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टाइगर श्रॉफ- वो लड़का, जिसने आमिर को बॉडी बिल्डिंग सिखाई, खुद जमीन पर सोया!

स्टारकिड टाइगर श्रॉफ की वो कहानी, जो बहुत लोगों को नहीं पता होगी!

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अपने करियर के तीन अलग-अलग दौर में टाइगर श्रॉफ.
एक स्टार किड, जिसे हिंदी सिनेमा के सबसे तेजी से उभरते सुपरस्टार के तौर पर देखा जा रहा है. एक बॉलीवुड स्टार का बच्चा, जिसने अपने बचपन में घर का सामान बिकता देखा. बिस्तर की कमी में जमीन पर सोया. स्कूल में बुली हुआ. मगर जब वो बड़ा हुआ, तो उसके पास आमिर खान बॉडी बिल्डिंग की ट्रेनिंग लेने पहुंचे. जब वो फिल्मों में आया, तो उसके लुक्स से लेकर नाम तक का मज़ाक बनाया गया. उसे ट्रांसजेंडर कहा गया. उस स्टार पुत्र का नाम है टाइगर श्रॉफ. आज हम टाइगर की वो कहानी जानेंगे, जो बहुत लोगों को नहीं पता है.

# वो बच्चा जिसने फिल्में देख 4 साल की उम्र में मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग चालू कर दी टाइगर श्रॉफ का जन्म 2 मार्च, 1990 को मुंबई में हुआ था. उनके पिता हिंदी फिल्मों के मशहूर एक्टर जैकी श्रॉफ हैं. उनकी मां का नाम है आयशा दत्त. वो पहले मॉडलिंग किया करती थीं. बाद में फिल्में प्रोड्यूस करने लगीं. शुरू से घर में फिल्मी माहौल मिला. टाइगर अपनी दादी के साथ हर रात अपने पिता की एक फिल्म देखकर सोते थे. टाइगर बड़े शांत स्वभाव के बच्चे थे. ज़्यादा बात नहीं करते थे. अपने में रहते थे. उनकी स्कूली पढ़ाई-लिखाई जुहू के बेसेंट मॉन्टेसरी स्कूल से हो रही थी. मगर अकैडमिक्स में उनका कुछ खास ध्यान नहीं था. वो स्कूल जाते थे, ताकि खेल-कूद में हिस्सा ले सकें. जब वो चार साल के थे, तब उन्होंने पहली बार ब्रूस ली की फिल्म देखी. जब उन्होंने ब्रूस ली को स्क्रीन पर एक्शन करते देखा, तो मानों उन्हें खुद को एक्सप्रेस करने का एक ज़रिया मिल गया. धड़ाधड़ उनकी सारी फिल्में देख डालीं. इसके बाद उन्होंने खुद मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग शुरू कर दी. माइकल जैक्सन का 1982 में आया एल्बम 'थ्रिलर' देखा, तो डांस करने का मन करने लगा. टाइगर अपने इंटरव्यूज़ में बताते हैं कि ब्रूस ली और माइकल जैक्सन का उनकी लाइफ में बहुत बड़ा रोल रहा है.
बचपन में अपने पिता जैकी श्रॉफ और मां आयशा के सथ टाइगर और उनकी बहन कृष्णा.
बचपन में अपने पिता जैकी श्रॉफ और मां आयशा के सथ टाइगर और उनकी बहन कृष्णा.

