एंटरटेनमेंट न्यूज़ पोर्टल पिंकविला ने अपने हालिया लेख "फ्लैशबैक फ्राइडे: अ नाइट विच चेंज्ड गुलज़ार-राखीज़ मैरिज (एक रात जितने गुलज़ार व राखी की शादी को बदलकर रख दिया)" में ऐसा ही कुछ बताया है.
जाने-माने निर्देशक-गीतकार गुलज़ार और अभिनेत्री राखी ने 15 मई 1973 को शादी की थी. फिर इनके घर बेटी मेघना का जन्म हुआ. और मेघना के पैदा होने के एक साल बाद ये दंपत्ति अलग हो गया. पिंकविला ने कहा है कि इन दोनों के अलग होने को लेकर कई जानकारियां हैं जिनमें बहुत कम हैं जो सच हैं. यानी उनका इशारा है कि उनकी जानकारी सच्ची है.
इस लेख में दावा किया गया है:1. शादी से पहले ही इसकी शुरुआत हो गई थी. गुलज़ार राखी के फिल्मों में काम करने के खिलाफ थे. जिसे राखी ने स्वीकार भी किया. राखी को उम्मीद थी कि बाहर की फिल्मों में नहीं लेकिन उन्हें पति की फिल्मों में जरूर काम मिलेगा. लेकिन राखी को गुलजार ने एक भी फिल्म में साइन नहीं किया.
2. वहीं, राखी को रोज अलग-अलग निर्देशक अपनी फिल्मों के लिए प्रस्ताव भी दे रहे थे. वे जब भी गुलज़ार से कहतीं कि वे उन्हें अपनी फिल्म में क्यों नहीं ले रहे हैं तो वो बहुत क्रूरता से पेश आते. ऐसी खबरें रही हैं कि दोनों के बीच छोटे-मोटे झगड़े आए-दिन होते थे.

3. गुलज़ार अपनी फिल्म 'आंधी' की शूटिंग के लिए लोकेशन ढूंढ़ने कश्मीर गए थे. उनके साथ राखी भी थीं. वे पूरी तरह काम में डूबे थे और राखी अकेली बैठी नाराज हो रही थीं.
4. फिर सबसे बुरा हुआ जब फिल्म के कलाकार संजीव कुमार और सुचित्रा सेन पार्टी कर रहे थे. संजीव कुमार ने बहुत पी ली थी. जब सुचित्रा अपने कमरे में जाने लगी तो संजीव ने उनकी हाथ पकड़ लिया और जाने नहीं दे रहे थे. इसे देखकर गुलज़ार उन्हें बचाने आए. एक ओर से संजीव ने सुचित्रा का हाथ पकड़ रखा था, दूसरी ओर गुलज़ार छुड़ाने के लिए दूसरा हाथ खींच रहे थे. आखिरकार गुलज़ार ने उनका हाथ छुड़ा लिया. वे सुचित्रा को उनके कमरे तक छोड़ने गए. फिर उन्होंने काफी देर तक इंतजार किया जब तक सुचित्रा का गुस्सा ठंडा नहीं हो गया.
5. जब वे लौट रहे तो रास्ते में राखी खड़ी थीं. वे जानना चाहती थीं कि उन्हें अपनी आकर्षक हीरोइन को छोड़ने उसके कमरे तक क्यों जाना पड़ा? गुलज़ार नहीं चाहते थे कि ये बातें वहां खड़े लोगों के सामने हो तो उन्होंने टालने वाली बात कही और किनारे से निकलने लगे. इस पर राखी ने उनका रास्ता रोक लिया और सवाल करने लगीं. वहां तमाशा खड़ा हो गया.
6. वहां होटल के स्टाफ और अन्य लोगों के मुताबिक राखी को गुलज़ार ने पीट-पीट कर काला और नीला कर दिया यानी बहुत बुरी तरह पीटा. फिर गुलज़ार अपने कमरे में शराब के नशे में धुत्त पाए गए. ये अनुभव राखी के लिए बहुत त्रासद था.
7. अगली सुबह राखी यश चोपड़ा से मिलीं जो कश्मीर में अपनी फिल्म 'कभी-कभी' के लिए लोकेशन ढूंढ़ने आए हुए थे. वे ये भी चाहते थे कि राखी इस फिल्म में अभिनय करे. वे इसके लिए गुलज़ार से भी अनुमति मांगने को तैयार थे कि वे राखी को काम करने दें. लेकिन इसकी जरूरत नहीं हुई और राखी ने ख़ुद चलाकर कहा कि वे उनकी फिल्म कर रही हैं.
8. गुलज़ार ने उसके बाद बेतहाशा कोशिशें कीं कि राखी का दिमाग बदलें, लेकिन वे भूली नहीं थीं कि कैसे गुलज़ार ने उनके साथ जानवरों जैसा सुलूक किया था. इसी चिंगारी से इनका दांपत्य जीवन ख़ाक हो गया.
ये सब बिंदु संबंधित लेख के हैं.
जब भी हम सेलेब्रिटी लोगों के निजी जीवन की बात करते हैं तो इस तरह बात करते हैं कि हमें सब पता है. लेकिन असल बात तो ये होती है कि हम अपने दांपत्य जीवन को ही ताउम्र नहीं समझ पाते तो फिर दूर से बनी छवियों और कोरी गॉसिप के आधार पर बिना किसी वस्तुपरकता के किन्हीं ओर के बारे में इतने दावे से कैसे कह सकते हैं?
वैसे भी किसी के निजी जीवन में घुसना हमारा काम नहीं होना चाहिए जब तक कि दोनों में से कोई एक इस बारे में सार्वजनिक चर्चा न चाहे. उपरोक्त 8 बातों के अलावा 8 और बातें हैं जो इस परिदृश्य में है जिसे हमें जानना चाहिए, फिर तय करें:1. क्या गुलज़ार की हिस्ट्री रही है कि वे मार-पीट करते पाए गए हैं? क्या राखी ने अपने किसी भी इंटरव्यू में कभी भी हल्का सा इशारा भी किया है कि गुलज़ार हिंसक थे? क्या गुलज़ार की बेटी मेघना ने कभी ऐसी बात कही है? क्या गुलज़ार के साथ काम करने वाले किसी एक्टर, एक्ट्रेस, निर्माता, निर्देशक ने ऐसा कभी कहा है?

