The Lallantop

पॉल वॉकर: वो एक्टर, जो फिल्मों में फास्ट था, फिल्में करने में नहीं

फास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज वाले पॉल वॉकर, जिनकी चार साल पहले मौत हो गई थी.

post-main-image
साल 2007 था. नया-नया कंप्यूटर लिया था. उस पर सिर्फ फिल्में देखने का काम होता था. अंग्रेजी बहुत अच्छी नहीं थी, लेकिन हॉलीवुड फिल्में देखने का शौक था. वो, जिनमें एक्शन हो, एडवेंचर हो, ढेर सारा स्पेशल इफेक्ट और स्पीड हो. 'मैट्रिक्स' सीरीज की हिंदी डब्ड फिल्मों की डीवीडी लाया था. उसी में साथ लगी थी फिल्म 'रनिंग स्केयर्ड.' फिल्म तो अच्छी लगी थी, क्योंकि उसमें एक्शन और स्पीड थी. फिल्म का हीरो भी अच्छा लगा था. अपने इधर के अजय देवगन और सनी देओल से अलग कुछ टेस्ट मिला था.
https://www.youtube.com/watch?v=bBboyvN3s-o

फिल्म याद रह गई. इसके हीरो का नाम नहीं पता था. फिर इसी तरह भटकते भटकते 'द फास्ट एंड द फ्यूरियस' देख ली. ये पुरानी फिल्म थी. 2001 में आई थी. इतनी अच्छी लगी कि तब तक आई इसकी तीनों फिल्में देख लीं. फिर मैं इस एक्टर को पहचानने लगा 'ब्रायन ओ कॉनर' के नाम से. 20 नवंबर 2013 को एक भीषण कार हादसा हुआ, जिसमें इस एक्टर की डेथ हो गई. तब मुझे पता चला कि इनका नाम पॉल वॉकर था. अचानक शॉक लगा. इतना बेहतरीन और अपना फेवरेट एक्टर सेकेंड्स में दुनिया छोड़ गया. काफी देर तक यकीन नहीं हुआ. लेकिन ये पता है कि "जो आता है वो जाता है ये दुनिया आनी जानी है, यहां हर शय मुसाफिर है सफर में जिंदगानी है." तो बहुत वक्त नहीं लगा ये सच्चाई पचाने में. 12 सितंबर को पॉल का बड्डे होता है. बंदा अगर ज़िंदा होता, तो आज अपना 43वां बर्थडे मनाता.

paul-q


पॉल वॉकर: बहुत फास्ट, लेकिन कम महत्वाकांक्षी

हमारे जैसे तमाम लोग वॉकर को फास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज के हीरो के रूप में जानते हैं. उन्होंने कुछेक टीवी सीरीज के अलावा 25 के लगभग फिल्मों में काम किया. 'फास्ट...' सीरीज की फिल्मों में उनका कैरेक्टर बड़ा लुभावना है. एक लड़का धीर गंभीर सा, चेहरे पर बहुत कम मुस्कान लाता है. वो भी निश्छल सी. फिर उसकी जिंदगी में बीवी और बच्चा आ जाते हैं. परिवार मतलब जिम्मेदारी, जो कि टीम के दूसरे सदस्यों के पास नहीं है. वो अभी फ्यूचर के प्लान्स से मुक्त हैं. अपने यहां ऐसे युवा लुक्खे कहे जाते हैं. वॉकर के कैरेक्टर से इतनी मोहब्बत की वजह ये है कि वो इतनी जिम्मेदारियों के बावजूद ढेर सारा रिस्क लेता है. अपने साथियों के लिए. अपनी जिंदगी और मुस्तकबिल को दांव पर लगाकर. यही उसे फिल्म का लीड हीरो बनाता है.