# जब जैकी श्रॉफ की हालत इतनी खराब हो गई कि उन्हें टाइगर का बिस्तर तक बेचना पड़ा टाइगर के पैदा होने के कुछ ही सालों बाद जैकी श्रॉफ को लीड रोल्स में लेकर फिल्में बननी बंद हो चुकी थीं. मगर मल्टी-स्टारर फिल्मों में उन्हें पैरलल लीड रोल्स मिल रहे थे. 90 के दशक में आईं 'खलनायक', '1942- अ लव स्टोरी', 'रंगीला' और 'बॉर्डर' जैसी फिल्मों में काम करने के बाद जैकी ने अपना खुद का प्रोडक्शन हाउस शुरू किया. अपनी कंपनी के तले उन्होंने 'ग्रहण', 'जिस देश में गंगा रहता है' और 'संध्या' जैसी फिल्में बनाईं. मगर ये सभी फिल्में टिकट खिड़की पर फ्लॉप साबित हुईं. 2001 में आयशा ने अपनी पसंद की एक स्क्रिप्ट पर पैसा लगाया. पहले वो फिल्म पूजा भट्ट प्रोड्यूस करने जा रही थीं. मगर फिल्म के डायरेक्टर से बकझक के बाद पूजा उस प्रोजेक्ट से अलग हो गईं. इस फिल्म का नाम था 'बूम'. कोई एक फिल्म कितने लोगों का करियर खराब कर सकती है, 'बूम' उसका शानदार उदाहरण है.
इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ ज़ीनत अमान, जैकी श्रॉफ और सीमा बिश्वास जैसे एक्टर्स नज़र आए. ये कटरीना कैफ की डेब्यू फिल्म थी. दिक्कत ये हुई कि 'बूम' रिलीज़ से पहले ही लीक हो गई. फिल्म के इस तरह से लीक होने की वजह से डिस्ट्रिब्यूटर्स ने अपने हाथ खींच लिए. ऐसा लगने लगा कि 'बूम' कभी रिलीज़ ही नहीं हो पाएगी. मगर जैकी श्रॉफ ने इस फिल्म को थिएटर्स में उतारने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी. क्योंकि इसमें ढेर सारा पैसा लगा हुआ था. इनवेस्टमेंट की रिकवरी ज़रूरी थी. फिल्म रिलीज़ हुई और बुरी तरह पिट गई.
फिल्म 'बूम' का पोस्टर. इस फिल्म के बारे में पूछने पर अमिताभ बच्चन को भी जवाब नहीं सूझता.
फिल्म 'बूम' का पोस्टर. इस फिल्म के बारे में पूछने पर अमिताभ बच्चन को भी जवाब नहीं सूझता.


'बूम' की असफलता ने जैकी श्रॉफ की आर्थिक स्थिति खराब करके रख दी. श्रॉफ परिवार इस मुश्किल से बाहर कैसे आया, इस बारे में कभी कोई बात नहीं हुई. मगर टाइगर श्रॉफ ने 2019 में GQ मैग्ज़ीन को दिए एक इंटरव्यू में इसके पीछे की पूरी कहानी बताई. जब ये सब हो रहा था, तब टाइगर की उम्र 11-12 साल रही होगी. वो उस दौर को याद करते हुए अपने इंटरव्यू में कहते हैं-
''मुझे याद कैसे हमारे घर के सारे सामान एक-एक कर बिक रहे थे. मेरी मां के आर्ट वर्क, लैंप और तमाम वो चीज़ें, जिन्हें अपने आसपास देखते हुए मैं बड़ा हुआ, वो सब गायब होने लगे. फिर मेरा बिस्तर भी चला गया. मैं जमीन पर सोने लगा. ये सब देखकर मुझे बहुत बुरा लग रहा था. मैं काम करना चाहता था, ताकि मैं अपनी फैमिली की मदद कर सकूं. मगर मेरी उम्र उस वक्त बहुत कम थी. मैं कुछ नहीं कर सकता था.''
