दिल्ली विश्वविद्यालय इन दिनों दो वजहों से चर्चा में है. पहली वजह है गोबर. दूसरी वजह हैं DUSU अध्यक्ष रौनक खत्री. कुछ दिनों पहले DU के लक्ष्मीबाई कॉलेज की प्रिंसिपल क्लासरूम में ‘गर्मी भगाने’ के लिए दीवारों गोबर पुतवा रही थीं, बाकायदा रिसर्च का हवाला देकर. इसका वीडियो वायरल हुआ तो DU छात्र संघ के अध्यक्ष रौनक खत्री ने कॉलेज प्रिंसिपल के कार्यालय में गोबर पोत दिया. ये पहली बार नहीं है जब रौनक किसी विवाद में पड़े हैं.
प्रिंसिपल के चैंबर में गोबर पोतने से लेकर SRCC में प्रोफेसर से भिड़ने वाले रौनक खत्री की कहानी जान लीजिए
DU President बनने के बाद से Ronak Khatri काफी सक्रिय दिखे हैं. कई लोग इसे 'गैरजरूरी' आक्रमकता भी करार देते हैं. जो उनकी महत्वकांक्षा से उपजी है. उनकी इस आक्रमकता ने उन्हें विवादों में खड़ा किया है तो सुर्खियां भी खूब दिलाई है.

रामनवमी का दिन. भगवा झंडे वाली सफेद रंग की SUV का काफिला सड़क पर दौड़ता दिख रहा है. इनमें से एक गाड़ी में DU छात्र संघ के अध्यक्ष रौनक खत्री सवार हैं. जो हरियाणा के इस्माइला गांव में खत्री खाप पंचायत में जा रहे हैं. ये वीडियो उनके इंस्टा आईडी पर है. एक और वीडियो है. एक सफेद मर्सिडीज बेंज DU के गेट से अंदर आती है. गाड़ी से रौनक उतरते हैं. करीने से इस्त्री किया कुर्ता पहने. एप्पल वॉच बांधे और हाथ में आईफोन लिए. कुछ फ्रेम बाद वो एक गोशाला में दिखते हैं. गायों को सिर नवाते और चारा खिलाते. कैप्शन में लिखा है, “गौ माता, राष्ट्र माता.”

