16 अक्टूबर को फेसबुक पर एक वीडियो क्लिप अपलोड की गई. दिल्ली मेट्रो की. वीडियो एक कपल का था, जो मेट्रो में इंटीमेट हो रहा था. उनसे कुछ दूरी पर खड़े जनाब को कपल की हरकतें इतनी घिनौनी लगीं कि वो उसका वीडियो बनाने लगे. फिर फेसबुक पर अपलोड करके एक कैप्शन दिया, जो शब्दश: कुछ यूं है:
'ये हे डेल्ही मेट्रो । शर्म आती है ऐसे लोगो पे जो अपनी बेटी को थोड़ी सी शर्म भी नहीं सिखाती और कहती है लडकिया सुरक्षित नहीं है ऐसे ही होता रहा तो वाकई डेल्ही में लड़कियां सुरक्षित नहीं रहेंगी। ये प्रीतमपुरा मेट्रो की विडीओ हे'
इस वीडियो में एक कपल मेट्रो कोच के एक दरवाजे के पास खड़ा था. उसके दाईं तरफ रिजर्व्ड सीट थी, जिस पर एक लड़की बैठी हुई थी. बाईं तरफ एक-दो लोग खड़े थे. लड़का और लड़की बांहों में बांहें डाले बात कर रहे थे. बीच-बीच में दोनों एक-दूसरे की पीठ और कमर पर हाथ रखकर बातें कर रहे थे. कान में फुसफुसाकर भी बातचीत हो रही थी. जिस शख्स ने ये वीडियो बनाया, वो उस दरवाजे के अपोजिट वाले दरवाजे के पास खड़ा था.
तस्वीर आपके सामने है. एक-एक करके बात करते हैं.
क्या गलत था?
वो लड़का और लड़की एक-दूसरे के साथ जैसे पेश आ रहे थे, उससे कहीं से भी नहीं लगा कि दोनों में से किसी को इससे परेशानी है. अभी कुछ दिनों पहले फिल्म आई थी 'पिंक'. उसने सिखाया कि 'नहीं' का मतलब 'नहीं' होता है और उसके अलावा जो भी हो, वो सहमति से होना चाहिए. ठीक उसी तरह, उस कपल के बीच जो इंटीमेसी थी, वो दोनों की सहमति से थी. कोई जबर्दस्ती नहीं. फिर भी, शेयर करने वालों के लिए ये
'दिल्ली मेट्रो सेक्स स्कैंडल' है, जो '
लीक' होकर वायरल हो गया.
मोरल पुलिसिंग
अपने जॉब इंटरव्यू और शादी के बायोडेटा में लोग चाहे जो हॉबीज गिना लें, लेकिन हम इंडियंस की असल और इकलौती हॉबी मोरल पुलिसिंग ही है. पहले हम जबरन किसी के आंगन, किसी के कमरे, किसी के ब्लाउज और किसी की पैंट में झांकते हैं. उसके बाद हम उस पर थूकने लगते हैं. अगर कोई शख्स हमारे
'संस्कारों' के मुताबिक नहीं दिख रहा है तो छूटते ही हम उसे सूली पर चढ़ा देना चाहते हैं. वीडियो देखते ही लड़की के मां-बाप पर थूका जाने लगा कि न जाने उन्होंने कैसे संस्कार दिए. एक बार किसी ने वीडियो बनाने वाले से भी पूछ लिया होता कि उसे कैसे संस्कार मिले.
क्राइम किसने किया?
अपनी मोरल पुलिसिंग के पैमाने में फिट न बैठने वाली चीज को हम अपराध करार दे देते हैं. पर एक बार फिर सोच लीजिए कि इस मामले में अपराध कौन कर रहा था. कपल ने कोई ऐसी हरकत नहीं की, जिसे कोई 'अश्लील' बताता. उनकी वजह से किसी और को परेशानी भी नहीं हो रही थी. तो उनकी गलती क्या है मेरे दोस्त? दूसरी तरफ वीडियो बनाने वाले जनाब. वो मेट्रो में वीडियो बना रहे थे, जबकि मेट्रो में वीडियो बनाना अपराध है. वो किसी कपल का वीडियो उसकी इजाजत के बिना और उसे बताए बिना बना रहे थे, ये अपराध है. उन जनाब ने किसी की इंटीमेसी के वीडियो को सोशल मीडिया पर डाल दिया, ये क्राइम है. यानी नंगई आप खुद कीजिए और गलती दूसरे की बता दीजिए.
