उस दिन बिहार के अखबार की सुर्खियों में एक बच्चे के अपहरण की कहानी छपी हुई थी. मुजफ्फपुर के डीपीएस स्कूल में पढ़ने वाले छात्र का अपहरण हो गया था. उस वक्त राबड़ी देवी बिहार की मुख्यमंत्री थीं और पटना हाई कोर्ट ने कहा था कि बिहार में तो जंगलराज है. वाजपेयी को इस बात की खबर अखबारों से ही लगी थी. विक्की ठाकुर उर्फ पप्पू ठाकुर इस मामले का मुख्य अभियुक्त था, लेकिन वो फरार था. इस पूरी घटना को अखबारों के जरिए पढ़ने के बाद जब वाजपेयी मंच पर भाषण देने आए, तो दोनों हाथ फैलाकर पूछा कि मेरा किसलय कहां है, कोई मुझे मेरा किसलय लौटा दे.

अपनी मां के साथ किसलय. अपहरण के बाद पुलिस ने उसे छुड़ा लिया था. बाद में अपहरण करने वाले को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था. (Photo : Getty Images)
वाजपेयी का भाषण सुनने के लिए उस दिन पूरे बाज़ार के कारोबारी अपनी दुकानें बंद करके पहुंचे थे. बिहार में अपराध चरम पर था और हर रोज अखबारों में अपहरण की खबरें सामान्य बात हो गई थी. किसलय से पहले भी दीपक नाम के एक लड़के का अपहरण हुआ था. वाजपेयी के किसलय को लौटाने वाली बात का ये असर हुआ कि बिहार पुलिस ने 13 दिन बाद किसलय को सकुशल बरामद कर लिया.
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