प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का 3 घंटे लंबा इंटरव्यू लेने वाले अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन (Lex Fridman) भारत में खूब मशहूर हो गए हैं. उन्होंने अपने पॉडकास्ट चैनल पर रविवार को पीएम मोदी के साथ अपना इंटरव्यू शेयर किया. इसके बाद से इंटरव्यू के अलग-अलग हिस्से तो वायरल हो ही रहे हैं, साथ ही इंटरव्यू लेने वाले शख्स को लेकर चर्चा शुरू हो गई है.
'साइंटिस्ट, गूगल के साथ काम, फिर पॉडकास्ट', लेक्स फ्रिडमैन जो PM मोदी के इंटरव्यू के बाद वायरल हैं
अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन (Lex Fridman) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 3 घंटे लंबा इंटरव्यू लिया, जिसके बाद वह भारत में चर्चा का विषय बन गए हैं.

लोग बहुत बेसब्री से जानना चाह रहे हैं कि आखिर ये फ्रिडमैन साहब हैं कौन, कहां रहते हैं और क्या करते हैं, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इतना लंबा ‘इंटरनेशनल’ इंटरव्यू लिया है?
कभी एक AI रिसर्च असिस्टेंट के रूप में काम करने वाले लेक्स फ्रिडमैन (Lex Fridman) आज दुनिया के सबसे मशहूर पॉडकास्टरों में से एक बन चुके हैं. उनकी खासियत सिर्फ उनके गहरे सवाल या इंटरव्यू का अंदाज नहीं है, बल्कि यह भी है कि वह एलन मस्क, जेफ बेजोस और कान्ये वेस्ट जैसी हस्तियों को घंटों तक अपने पॉडकास्ट में बिठाए रखते हैं. उनके प्रभाव पर अगर किसी को अब भी शक हो, तो बस यह जान लीजिए कि उन्होंने सितंबर 2024 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव कैंपेन के बीच डॉनल्ड ट्रंप का इंटरव्यू लिया था. वह भी ऐसे समय में जब ट्रंप पर 2 बार जानलेवा हमले हो चुके थे. इस इंटरव्यू ने दुनिया भर में सुर्खियां बटोरीं और इस के बाद से पॉडकास्ट की दुनिया में फ्रिडमैन का कद और भी ऊंचा हो गया. लेकिन सवाल यह है कि मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) का यह शोधकर्ता और एक कंप्यूटर साइंटिस्ट आखिर दुनिया का सबसे बड़ा पॉडकास्ट स्टार कैसे बन गया?
लेक्स फ्रिडमैन का जन्म सोवियत संघ के ताजिकिस्तान में हुआ था. उनके पिता एक प्लाज्मा भौतिकविद (Plasma Physicist) थे. घर में विज्ञान का यह माहौल उनके भीतर भी जिज्ञासा भरता गया. फ्रिडमैन जब 11 साल के थे, तभी उनका परिवार अमेरिका चला गया. वहां उन्होंने कंप्यूटर साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स में अपनी पढ़ाई पूरी की. फ्रिडमैन का पहला प्यार AI और मशीन लर्निंग था. हालांकि, उन्होंने MIT में रोबोट्स और इंसानों के बीच संबंधों पर रिसर्च की. गूगल जैसी कंपनियों के साथ काम किया, लेकिन जल्द ही उन्होंने महसूस किया कि उनकी असली रुचि सिर्फ लैब में रहकर शोध करने में नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे बड़े दिमागों से बातचीत करने में है.
पॉडकास्ट की शुरुआत और जबरदस्त सफलता
साल 2018 में फ्रिडमैन ने अपना पॉडकास्ट शुरू किया, जिसका फोकस AI और टेक्नॉलजी था. शुरुआत में वह केवल वैज्ञानिकों से बातचीत करते थे, लेकिन जल्द ही उनके पॉडकास्ट ने एक नया मोड़ लिया. उन्होंने राजनीति, दर्शनशास्त्र और समाज से जुड़े विषयों पर भी चर्चा शुरू कर दी. उनकी गहरी सोच, शांत स्वभाव और तर्कपूर्ण बातचीत ने लोगों का ध्यान खींचा. जल्द ही उनके पॉडकास्ट पर एलन मस्क आए और फिर उनकी किस्मत बदल गई. इसके बाद से ही दुनिया की दिग्गज हस्तियां उनके इस प्लेटफॉर्म पर आने लगीं.
सफलता की ऊंचाइयों पर कैसे पहुंचे?
