हाउस इंटरवेंशन (किसी इमारत में घुसकर दुश्मन से लड़ने) की ट्रेनिंग दी गई है. ये कमांडों आतंकवादियों को मार गिराने और बंधकों को छुड़ाने के लिए बंद इलाके पर धावा बोलते हैं."

अधिकारी ने ये भी बताया कि HIT के कमांडो स्पेशल वेपंस एंड टैक्टिक्स (SWAT) टीम से अलग हैं. ये कमांडों किसी को बंधक बना लेने की स्थिति या लोन वुल्फ अटैक से निपटने के लिए होटल्स के अंदर तैनात किए जाएंगे. जबकि SWAT टीम के जवानों को होटल्स के बाहर और दिल्ली की सड़कों पर किसी खतरे से निपटने के लिए तैयार किया गया है. HIT के कमांडो होटल के बीचों-बीच एक खास कमरे में रहेंगे. और इनके कमांडर को ही इनकी पोजीशन का पता होगा.

NSG कमांडो, बंद इमारतों में इस तरह ऑपरेट करते हैं (फोटो सोर्स- PTI)
HIT को खास हथियार दिए गए हैं

रिपोर्ट के मुताबिक, HIT स्क्वाड के पास इजरायल की Tavor TAR-21 असॉल्ट राइफल्स और अमेरिकन Glock 17 पिस्टल्स होंगी. कुछ जवानों के पास कॉर्नर शॉर्ट्स वाली Glock 17 पिस्टल होंगी. ताकि कम दूरी पर अलग-अलग एंगल से गोली चलाई जा सके.

HIT के अलावा G20 समिट के मेहमानों की सुरक्षा के लिए स्निफर डॉग्स तैनात किए गए हैं. दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर मेहमानों के होटल तक. कुत्तों के इस स्क्वाड का नाम है- K9. इस स्क्वाड के 69 कुत्ते बम या किसी भी तरह के विस्फोटक को सूंघने का काम करते हैं. इन्हें चप्पे-चप्पे पर तैनात किया गया है. इनमें कई नस्लों के कुत्ते हैं जैसे बेल्जियन मेलिनोइस, गोल्डन रिट्रीवर, लेब्राडोर, और अल्सेशियन. इन सभी को ITBP के कैंपों में 6 महीने से ज्यादा की ट्रेनिंग दी गई है.

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