तलाक क्या है? एक शादीशुदा जोड़े का कानूनी तौर पर अलग होना. तलाक क्यों होता है? इसकी वजहों की लिस्ट लंबी है. ये खबर उस तरफ जाने की है भी नहीं. यहां बात होने वाली है पक्षियों के 'तलाक' की. पढ़कर चौंक गए ना. हम भी चौंकिया गए थे. लेकिन एक रिसर्च में कहा गया है कि चिड़ियों में भी ‘तलाक’ होता है. रिसर्च में पक्षियों के नर-मादा के जोड़े के बीच अलगाव को यही शब्द, ‘तलाक’ दिया गया है. और कहा गया है कि चिड़ियों में तलाक के पीछे की वजहें बिल्कुल वैसी ही हैं जो इंसानों में होती हैं.
पक्षियों में भी होता है 'तलाक', वजहें बिल्कुल इंसानों जैसी, नरों में पार्टनर बदलने की फितरत
चिड़ियों के संबंधों पर हुई एक अंतरराष्ट्रीय स्टडी में बहुत दिलचस्प जानकारियां सामने आई हैं.
पता चला है कि इंसान ही नहीं अन्य जीव प्रजातियों में भी पार्टनर्स के बीच अलगाव होता है. हर प्रजाति में इस अलगाव के पीछे की वजहें अलग-अलग होती हैं. लेकिन चिड़ियों और इंसानों में अलगाव की कुछ वजहों में समानता देखी गईं है. ये पाया गया है कि चिड़िया (नर-मादा दोनों) अपने पार्टनर के साथ उसी तरह रिश्ता ख़त्म करते हैं जैसा इंसानों के तलाक में होता है.
ज्यादातर चिड़ियों को अपने 'मोनोगैमस सोशल मेटिंग सिस्टम' के लिए जाना जाता है. मोनोगैमी का अर्थ है- एक विवाह की प्रथा. पक्षियों को लेकर माना जाता है कि वे मोनोगैमस सिस्टम के तहत कम से कम एक ब्रीडिंग सीजन (अंडे देने का एक चक्र) के दौरान एक ही पार्टनर के साथ संबंध में रहते हैं. लेकिन इस नए रिसर्च में पाया गया है कि जिस तरह इंसानों में आस-पास के वातावरण या माहौल से होने वाले तनाव और सेक्स संबंधी असंतुष्टि/संघर्ष के चलते तलाक होते हैं, उसी तरह चिड़ियों में भी अपने पार्टनर से अलग होने के पीछे यही वजहें हो सकती हैं.
ये स्टडी छपी है जर्नल प्रोसीडिंग्स ऑफ द रॉयल सोसाइटी में. इसमें चीन और जर्मनी के वैज्ञानिकों ने चिड़ियों की 186 प्रजातियों (Avian Species) में तलाक की दर पर पहले के छपे एक डाटा पर शोध किया है. और उन मूलभूत कारणों को समझने की कोशिश की है, जो चिड़ियों की इन प्रजातियों में तलाक की दर को प्रभावित करते हैं. बहस इन्हीं कारणों पर है.
वैज्ञानिकों ने तलाक की दर और कई चीजों के बीच के संबंध को समझने की कोशिश की. ये चीजें कौन सी हैं?
जैसे-
#मेल और फीमेल प्रॉमिस्क्विटी यानी बहुत कम वक़्त (एक ही प्रजनन चक्र) में एक से ज्यादा सेक्शुअल पार्टनर रखना,
#पॉलीगैमी यानी एक से ज्यादा साथी रखने की प्रवृत्ति,
#एडल्ट मोर्टेलिटी यानी वयस्क मृत्यु दर.
वैज्ञानिकों ने पाया है कि तलाक की दर के पीछे नर पक्षियों का एक से ज्यादा सेक्शुअल पार्टनर रखना एक वजह हो सकता है. ज्यादातर पक्षी, हर साल एक ख़ास सीजन में खाने और अंडे देने के लिए अच्छी जगह की तलाश में एक जगह से उड़कर सैकड़ों-हजारों किलोमीटर दूर किसी दूसरी जगह जाते हैं. इसे माइग्रेशन यानी प्रवास कहते हैं. वैज्ञानिकों ने अपनी स्टडी में पाया है कि माइग्रेशन की दूरी पक्षियों में तलाक की दर को प्रभावित करती है. वहीं पक्षियों की वयस्क मृत्यु दर का उनकी तलाक की दर से कोई सीधा संबंध नहीं दिखा.
स्टडी में ये भी पता चला कि पक्षियों की ऐसी प्रजातियां जिनमें तलाक की दर ज्यादा है, वे एक-दूसरे से ज्यादा नजदीकी से जुड़ी हुई थीं. और इसी तरह जिन प्रजातियों में तलाक की दर कम है, उनमें भी यही पैटर्न था. माने ये प्रजातियां कई मायनों में एक दूसरे के नजदीक थीं. और इसी तरह का को-रिलेशन उन प्रजातियों में भी पाया गया जिनमें नर पक्षियों में एक से ज्यादा पार्टनर रखने की प्रवृत्ति ज्यादा है.
हालांकि रिसर्च में ये भी कहा गया है कि ये अभी भी बहस का विषय है कि बड़े पैमाने पर चिड़ियों में तलाक के क्या कारण हैं. संभोग और फिर फ़र्टिलाइजेशन (निषेचन) को लेकर नर और मादा के अपने हितों का संघर्ष होता है, इसलिए उनके अलग होने के पीछे सेक्शुअल कारणों पर अभी और जांच-पड़ताल किए जाने की जरूरत है.
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