2. जितने गर्म स्वभाव को गुलज़ार से जोड़ा जा रहा है ऐसे स्वभाव को राखी अपने में स्वीकार कर चुकी हैं. वे उन औरतों में से नहीं हैं कि किसी पुरुष से मार खा ले. 2013 में एक फिल्म मैगज़ीन में उन्होंने क्या कहा पढ़िए, "जब मैं अपना आपा खो देती हूं तो पुरुष भी कांपने लगते हैं." उन्होंने एक किस्सा सुनाया, "एक बार रमेश तलवार एक फिल्म में असिस्टेंट डायरेक्टर था. उस फिल्म में मैंने अपने खुद के असली ज़ेवर पहने थे. एक दिन मैं सेट पर पहुंची तैयार होकर और शूटिंग करने लगी तो पता लगा कि वो लोग घर से डायमंड का हार लाए ही नहीं है जो मैंने उन्हें याद दिलाया था. मैं सन्न रह गई. उसमें भी आग में घी डालने वाली बात हो गई जब रमेश नकली डायमंड के साथ आया. मैं उस पर चिल्लाई. कई साल बाद जब वो डायरेक्टर बन गया और फिल्म 'दूसरा आदमी' बना रहा था तो शूटिंग के पहले ही दिन मुझसे बोला, राखीजी प्लीज मुझ पर आप चिल्लाना मत, मुझे सच में आपसे बहुत डर लगता है. तो हंसते हुए मैंने उससे कहा, अच्छा नहीं चिल्लाऊंगी."
3. यदि उस रात गुलज़ार ने राखी को यूं मारा पीटा तो बेहद सशक्त दिमाग़ वाली महिला राखी ने पुलिस में मामला दर्ज क्यों नहीं करवाया? दूसरा, क्यों इन दोनों ने आज तक कानूनी रूप से तलाक नहीं लिया है? दोनों के बीच तनाव की वजह मार-पीट नहीं बल्कि यह बताई जाती है कि जब गुलज़ार ने फिल्म 'मौसम' में राखी की कड़ी प्रतिद्वंदी शर्मिला टैगोर को साइन कर लिया तो वे बर्दाश्त नहीं कर पाईं. ऐसे ही कुछ और कारण बताए जाते हैं.
4. राखी कहती हैं कि वे और गुलज़ार इतने सहज हैं एक-दूसरे को लेकर जितने शादीशुदा दंपत्ति भी नहीं हैं जो साथ रहते हैं. उन्होंने कहा कि वे हमेशा एक-दूसरे के लिए मौजूद हैं.
5. एक इंटरव्यू में राखी ने कहा, "वो आज भी मुझे अपनी पत्नी की तरह ट्रीट करते हैं. अपने घर से मुझे फोन करते हैं और कहते हैं, मैंने चार दोस्तों को डिनर पर बुलाया है और घर पर कोई खाना नहीं है. तो जल्दी से कुछ झिंगा करी भेज दो. और मैं भेजती हूं. उनकी अन्य पसंदीदा चीज़ ख़ीर है और उन्हें मेरे हाथ की बहुत पसंद है."
6. राखी ने याद किया है कि अलग होने के बाद भी दोनों किस तरह मिलते हैं. उन्होंने एक किस्सा बताया, "एक बार मेरे जन्मदिन पर मैं बोस्की (मेघना) के कमरे में कुछ कर रही थी कि अचानक देखती हूं गुलज़ार मेरे पीछे खड़े हैं. मैं चौंक गई. वो बोले, चलो चलो क्या कर रहे हो? कुछ खीर खिलाओ. बाद में मुझे पता चला कि बोस्की और उन्होंने गुप्त करार किया था कि मुझे सरप्राइज़ देंगे और मुझे खुश करेंगे."

7. इसी तरह गुलज़ार के जन्मदिन पर राखी उन्हें शुभकामनाएं देने जाती हैं.
8. जब राखी अभिनीत फिल्म 'राम-लखन' रिलीज हुई तो गुलज़ार ने उन्हें फोन किया और कहा, "मुझे यकीन है कि राम लखन एक बड़ी हिट है. जिन लोगों ने भी फिल्म देखी है उनका कहना है कि राखी के बिना फिल्म में बहुत कम प्रभाव होता."