फ्रिडमैन के इंटरव्यू की खासियत थी कि वह बिना किसी पूर्वाग्रह या नकारात्मकता के मेहमानों को खुलकर बोलने देते हैं. इसी वजह से दुनिया की सबसे व्यस्त हस्तियां भी उनके लिए अपना समय निकालने लगीं. उनके इंटरव्यू में एलन मस्क ने भविष्य की टेक्नॉलजी पर खुलकर चर्चा की. जेफ बेजोस ने बिजनेस और अंतरिक्ष अभियानों की रणनीति बताई और कान्ये वेस्ट ने अपनी जिंदगी के उतार-चढ़ाव साझा किए.
अमेरिकी चुनाव प्रचार के बीच सितंबर 2024 में डॉनल्ड ट्रंप दो बार हत्या के प्रयास से बाल-बाल बचे थे. ऐसे हालात में भी उन्होंने लेक्स फ्रिडमैन को इंटरव्यू देने का फैसला किया. इस इंटरव्यू ने फ्रिडमैन को न सिर्फ अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा सुने जाने वाले पॉडकास्टरों में शामिल कर दिया. MIT के जाने-माने प्रोफेसर और भौतिकी में नोबेल पुरस्कार विजेता फ्रैंक विल्चेक उनके बारे में कहते हैं कि लेक्स उन पत्रकारों से कहीं अधिक उच्च बौद्धिक स्तर पर हैं, जो विज्ञान कवर करते हैं. वह सिर्फ सवाल नहीं पूछते, बल्कि गहराई से विषय को समझते हैं, उसमें डूब जाते हैं.
विल्चेक आगे कहते हैं,
'मुझे लगता है कि वह ईश्वरीय कार्य कर रहे हैं. वे लोगों को विज्ञान समझाने में मदद कर रहे हैं, और यह दुनिया के लिए एक अमूल्य योगदान है.'
क्या है पढ़ाई-लिखाई
लेक्स फ्रिडमैन रूसी मूल के अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शोधकर्ता हैं. मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) से भी पढ़ाई की है. यहां पर उन्होंने इंसान और रोबोट के बीच इंटरैक्शन के सब्जेक्ट पर स्टडी की है. लेक्स ने ड्रेक्सेल यूनिवर्सिटी से बीएससी कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन किया है. यहीं पर एआई और मशीन लर्निंग को लेकर उनका जुनून आकार लेने लगा था. बाद में उन्होंने इसी संस्थान से इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग में मास्टर्स और पीएचडी की भी डिग्री पूरी की. लेक्स ने इस दौरान ह्यूमन सेंटर्ड-AI (Artificial Intelligence) और मशीन लर्निंग ऐप्लीकेशन पर काम किया.
अपनी पीएचडी के बाद फ्रिडमैन एमआईटी (मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) चले गए. यहां पर उन्होंने ऑटोनॉमस वीईकल्स, एआई, रोबोटिक्स और ह्यूमन बिहैवियर से जुड़ी परियोजनाओं पर काम किया. उनका रिसर्च सेल्फ ड्राइविंग कारों में ह्यूमन एक्शन्स को समझने और प्रेडिक्ट करने में कुशल सिस्टम को डेवलप करने पर केंद्रित था. एमआईटी में उनके रिसर्च की तारीफ एलन मस्क (Elon Musk) ने भी की थी.
गूगल के साथ भी किया है कामफ्रिडमैन ने Google के साथ भी काम किया है. उन्हें 'AI-powered identity authentication' पर अपने शोध को आगे बढ़ाने के लिए गूगल ने हायर किया था लेकिन वह स्वतंत्र रूप से अपने शोध पर ध्यान देना चाहते थे, इसलिए थोड़े समय के बाद उन्होंने कंपनी छोड़ दी. इसके बाद साल 2018 में उन्होंने 'लेक्स फ्रिडमैन पॉडकास्ट' (मूल रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पॉडकास्ट नाम दिया गया) लॉन्च किया.
बड़े-बड़े लोगों का लिया है इंटरव्यू
फ्रिडमैन के पॉडकास्ट में एआई, रोबोटिक्स, न्यूरोसाइंस, दर्शनशास्त्र और अर्थशास्त्र जैसे अनेक क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ गहन बातचीत होती है. उनके पॉडकास्ट में दुनिया भर की कई दिग्गज और नामचीन हस्तियों ने हिस्सा लिया है. इनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के अलावा नोम चोम्स्की, मार्क जकरबर्ग, युवल नोआ हरारी, सैम ऑल्टमैन और शतरंज के ग्रैंडमास्टर मैग्नस कार्लसन भी शामिल हैं.
सोशल मीडिया पर है मौजूदगी
सोशल मीडिया पर भी फ्रिडमैन की दमदार मौजूदगी है. YouTube पर उनके 4.5 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं. इंस्टाग्राम पर 1.4 मिलियन से ज्यादा लोग उन्हें फॉलो करते हैं. एक्स (पहले ट्विटर) पर भी उनके 4.2 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर हैं.
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