अनिरुद्धाचार्य (Aniruddhacharya), एक ऐसे कथावाचक जिनके रील्स या मीम्स आपकी नजरों से जरूर गुजरे होंगे. लोगों से बातचीत के दौरान ‘कुछ भी’ कह देने की आदत के लिए जाने जाते हैं. जैसे- ‘शराब और गुटखा का सेवन करने वाले दौ कौड़ी के लोग होते हैं’. एक वायरल वीडियो में अनिरुद्धाचार्य एक महिला से पूछते हैं कि शादी हो गई है? जवाब मिलता है- हां. तो अनिरुद्धाचार्य का अगला सवाल होता है- कितने पति हैं?
अनिरुद्धाचार्य सोशल मीडिया पर 'मीम मटेरियल' बने हैं तो इसकी वजह उनके ये बयान हैं
Aniruddhacharya सोशल मीडिया पर वायरल कथावाचकों में से एक हैं. वो महिलाओं के लिए अपमानजनक कमेंट्स करते हैं. कई सवालों के ऐसे जवाब देते हैं जिनका तर्क से कोई लेना-देना नहीं होता.

स्त्री विरोधी कमेंट्स में भी बाबा का हाथ तंग नहीं है. उनके ऐसे कुछ बयान इस प्रकार हैं-
"सुंदर होना स्त्री का दोष है."
“बेटियां फिल्में देखने जाती हैं इसलिए उनके 35 टुकड़े होते हैं.”
"स्त्रियों को लेटकर प्रणाम नहीं करना चाहिए."
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कथावाचक अनिरुद्धाचार्य देश के सबसे महंगे कथावाचकों में से एक हैं. 'विवादों के बाबा' अनिरुद्धाचार्य फिलहाल बिस्कुट पर दिए अपने बयान के कारण चर्चा में हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल अनिरुद्धाचार्य का एक यूट्यूब चैनल भी है. इसी चैनल पर उनके परिचय के लिए एक वीडियो है. इसके अनुसार, इनका जन्म 27 सितंबर 1989 को मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से 9 किलोमीटर दूर रेवझ गांव में हुआ. उन्होंने वृंदावन में रहकर वेद पुराण और शास्त्रों का अध्ययन किया. यहीं पर उन्हें रामानुजाचार्य संप्रदाय से आने वाले संत गिरिराज शास्त्री से दीक्षा मिली. इसके बाद अनिरुद्धाचार्य ने अपनी जन्मस्थली पर ही पहली बार कथावाचन किया. इसके बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में उनका कथावाचन होने लगा.
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इसके बाद मई 2019 में वृंदावन में ही उन्होंंने अपने आश्रम की नींव डाली. नाम दिया गया- गौरी गोपाल आश्रम. काम बन गया. उनकी कथा सुनने हजारों लोगों की भीड़ पहुंचने लगी. सोशल मीडिया का सहारा मिला तो और पॉपुलर हुए. कथा सुनने आए लोग अपनी निजी जिंदगी से जुड़ी समस्याओं को लेकर इन तक पहुंचने लगे. लोग से बातचीत और उनको सुझाए गए समाधान के वीडियो वायरल होने लगे.
बिस्कुट को बता दिया ‘विष की कीट’हाल के वायरल बयान में अनिरुद्धाचार्य ने बिस्कुट को जहरीला बता दिया. उन्होंने कहा,
iPhone कहां से आया?"आप ज्यादा खाते हैं- बिस्कुट. बिस्कुट का मतलब क्या है? विष की कीट. विष मतलब? जहर की किट. जिसमें जहर कूट के भरा हो. आप लोग चाय और बिस्कुट खूब खाते हैं. बिस्कुट में मैदा और शक्कर के अलावा और क्या है?"
ऐसे ही एक वायरल वीडियो में अनिरुद्धाचार्य ने iPhone, स्टीव जॉब्स और उनके एप्पल के आइकॉन से जुड़ा एक किस्सा सुनाया था. किस्सा में किया गया दावा कुछ ज्यादा बढ़ाया-चढ़ाया लगा. इसलिए वायरल हुआ. इसमें अनिरुद्धाचार्य कहते हैं,
“आप लोगों ने आईफोन का नाम तो सुना ही होगा. आईफोन सबसे बड़ा ब्रांड है. आईफोन के जितने भी प्रोडक्ट्स होते हैं- उन पर कटा हुआ सेब बना होता है. ये कहां से आया? आपको पता है?”