इस घटना के बाद श्रॉफ परिवार को बांद्रा में अपना चार कमरों वाला अपार्टमेंट बेचकर, खार के एक टु बेडरूम फ्लैट में शिफ्ट होना पड़ा. टाइगर ने जब फिल्म लाइन जॉइन की, तो उनका सपना था कि वो अपने माता-पिता को एक घर गिफ्ट करें. 2017 में अपनी फिल्मों से आए पैसे से उन्होंने एक घर खरीदकर अपने मम्मी-पापा को दिया. ये देख जैकी और आयशा बिलकुल भावुक हो गए. मगर उन्होंने वो घर लेने से मना कर दिया. # वो लड़का, जिससे आमिर खान बॉडी बिल्डिंग सीखने आए टाइगर श्रॉफ का इंट्रेस्ट शुरू से खेल-कूद में था. वो फुटबॉल प्लेयर बनना चाहते थे. जब वो 12वीं में पढ़ते थे, तब फिल्ममेकर साजिद नाडियाडवाला ने टाइगर की फोटो अखबार में देखी. उन्हें लगा कि ये अन-कन्वेंशनल सा दिखने वाला लड़का है, इसके साथ फिल्म बनानी चाहिए. उन्होंने अपनी कंपनी से कहा कि इस लड़के से संपर्क करें. मगर टाइगर ने नाडियाडवाला ग्रैंडसन का वो ऑफर ये कहकर नकार दिया कि फिल्मों में उन्हें इंट्रेस्ट नहीं है. क्योंकि वो प्रोफेशनल फुटबॉलर बनना चाहते थे. मगर जब उन्होंने अपने इस फैसले पर दोबारा विचार किया, तो उन्हें समझ आया कि इंडिया में फुटबॉल की हालत और रैंकिंग दोनों बहुत खराब है. इस फील्ड में वो करियर बनाकर भी कहीं नहीं पहुंच पाएंगे. इसके कुछ ही समय बाद उन्होंने साजिद की प्रोडक्शन कंपनी से दोबारा फोन आया. इस बार टाइगर उनके साथ काम करने को तैयार हो गए. मगर फिल्म बनाने से पहले तमाम तरह की तैयारियां करनी होती हैं. टाइगर बचपन से ही मार्शल आर्ट सीखते रहें हैं मगर फिल्मों में आने के लिए उन्हें प्रॉपर हीरो वाली फिज़िक चाहिए थे. ऐसे में उन्होंने हरियाणा से आने वाले नेशनल लेवल जिम्नास्ट ज़िले मवाई के साथ ट्रेनिंग शुरू की. ज़िले ने टाइगर को तीन साल तक ट्रेन किया.
2011-12 में आमिर खान 'धूम 3' में काम करने जा रहे थे. इसके लिए उन्हें खास किस्म की बॉडी बनानी थी. वो टाइगर श्रॉफ के पास पहुंचे. 'धूम 3' में आमिर खान की जो बॉडी आपको दिखती है, वो टाइगर श्रॉफ की मदद से बनी थी. इस ट्रेनिंग सेशन के दौरान आमिर और टाइगर की पटने लगी. इंट्रेस्टिंग बात ये कि 'धूम 3' में जैकी श्रॉफ ने आमिर के पिता का रोल किया था. एक समय ऐसा आया, जब आमिर अपने प्रोडक्शन हाउस की फिल्म से टाइगर को लॉन्च करना चाहते थे. मगर नाडियाडवाला के साथ कॉन्ट्रैक्ट और बाकी कॉम्प्लिकेशंस को देखते हुए ये प्लैन ड्रॉप कर दिया गया. हालांकि 2014 में आई टाइगर की डेब्यू फिल्म 'हीरोपंती' का ट्रेलर आमिर खान ने ही लॉन्च किया. साथ ही फिल्म 'हीरोपंती' के प्रीमियर पर पहुंचकर उन्होंने टाइगर और फिल्म में उनके काम की भी खूब तारीफ की.
टाइगर की पहली फिल्म 'हीरोपंती' से जुड़े एक इवेंट में फिल्म की स्टारकास्ट और मेकर्स के साथ आमिर खान.
टाइगर की पहली फिल्म 'हीरोपंती' से जुड़े एक इवेंट में फिल्म की स्टारकास्ट और मेकर्स के साथ आमिर खान, जैकी श्रॉफ और सुभाष घई. 

