चैम्पियंस ट्रॉफी में इंडिया ने पाकिस्तान को तसल्ली से ‘रौंदा’. विराट कोहली (Virat Kohli Century) ने शतक जमाया. इसके बाद सोशल मीडिया पर विराट फैंस का प्यार उमड़ पड़ा. अब वो ‘King Kohli’ नहीं ‘Emperor Kohli’ बन गए हैं. चलिए आपको बताते हैं आखिर ‘King’ और ‘Emperor’ में क्या फर्क है. साथ ही ये भी जानेंगे कि आखिर कोहली के फैन्स क्यों उन्हें अब किंग से एम्परर बनाने पर तुले हुए हैं.
फैंस ने कोहली को बनाया King से Emperor, इन दोनों के बीच का फर्क तो जान लीजिए
Champions Trophy 2025: सम्राट का कॉन्सेप्ट कुछ ज्यादा बड़ा है. सम्राट उसे कहा जाता है जिसका साम्राज्य बहुत बड़ा होता है, जैसे एक विशाल देश. जबकि राजा या किंग वो शख्स होता है जो अपने छोटे से राज्य या रियासत का मालिक होता है. जैसे आजकल किसी छोटे शहर या गांव का मुखिया हो, वैसे ही राजा अपने इलाके का राजा होता था.

पहले आपको ‘Emperor Kohli’ वाले कुछ पोस्ट से रू-ब-रू करवाते हैंः



सम्राट का कॉन्सेप्ट कुछ ज्यादा बड़ा है. सम्राट उसे कहा जाता है जिसका साम्राज्य बहुत बड़ा होता है, जैसे एक विशाल देश. सम्राट का मतलब है, “सब पर राज करने वाला”. सम्राट सिर्फ एक राज्य का नहीं, बल्कि कई राज्यों का शासक होता था. राजा की तुलना में एक सम्राट हाई लेवल और ज़्यादा पावर रखता है. राजाओं के भी राजा, सम्राट कहलाते थे.
कहा जाता है कि रोमन साम्राज्य में सम्राट का जन्म हुआ. रोमन साम्राज्य में ऑक्टेवियन (ऑगस्टस) ने पहली बार खुद को सम्राट घोषित किया था. जब रोमन साम्राज्य ने कई देशों और क्षेत्रों को जीत लिया तो साम्राज्य का आकार इतना बड़ा हुआ कि अब उसे सिर्फ ‘राजा’ नहीं, बल्कि ‘सम्राट’ कहा जाने लगा.
एक धारणा ये भी है कि ‘सम्राट’ या ‘चकवर्ती सम्राट’ उन्हें कहा जाता था जिन्होंने सफलतापूर्वक राजसूय यज्ञ किया होता था. राजसूय यज्ञ, वैदिक काल का एक प्रसिद्ध यज्ञ था. राजसूय यज्ञ के ज़रिए राजा चक्रवर्ती सम्राट बनते थे. इस यज्ञ का ज़िक्र रामायण और महाभारत में भी मिलता है. जिनका पूरी धरती पर एकछत्र राज्य हो उन्हें ‘चक्रवर्ती सम्राट’ कहा जाता था.
वैसे तो दुनिया में ‘चक्रवर्ती सम्राट’ न के बराबर ही थे. लेकिन जो सम्राट विशाल साम्राज्यों के मालिक हुआ करते थे, उनके दरबारी कवि उन्हें अपनी कल्पनाओं में पूरी धरती का शासक मान लेते. इस हिसाब से विशाल भारत में ऐसे कई चक्रवर्ती सम्राट हुए हैं. भारत में भी सम्राट या चक्रवर्ती सम्राट की जड़ें मौर्य साम्राज्य और गुप्त साम्राज्य तक जाती हैं. चंद्रगुप्त मौर्य और अशोक जैसे शासकों ने बड़े-बड़े साम्राज्यों की नींव रखी और अपने साम्राज्य को कई राज्यों तक फैलाया था. अकबर के समय मुगल साम्राज्य भी एक सम्राट की अवधारणा को स्पष्ट करता है. ये राजा से बड़ा होता है. सम्राट पूरे इलाके, कई राज्यों, किलों, और बसी हुई जगहों का मालिक होता था. सम्राट का कहना ही आखिरी होता था. सम्राट का अनेक राजाओं पर ‘आधिपत्य’ होता था.
राजा या किंग वो शख्स होता है जो अपने छोटे से राज्य या रियासत का मालिक होता है. जैसे आजकल किसी छोटे शहर या गांव का मुखिया हो, वैसे ही राजा अपने इलाके का राजा होता था. उसका काम होता था अपनी प्रजा की देखभाल करना, शांति बनाना और अपना राज्य चलाना. हालांकि, राजा सिर्फ अपने राज्य का ही ध्यान रखता था और बहुत बार दूसरे राजाओं से बात करके समझौते करता था. भारत में जैसे शिवाजी महाराज या राणा प्रताप, ये सब राजा थे जो अपने-अपने इलाकों में शान से रहते थे. द वायर पर मौजूद एक लेख के मुताबिक, ‘राजा’ संस्कृत के ‘राजन्’ शब्द से निकला है. भूपति, नृपति, महिपाल, नरेंद्र, नरेश, राव, नरपति, भूपाल आदि इसके पर्यायवाची हैं.
अब चलते-चलते एक बार फिर लौटते हैं विराट कोहली पर. जिन्हें उनके फैन्स ‘King Kohli’ नहीं ‘Emperor Kohli’ कह रहे हैं. शायद इसी बहाने फैन्स ये बताना चाहते हैं कि कोहली का जलवा सिर्फ भारतीय क्रिकेट तक नहीं है. बल्कि वर्ल्ड क्रिकेट में भी कोहली जैसा कोई नहीं है.
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