. ये 'कैसेनोवा' शब्द 18वीं शताब्दी के इटैलियन लेखक, जादूगर, ठग और एक्टर 'जियाकोमो जैकोपो गिरोलामो कैसेनोवा'
(एक ही आदमी का नाम है) से बना है. एक ऐसा आदमी जिसके प्रेम और सेक्स संबंधों ने उसे आदमी से एक प्रतीक में बदल दिया. दुनिया भर में लड़कियों से फ्लर्ट करने, संबंध बनाने और पौरुष दिखाने का प्रतीक. मगर कैसनोवा की ज़िंदगी में एक सीरियल लवर से अलग भी बहुत कुछ था.
https://www.youtube.com/watch?v=pDDwFjmQyq4
(कैसेनोवा पर बनी फिल्म. इसमें कैसेनोवा का किरदार हीथ लेजर ने किया था. वही जो द डार्क नाइट में 'जोकर' थे. और बैटमैन के दुश्मन.)
खराब बचपन और पहला प्यार
आज से 300 साल पहले पैदा हुए कैसनोवा का बचपन अच्छा नहीं रहा था. उसकी मां एक थिएटर ऐक्ट्रेस थी और पिता एक स्टेज डांसर. मगर कहा जाता है कि कैसेनोवा के असली पिता एक अमीर थिएटर मालिक थे. जिनके थिएटर में कैसेनोवा की मां काम करती थीं.8 साल की उम्र में कैसेनोवा के पिता की मौत हो गई. और उसे बोर्डिंग स्कूल में भेज दिया गया. यहां उसे 11 साल की उम्र में अपने टीचर गोज़ी की छोटी बहन बेट्टीना से पहली बार प्यार हुआ. कैसेनोवा ने अपने संस्मरणों में लिखा है, "उस लड़की ने मेरे दिल में आग सी लगा दी, मुझे कोई आइडिया नहीं था ऐसा क्यों हुआ मगर वो लड़की मेरा पैशन बन गई." जैसा अक्सर होता है कैसेनोवा को भी पहला प्यार नहीं मिला. बेट्टीना ने कहीं और शादी कर ली. मगर कैसेनोवा ने बुढ़ापे तक बेट्टीना के परिवार से लगाव बनाए रखा. और उनका ख्याल रखता रहा.

कैसेनोवा का पोट्रेट.
चर्च से निकाला जाना और अलग-अलग नौकरियां
कैसेनोवा ने सबसे पहली नौकरी चर्च में की. जहां उसने सबसे पहले पोप से प्रतिबंधित किताबों को पढ़ने की इजाज़त मांगी. कैसेनोवा ने अपने लिखने के हुनर का इस्तेमाल बड़े अधिकारियों के सीक्रेट प्रेम पत्र लिखने में किया. एक दिन छिपे हुए अफेयर का राज़ खुल गया. और कैसेनोवा को बलि का बकरा बनाकर चर्च से निकाल दिया गया. इसके बाद उसने सेना में नौकरी की. ऑर्केस्ट्रा में वायलनिस्ट के तौर पर काम किया. वकील बना, प्रोफेश्नल जुआरी बना और अंत में यूरोप के लंबे टूर पर निकल गया.सेक्स संबंधों को लिखना और जेल
कैसनोवा ने जादू की ट्रिक सीखी. अमीर औरतों को अपनी बातों और जादू से इंप्रेस किया. उनके साथ अपने संबंधों के किस्सों को कहानी की तरह लिखा और बेचा. कुछ सालों तक ये खूब चला मगर फिर पेरिस पुलिस ने इसके बाद उसे पकड़ कर जेल में डाल दिया. कैसेनोवा जेल से भाग निकला. अगले कई सालों तक वो यूरोप के अलग-अलग देशों में भागता और घूमता रहा. कहें कि कांड करता रहा. 50 की उम्र होने पर वो वापस वेनिस वापस आया. कुछ साल वहां बिताने के बाद फिर पेरिस गया. इस बीच में वो बैंजमिन फ्रैंकलिन, वॉल्टेयर, मोज़ार्ट जैसी इतिहास की कई महान हस्तियों की संगत में रहा.प्रेम संबंध
कैसेनोवा की महिलाओं के बारे में राय बहुत ही विरोधाभासी है. 14 की उम्र में 14 और 16 साल की दो चचेरी बहनों ने एक साथ उसके साथ संबंध बनाए. कैसेनोवा का कहना था कि इसी घटना ने उसको हमेशा के लिए बदल दिया. समय-समय पर कैसेनोवा की औरतों को लेकर सोच बदलती रही.एक तरफ उसने 40 की उम्र में 13 साल की एक ऐसी लड़की को पैसे देकर सेक्स स्लेव की तरह रखा, जिसके पीरियड्स भी शुरू नहीं हुए थे. वहीं 31 की उम्र में उसने पैरिस में 13 साल की प्रॉस्टिट्यूट को उसकी उम्र देखकर बिना इंटरकोर्स के ही वापस कर दिया था.
एक जगह उसने लिखा है,
"ऐसी कोई ईमानदार औरत नहीं है जिसके दिल में अपनी जगह नहीं बनाई जा सकती. शराब और ताकत किसी को सिड्यूस करने के टूल नहीं हो सकते. प्यार करने के लिए आपके पास शब्द होने चाहिए. चुप रहने से प्रेम का दो तिहाई हिस्सा बर्बाद हो जाता है."एक और जगह उसने लिखा,
"अगर औरत सिर्फ खूबसूरत है, बुद्धिमान नहीं तो किसी भी अच्छे पुरुष के लिए उसका एक शरीर से ज़्यादा मतलब नहीं होगा. औरतों का बुद्धिमान होना एक अच्छी चीज़ है."

कैसेनोवा का लिखा संस्मरण.
कल्ट स्टेटस
कैसेनोवा के कुल 152 औरतों से संबंध रहे. मगर उसके इन संबंधों को किस्सों की तरह लिखने से वो काफी पॉपुलर हुआ. 1820 में उसके परिवार वालों ने ये संस्मरण किताब की तरह जर्मन भाषा में छपवा दिए. 1960 में कैसेनोवा की किताब अंग्रेज़ी में छपी. इसके बाद धीरे-धीरे उसे वो कल्ट दर्ज़ा मिला जिसका ज़िक्र आज होता है. कैसेनोवा पर अब तक टीवी सीरीज़, डॉक्यूमेंट्री और फिल्म भी बन चुकी है.ये भी पढ़ें :
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