DU अध्यक्ष बनने के बाद से रौनक खत्री अपनी आक्रामकता के चलते अक्सर चर्चा में रहे हैं. इस आक्रामकता ने उन्हें विवादों में खड़ा किया है तो सुर्खियां भी खूब दिलाई हैं. गोबर प्रकरण पहला मामला नहीं है जब रौनक यूनिवर्सिटी प्रशासन से भिड़ते दिखे हैं. इससे पहले भी उन पर श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC) के एक प्रोफेसर से बदसलूकी करने का आरोप लगा था.
पिछले महीने रौनक खत्री का एक वीडियो वायरल हुआ था. वो SRCC के वाइस प्रिंसिपल और एक फैकल्टी मेंबर से भिड़ते नजर आए थे. मामला कैंपस में रह रहे कुत्तों से जुड़ा था. रौनक इसकी शिकायत लेकर कॉलेज प्रशासन के पास पहुंचे थे. हालांकि अथॉरिटीज के साथ उनकी बातचीत जल्द ही तीखी बहस में बदल गई.
इस घटना का वीडियो उन्होंने खुद ही सोशल मीडिया पर शेयर किया था. वीडियो में रौनक प्रोफेसर से कह रहे हैं, “मेरे को ज्ञान मत दे. टीचर है, अपना टीचर का काम कर. कौन सा टीचर है? क्या पढ़ाता है?”
इस दौरान एक महिला प्रोफेसर आती हैं. और उनको शांत कराती है. और प्रोफेसर को वहां से जाने के लिए कहती हैं.
SRCC विवाद के बाद कॉलेज के स्टाफ एसोसिएशन ने रौनक के व्यवहार की निंदा की थी. और विश्वविद्यालय प्रशासन से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की थी. साथ ही मामला प्रॉक्टर और साइबर सेल को सौंपने की भी मांग की गई.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी में भी रौनक इस तरह की हरकत कर चुके हैं. वे छात्रों के एक ग्रुप के साथ DU के आर्ट फैकल्टी के डीन ऑफिस पहुंचे और उनकी शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाया. उन्होंने पूछा, “आप डीन कैसे बन गए?”
इसके अलावा खत्री यूनिवर्सिटी कैंपस के आसपास दुकानों का औचक निरीक्षण करते भी दिखे हैं. एक वीडियो में वो कहते हैं, “ये दवाएं खतरनाक और जानलेवा हैं. और युवाओं की मानसिकता को दूषित करती हैं.” उन्होंने कॉलेजों के पास तंबाकू बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की मांग भी की.
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रौनक खत्री एक इंटरव्यू में अपने आक्रामक रवैये को डिफेंड करते नजर आते हैं. उनका कहना है कि अगर शिक्षक छात्रों की समस्याओं को सुनेंगे तो बहस करने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी. लेकिन जब शिक्षक नहीं सुनते हैं, और छात्रों पर दबाव डालते हैं तो कोई भी सामान्य व्यक्ति इस तरह का व्यवहार करेगा. उन्होंने आगे कहा, “अगर मेरी बात सुनी जाती है तो मुझे आक्रामक लहजा अपनाने की जरूरत महसूस नहीं होगी.”
रौनक खत्री कैंपस लॉ सेंटर में थर्ड ईयर लॉ के स्टूडेंट है. वह दिल्ली के नरेला के रहने वाले है. उनकी मां हाउसवाइफ और पिता बिजनेसमैन हैं. रौनक ने आजतक से बातचीत में बताया था कि शुरुआत में वो किसी भी छात्र संगठन से नहीं जुड़े थे. अगस्त 2024 में वो NSUI में शामिल हुए. जॉइन करने से पहले उन्होंने ‘देहात से DU तक’ का नारा दिया था.
पिछले साल अक्टूबर में हुए छात्र संघ चुनाव में NSUI ने रौनक को अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया. उन्होंने ABVP कैंडिडेट ऋषभ चौधरी को करीब 1300 वोटों के अंतर से हराया.

रौनक खत्री दिल्ली यूनिवर्सिटी में ‘मटका मैन’ के नाम से मशहूर हैं. ये नाम उनको पीने के पानी की खराब व्यवस्था के खिलाफ किए गए प्रोटेस्ट के चलते मिला था. उन्होंने लॉ फैकल्टी में एडमिशन के बाद पीने के पानी की खराब व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाई. लेकिन जब मांग नहीं मानी गई तो मार्च 2024 में उन्होंने खुद से कॉलेज में मटका रखवाया. हालांकि उनका विरोध नहीं थमा. उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. इसमें वॉटर कूलर के साथ-साथ कैंपस में वाई-फाई और एसी की व्यवस्था करने की भी मांग की गई थी. इस याचिका के बाद पानी की समस्या का समाधान हो गया. रौनक चुनावी प्रचार से लेकर धरना प्रदर्शन तक हमेशा एक मटके के साथ दिखाई देते थे.
रौनक खत्री से जुड़े हालिया कुछ विवादों में उन पर सवाल उठे हैं तो उनको सोशल मीडिया पर पर्याप्त लाइमलाइट भी मिली है. शायद इस बात को वो बखूबी समझते भी है. रौनक का दावा है कि दो महीनों से भी कम समय में उन्होंने 32 कॉलेजों का दौरा किया है. और हर पड़ाव का डॉक्यूमेंटेशन वीडियो रील में किया है. जिसकी शुरुआत उनकी खास पंक्ति ‘इंकलाब साथियों’ से होती है.
और कुछ वीडियो ऐसे होते हैं जो विवादों को जन्म देते हैं. और रौनक खत्री को लगातार चर्चा में बनाए रखते हैं.
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