# जब राम गोपाल वर्मा ने टाइगर को ट्रांसजेंडर बोल दिया! 'हीरोपंती' की रिलीज़ के बाद टाइगर श्रॉफ के नाम और लुक्स के बारे में खूब बातें हुईं. ये कहकर उनका मज़ाक बनाया गया कि वो करीना कपूर की तरह दिखते हैं. लोगों ने कहा कि अपने बच्चे का नाम कोई टाइगर रखता है क्या? लोग अपने पेट्स को इन नामों से बुलाते हैं. मगर टाइगर के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. वो अपने काम में लगे रहे. लगातार खुद के ऊपर मेहनत करते रहे. इंडस्ट्री और मीडिया में उन्हें बॉलीवुड का सबसे संस्कारी बच्चा कहा जाता. क्योंकि वो सबसे आदर से बात करते हैं. उन्हें आज तक किसी ने नाराज होते नहीं देखा. मगर हद तब हो गई, जब राम गोपाल वर्मा की एक कॉल रिकॉर्डिंग लीक हो गई. इसमें रामू से पूछा जाता है कि वो टाइगर श्रॉफ के बारे में क्या सोचते हैं. इसके जवाब में वो कहते हैं-
''मुझे लगता है कि वो एक महिला या ट्रांसजेंडर की तरह दिखते हैं.''
जब टाइगर एक इवेंट में पहुंचे, तो उन्हें राम गोपाल वर्मा के इस कमेंट पर उनका रिएक्शन पूछा गया. टाइगर ने हमेशा की तरह बिल्कुल काम और कम्पोज़्ड रहते हुए कहा कि रामू एक सीनियर फिल्ममेकर, वो उनके बारे में कुछ नहीं कहना चाहते. हर चीज़ के बारे में अलग-अलग इंसानों की अलग-अलग राय होती है. ये राम गोपाल वर्मा की राय है. वो उसे व्यक्त कर सकते हैं. राम गोपाल वर्मा, टाइगर के पिता जैकी श्रॉफ के साथ कल्ट फिल्म 'रंगीला' में काम कर चुके हैं.
राम गोपाल वर्मा डायरेक्टेड फिल्म 'रंगीला' का पोस्टर, जिसमें जैकी श्रॉफ ने एक फिल्म स्टार का रोल किया था.
राम गोपाल वर्मा डायरेक्टेड फिल्म 'रंगीला' का पोस्टर, जिसमें जैकी श्रॉफ ने एक फिल्म स्टार का रोल किया था.

# जिस बात से पूरा बॉलीवुड डरता है, वो बात टाइगर ने खुलेआम स्वीकार की टाइगर ने अपने करियर की शुरुआत खालिस मसाला पिक्चर 'हीरोपंती' से की. आगे वो 'बागी' सीरीज़ और 'वॉर' जैसी फिल्मों में नज़र आए. लोगों को उनसे शिकायत रहती है कि वो सिर्फ एक्शन और मसाला एंटरटेनर फिल्मों में काम करते हैं. तमाम इंटरव्यूज़ में उनसे कहा गया कि वो इस तरह की फिल्मों में टाइपास्ट हो गए हैं. उनके दौर का हर एक्टर अपनी फिल्मों के साथ एक्सपेरिमेंट कर रहा है, वो एक जैसी फिल्मों में काम क्यों कर रहे हैं?
इसके जवाब में टाइगर ने कहा कि टाइपकास्ट होना अच्छा लगता है. इसी चीज़ से उनकी पहचान बनी है. टाइगर कहते हैं-
''आज के दौर में बहुत कंपटीशन है. हर दिन कोई नया एक्टर लॉन्च होता है. ऐसे में स्टैंड आउट कैसे किया जाए? अपनी अलग पहचान कैसे बनाई जाए? ऐसे में टाइपकास्ट होना, मुझे एक अलग पहचान देता है. आप शाहरुख खान के बारे में सोचते हैं, तो आपके दिमाग में 'किंग ऑफ रोमैंस' जैसा टाइटल आता है. जब आप सलमान खान के बारे में सोचते हैं, तो दिमाग में 'भाईजान' और स्वैग वाली फीलिंग आती है. ठीक वैसे ही जब आप कुछ समय बाद एक्शन हीरो के बारे में सोचेंगे, तो आपके दिमाग में टाइगर श्रॉफ का नाम आएगा.''