संस्कार
पंगा यहीं फंसता है. संस्कारों पर. हमारी महान भारतीय संस्कृति के
'संस्कार' इतने
पवित्र और संवेदनशील हैं कि किसी लड़के और लड़की के एक-दूसरे को छूते ही आहत हो जाते हैं. इन्हीं संस्कारों के आधार पर हम किसी भी लड़की को वेश्या ठहरा देते हैं और उसे मां-बहन की गालियों से नवाज देते हैं. उतनी देर के लिए हम अपने संस्कारों की गठरी बनाकर अपने कानों में ठूंस लेते हैं, ताकि लगने लगे कि बाकी लोग भी यही चिल्ला रहे हैं.
सिर्फ लड़की ही क्यों
वीडियो अपलोड करने वाले और उसे शेयर करने वाले हर शख्स ने सिर्फ उस लड़की को कोसा. इस मामले में न लड़के पीछे थे और न लड़कियां. अगर वो इसमें गलती देख रहे हैं, तो सिर्फ लड़की की. लड़कियों को गरियाते समय हम लड़कों को क्यों भूल जाते हैं? जो हो रहा था, उसमें लड़का भी शामिल है. जो हो रहा था, उसमें लड़के की भी सहमति थी.
रेप
वीडियो शेयर करने वाले कई लोगों ने इस लड़की को रेप के लायक बता दिया. भगवान जाने वो लड़की को सुधारने का तरीका बता रहे थे या अंजाम. पर कितना पाक ख्याल है न. जो लड़की किसी लड़के से चिपक रही है, उसका तो रेप ही कर दिया जाना चाहिए. अरे जाहिलों, एक बार सोच तो लो कि कह क्या रहे हो. रेप... हिंदी में बलात्कार कहते हैं. किसी लड़की की मर्जी के खिलाफ उसके साथ सेक्स करना. खैर, गलती तुम्हारी नहीं है.
रेप इतनी बार देख, सुन, कर, बता, सोच चुके हो कि अब बड़ा आत्मीय सा लगता होगा.
हिप्पोक्रेसी
फेसबुक पर ये वीडियो शेयर करने वाले वही लोग हैं, जो जेम्स बॉन्ड में किसिंग सीन काटे जाने का विरोध करते है. ये वही लोग हैं, जिन्हें गोवा जाने पर बिकिनी पहने लड़कियां देखनी होती हैं. लेकिन किसी की पर्सनल लाइफ में दखल देना, किसी लड़की के दो मिनट के व्यवहार पर उसका कैरेक्टर जज करना और किसी की मोरल पुलिसिंग इन्हें अपना जन्मजात अधिकार लगता है.
खैर...
वैसे तो इस वीडियो को शेयर करते हुए लोगों ने लड़की को खूब गरियाया, लेकिन ऐसे भले लोगों की भी कमी नहीं थी, जिन्होंने ये वीडियो बनाने वाले और अपलोड करने वाले शख्स को लताड़ लगाई, जिसके बाद वीडियो अपलोड करने वाले शख्स ने बाद में अपनी पोस्ट डिलीट कर दी थी. ऐसे लोगों को वाकई सुधरने की जरूरत है जो एक कपल के प्यार भरे वीडियो को
'दिल्ली मेट्रो का लीक और वायरल हुआ लेटेस्ट सेक्स स्कैंडल और MMS' बना देते हैं.
आखिरी बात. आप पूछ सकते हैं कि जब वो कपल कुछ भी गलत नहीं कर रहा था तो हमने वो वीडियो आपको क्यों नहीं दिखाया. वाजिब सवाल, लेकिन हमने वो वीडियो आपको इसलिए नहीं दिखाया, क्योंकि हमें नहीं पता कि वो दो लोग अपने निजी रिश्ते को किस तरह रखते हैं. इस लिहाज से उन दो लोगों के आपसी रिश्ते को लाखों लोगों के सामने परोसने का हमें कोई अधिकार नहीं है. अपने रिश्ते को किस-किस के सामने जाहिर करना है, ये पूरी तरह एक निजी फैसला है.
हमें इसमें अपने हाथ-पैर-आंखें-कान डालने का कोई अधिकार नहीं है.
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