इसके बाद वो ‘नीम करोली बाबा’ का जिक्र करते हुए बड़ा दावा कर देते हैं. कहते हैं,
"हमारे यहां पर एक संत हुआ करते थे, नीम करोली बाबा. उनके पास अमेरिका का एक शिष्य (स्टीन जॉब्स) आया और उसने बोला कि गुरु जी हम एक फैक्ट्री डालना चाहते हैं. उस फैक्ट्री का नाम समझ नहीं आ रहा. नीम करोली बाबा के पास एक सेब रखा हुआ था. उन्होंने सेब खाया और उसे शिष्य को पकड़ा दिया और कहा ये रहा तुम्हारी फैक्ट्री का नाम. बस एप्पल इतना बड़ा ब्रांड बन गया."
इस बयान के लिए सोशल मीडिया यूजर्स ने उनको घेर लिया. उनके दावे पर सवाल उठाए गए.
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महिलाओं के लिए आपत्तिजनक बयानअनिरुद्धाचार्य के महिलाओं के बारे में कई ऐसे बयान हैं जो आपत्तिजनक हैं. अक्टूबर 2022 में उनके ऐसे ही एक बयान पर खूब बवाल हुआ. उन्होंने अपनी एक सभा में कहा,
"स्त्री का सुंदर होना गुण नहीं है. स्त्री का जरूरत से ज्यादा सुंदर होना दोष है. माता सीता का हरण क्यों हुआ? क्योंकि वो जरूरत से ज्यादा सुंदर थीं. द्रौपदी की भरी सभा में साड़ी क्यों खींची गई. क्योंकि द्रौपदी भी जरूरत से ज्यादा सुंदर थीं."
उन्होंने आगे कहा कि सीता सुंदर थीं इसलिए रावण के मन में वासना जागी और उसने उनका अपहरण किया था. बयान विवादास्पद तो था ही, अपमानजनक और गलत अवधारणा पेश करने वाला भी था. लिहाजा लोगों ने सवाल उठाए.
हिंदी कवि कुमार विश्वास ने इसे पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा,
"लड़कियां फिल्म देखती हैं इसलिए 35 टुकड़े होते हैं""यानी माता सीता के हरण, दुशासन द्वारा याज्ञसेनी के चीर-हरण के लिए वे पापी नहीं, हमारी माताएं दोषी थीं? कैसी प्रचंड मूर्खता है? पर समस्या ये है कि हमारे तथाकथित धर्म-संस्कृति रक्षक भी इस पर कुछ नहीं बोलेंगें क्योंकि उनकी भावनाएं भी बस अपने विपक्षी राजनैतिक खेमों पर ही आहत होती हैं."
दिसंबर 2022 में जयपुर में आयोजित एक भागवत कथा समारोह में भी उन्होंने लड़कियों को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था. कहा था कि लड़कियां पढ़ाई-लिखाई करने के बाद सिनेमाघरों में फिल्म देखने चली जाती हैं इसलिए उनके टुकड़े कर दिए जाते हैं. उनका बयान कुछ इस तरह था,
“पहले बेटियां पढ़ने-लिखने की बात कहकर घर से निकलती हैं. और फिल्म देखने और पॉपकॉर्न खाने चली जाती हैं. फिर एक दिन बिना बताए घर से ही चली जाती हैं. उसके बाद उनके 35 टुकड़े हो जाते हैं. अब यदि बेटियों को 35 टुकड़े होने से बचाना है तो उन्हें संस्कारवान बनाओ. बच्चे पैदा करना बड़ी बात नहीं है. बच्चे तो जानवर भी पैदा कर लेते हैं. बड़ी बात होती है उन्हें संस्कार देना… इसमें गलती माता-पिता की भी है. जो बच्चों को संस्कारित नहीं करते. इसलिए बेटियों को पढ़ाने-लिखाने के साथ संस्कारी भी बनाएं ताकि समाज में कुरीतियों का अंत किया जा सके. नहीं तो ऐसे खौफनाक दृश्य देखने को मिलते रहेंगे.”