ऐसा नहीं है कि टाइगर ने कुछ अलग या नया ट्राय नहीं किया. मगर वो एक्सपेरिमेंट उनके लिए वर्क आउट नहीं हुआ. उन्होंने 2016 में आई फिल्म 'अ फ्लाइंग जट' में एक सुपरहीरो का रोल किया था, जिसे ऊंचाई से डर लगता है. ये आउट ऑफ द बॉक्स आइडिया पर बनी फिल्म थी. मगर फिल्म बॉक्स ऑफिस पर मुंह के बल गिर गई. 2019 में वो 'स्टुडेंट ऑफ द ईयर 2' में एक कॉलेज स्टुडेंट के रोल में नज़र आए. 'बागी 2' में अकेले पूरी फौज को मार गिराने वाले टाइगर को कॉलेज के बच्चों से बुली होते देखना पब्लिक को पसंद नहीं आया. फिल्म भी पिट गई. इसलिए टाइगर अपनी इमेज से अलग जाने वाली फिल्मों में काम करने से बचते हैं.
फिल्म 'स्टुडेंट ऑफ द ईयर' के पोस्टर पर अनन्या पांडे और तारा सुतारिया के साथ टाइगर. करण जौहर के प्रोडक्शन में बनी ये फिल्म टाइगर श्रॉफ के स्टार पावर के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर चल नहीं पाई.
फिल्म 'स्टुडेंट ऑफ द ईयर' के पोस्टर पर अनन्या पांडे और तारा सुतारिया के साथ टाइगर. करण जौहर के प्रोडक्शन में बनी ये फिल्म टाइगर श्रॉफ के स्टार पावर के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर चल नहीं पाई.

# बॉलीवुड के बाद हॉलीवुड फतह करने की तैयारी में हैं टाइगर श्रॉफ टाइगर का बॉलीवुड करियर झामफाड़ चल रहा है. वो नई जेनरेशन के पहले स्टार हैं, जिनकी फिल्म 25 करोड़ की ओपनिंग लेती है. 'बागी 2' का ऑल टाइम डोमेस्टिक कलेक्शन 165 करोड़ रुपए रहा था. वर्ल्डवाइड फिल्म ने 230 करोड़ रुपए से ज़्यादा कमाए. ऋतिक रौशन के साथ आई उनकी 'वॉर' ने देशभर से 300 करोड़ रुपए से ज़्यादा का कलेक्शन किया. मगर अब टाइगर हॉलीवुड जाने की तैयारी में हैं. कुछ समय पहले उन्होंने एक शो-रील बनाकर भेजा है. बकौल टाइगर, उस रील को काफी पॉज़िटिव फीडबैक्स मिले हैं. उसके बाद उन्हें वहां से कुछ ऑफर्स भी आए. मगर वो उस तरह के प्रोजेक्ट्स नहीं थे, जो टाइगर हॉलीवुड में करना चाहते हैं. मगर जैसे ही कुछ एक्साइटिंग आता है, वो ज़रूर उस प्रोजेक्ट से जुड़ना चाहेंगे. ये तो हॉलीवुड की बात हो गई. मगर अगले कुछ दिनों टाइगर हिंदी फिल्म ऑडियंस के लिए भी ढेर सारा एक्शन लेकर आ रहे हैं. वो विकास बहल की फिल्म सीरीज़ 'गणपत' में काम कर रहे हैं. इसके अलावा 'हीरोपंती 2', 'रैम्बो' और 'बागी 4' पर लगातार काम चालू है.