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जब अवध ओझा के स्कूल बैग से शराब की बोतल निकली

ओझा सर ने लल्लनटॉप को अपने स्कूल के दिनों का एक जबरदस्त किस्सा सुनाया

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अवध ओझा ने अपने स्कूल के दिनों के कई किस्से सुनाए

शिक्षक, काउंसलर, मस्त तबियत के आदमी और कमाल का इतिहास पढ़ाने वाले अवध ओझा सर. यूट्यूब पर छाए रहते हैं. तीन-तीन घंटे के वीडियो से लेकर 30-30 सेकंड्स की इनकी रील भी खूब वायरल होती हैं. शिरकत की इस बार लल्लनटॉप अड्डा के जलसे में, जो लगा नई दिल्ली के मेजर ध्यान चंद नेशनल स्टेडियम में. अवध ओझा (Avadh Ojha Sir) ने लल्लनटॉप अड्डे के मंच पर खूब किस्से सुनाए. कर्म से लेकर अपने बड़े-बड़े कांड तक बताए, स्कूल के दिनों के भी.

इस दौरान उनसे एक सवाल पूछा गया कि क्या उनकी बचपन में पिटाई होती थी? इस सवाल का जवाब देते हुए ओझा सर ने अपने स्कूल के दिनों का एक जबरदस्त किस्सा सुनाया.

उन्होंने बताया,

'मेरे पिता जी नहीं, लेकिन माता जी जमकर कूटती थीं... एक बार मेरे स्कूल में एक शराब की बोतल पकड़ी गई. स्कूल में कुछ भी गलत होता था, तो प्रिंसिपल को बस एक ही नाम याद आता था 'अवध ओझा'. मुझे प्रिंसिपल ऑफिस में बुलाया गया. प्रिंसिपल ने मुझसे पूछा कि क्या तुम स्कूल में शराब की बोतल लेकर आए हो? मैंने बोला नहीं सर. वॉर्डन सामने था वो बोला तुम ही ये बोतल लाए हो, मैंने तुम्हे लाते देखा. मैंने वॉर्डन को ध्यान से देखा और मैं क्लास में भागकर गया. तुरंत अपना बैग प्रिंसिपल के पास लेकर आया और बोला कि सर मेरी बोतल तो मेरे बैग में ही है.'

अवध ओझा ने आगे बताया,

‘इसके बाद प्रिंसिपल ने मेरी कम्प्लेन करने के लिए मेरे पिता जी को स्कूल में बुलाया. उन्होंने पापा से कहा कि आपका बेटा स्कूल में शराब लाता है. पिता जी तुरंत मुझसे बोले कि बेटा स्कूल में ना लाया करो, घर में ही पी लिया करो. प्रिंसिपल मेरे पापा की बात सुनकर हैरान रह गए. फिर किसी ने प्रिंसिपल को बताया कि मेरी मां बहुत शख्त हैं, उन्हें बुलाकर मेरी शिकायत की जाए. फिर प्रिंसिपल ने मेरी मां को बुलाया, जैसे ही उन्होंने मां को शराब वाली बात बताई, मां ने प्रिंसिपल ऑफिस में ही चप्पल निकाली और मुझे खूब पीटा. फिर प्रिंसिपल के चेहरे की मुस्कुराहट देखने वाली थी.’ 

लल्लनटॉप अड्डा के मंच पर अवध ओझा का ये भी कहना था कि जब मां-बाप बच्चे को मारते हैं तो उसे वे बुरे लगने लगते हैं. लेकिन, सच्चाई ये है कि दुनिया में अगर कोई आपको अच्छा बनाना चाहता है तो वो आपके मां-बाप ही हैं. इसलिए उनकी हमेशा इज्जत करनी चाहिए.

वीडियो देखें: अवध ओझा ने श्रद्धा वालकर और मास्टर को पीटने पर क्या बताया?