बयान पर बवाल मचा तो अनिरुद्धाचार्य को माफी मांगनी पड़ी. लेकिन मामला फिर भी नहीं थमा. स्थानीय हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया और उनका पुतला भी फूंका. राष्ट्रीय महिला आयोग ने कुमार विश्वास के ट्वीट का संज्ञान लिया और DGP को पत्र लिखकर इस मामले में मुकदमा दर्ज कराने की मांग की. इसके बाद धर्म का अपमान करने और स्त्री का अनादर करने के लिए अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.
स्त्रियों को साष्टांग प्रणाम नहीं करना चाहिए: अनिरुद्धाचार्यकरीब एक साल पहले अनिरुद्धाचार्य के यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो अपलोड हुआ. इसमें एक महिला ने उनसे पूछा कि मंदिरों में पुरुषों को साष्टांग प्रणाम यानी जमीन पर लेटकर प्रणाम करने का अधिकार है, लेकिन महिलाओं को ऐसा नहीं करने दिया जाता. महिला ने उनसे इसका कारण पूछा. अनिरुद्धाचार्य ने इसका
महिला ने भरी सभा में दर्ज कराई आपत्ति"पहली बात तो ये कि ये मर्यादित नहीं लगता. आप लेट जाएं तो ये मर्यादा नहीं है. स्त्रियों के जो स्तन होते हैं वो धरती से टच नहीं होने चाहिए. धरती मां एक मां हैं और वो ये भार सहन नहीं कर पाती हैं. मैंने बचपन से सुना है, ऐसी मान्यता है. अब कोई कहेगा कि कितना भार है. लेकिन फिर भी ये बात जो मैंने सुनी है वो आपको सुनाई है. पुरुष भी जब साष्टांग प्रणाम करते हैं तो उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके कमर का हिस्सा जमीन से उठा हुआ हो."
हाल ही में इनका एक और वीडियो वायरल हुआ था. इसमें एक महिला उनसे शिकायत करती हैं कि उनके चैनल पर आपत्तिजनक थंबनेल के साथ उनका एक वीडियो अपलोड किया गया है. दरअसल, महिला इससे पहले भी अनिरुद्धाचार्य के सभा में आई थीं. इस दौरान उनका एक वीडियो रिकॉर्ड किया गया जो अनिरुद्धाचार्य हमेशा करते हैं. इसके बाद उनके चैनल पर इस थंबनेल के साथ डाला गया- '
पहले तो कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने इस बात को मानने से इनकार कर दिया. फिर महिला ने उनको अपने मोबाइल में इसका सबूत दिखाया. इसके बाद उन्होंने कहा कि वो इस मामले को देखेंगे. हालांकि, उसके बाद उन्होंने महिला से बहस भी की.
अनिरुद्धाचार्य को पड़ी फटकारकरीब एक साल पहले इनके कथित शास्त्रज्ञान से जुड़ा एक वीडियो काफी चर्चा में रहा. इस वीडियो में एक व्यक्ति अनिरुद्धाचार्य को बुरी तरह डांट रहे हैं. डांटने वाले व्यक्ति को अनिरुद्धाचार्य ‘गुरु जी, गुरु जी’ कह रहे हैं. चर्चा इस बात पर चल रही थी कि भागवत गीता में राधा का नाम है या नहीं? इस पर वो कहते हैं,
"लोग कहते हैं कि भागवत गीता में राधा का नाम नहीं है. जो भी कहता है गलत कहता है. लिखा हुआ है, मैं आपको श्लोक दिखा रहा हूं."
इसको बाद वो ‘राधा’ शब्द बोलते हैं और आश्वस्त होते हैं कि उन्होंने अपनी बात साबित कर दी. तभी बगल में बैठे उनके गुरु जी उनके सामने से माइक खींच लेते हैं. और गुस्से में कहते हैं, "ऐसा है कि आप नाश मत कीजिए. ये गलत है, अर्थ का अनर्थ मत कीजिए." अनिरुद्धाचार्य उनका हाथ पकड़ के रोकते हैं और गुरु जी, गुरु जी कहने लगते हैं. कोई संतोषजनक जवाब देने के बजाय अनिरुद्धाचार्य बस इतना ही कह पाते हैं कि वो गुरुजी के दास हैं. हालांकि, इसके बाद भी ‘गुरु जी’ का गुस्सा शांत नहीं होता और वो उनको कुछ देर डांटते हैं.
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