फास्ट ऐंड फ्यूरियस के एक सीन में पॉल
फास्ट ऐंड फ्यूरियस के एक सीन में पॉल

इसके अलावा उसका पैशन है गाड़ियां. तेज रफ्तार गाड़ियां, जो पूरी दुनिया के यूथ का पैशन है. इसलिए फास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज यूथ ओरिएंटेड है. इस फिल्म के अलावा स्पीड को लेकर वॉकर के बारे में किवदंतियां मशहूर हैं. कि कार में 42 बार प्रति मिनट के हिसाब से गियर शिफ्ट करते थे. और सबसे आखिरी बात ये कि अगर हादसे वाले दिन वो अपने दोस्त के बजाय खुद अपनी पोर्श कार ड्राइव कर रहे होते, तो शायद ज़िंदा होते.

https://www.youtube.com/watch?v=QNrfV2pFZGM
खैर, इस फिल्म के अलावा उनका सिनेमा जगत को बहुत खास योगदान है, ये कहना ठीक नहीं. क्योंकि जैसे फिल्म में सिंपल सा, घर परिवार वाला आदमी, जो लफड़ों से दूर रहना चाहता है, महत्वाकांक्षी बहुत कम है, वैसे ही उनकी जिंदगी रही, वैसा ही करियर रहा. बहुत ज्यादा फिल्में नहीं हैं उनके नाम. और जितनी हैं भी, उनकी भी कुछ खास पहचान नहीं है. फिर भी पॉल की इमेज शानदार एक्टर की है.
poaul-w

इस छवि के पीछे क्या काम करता है? हमारी, आपकी और सारी दुनिया की दरियादिली, जो किसी भी शख्स की मौत के बाद आलोचना से परहेज करती है. राजनीति को छोड़कर चाहे जिस प्रोफेशन से जुड़ा शख्स हो, उसे जाने के बाद कम से कम अच्छे इंसान के रूप में हमेशा याद किया जाता है. बताया जाता है. वॉकर की जिंदगी बहुत सादी थी. न कभी किसी स्कैंडल में नाम आया, न कोई सेंसेशनल मूमेंट वायरल हुआ. उनकी पूरी टीम उनको चाहती थी, जिसका इजहार वो हर मंच से करते हैं.

https://www.youtube.com/watch?v=YUrsR32XJEI

ये कह सकते हैं कि उनमें गुंजाइश बहुत रही हो, लेकिन मौका नहीं मिला, जिंदगी हाथ से फिसल गई. उसी का फायदा उनकी छवि को मिलता है. बाकी वो शख्स अपनी निजी जिंदगी में कैसा था, इसकी जानकारी किसी को नहीं है. और न अब होगी. लास्ट मूमेंट का काम छवि बनाने में सबसे कारगर होता है. जैसे हीथ लेजर. 'द डार्क नाइट' फिल्म के जोकर. उनका नाम इतिहास में इस रोल के लिए दर्ज हो गया है. काम इनका पहले भी नोटिस किया गया, लेकिन जोकर के लिए अलग से प्रशंसा मिली. अब वो विलेन के रोल, जो हीरो पर भारी पड़ गए, इस सीढ़ी में पहला नंबर जोकर का आता है.


जोकर के कैरेक्टर में हीथ लेजर
जोकर के कैरेक्टर में हीथ लेजर

भारतीय सिनेमा की दिव्या भारती को ले लीजिए. कमाल की एक्ट्रेस. लाखों दिलों की धड़कन. जब वो ग्लैमर जगत में छाईं, तो छोटे से करियर में ही कई जमी हुई एक्ट्रेसेज को ठिकाने लगा दिया. टॉप पर थीं श्रीदेवी. उनका सिंहासन डोल गया. दिव्या भारती के फैन्स उस जमाने में छपने वाले अखबारों और फिल्म पत्रिकाओं की कतरनें अपनी किताबों की अलमारी में रखते हैं. उन्हीं में दिव्या की चुगली भी मिलती कि वो भाव खाती थीं.


divya
दिव्या भारती

मीडिया से कैमरा थामे लोग एक तस्वीर लेने के लिए उनके पीछे भागते थे और वो झिड़क देती थीं. डायरेक्टर कहते थे "इनका स्वभाव चाइल्डिश है, जिसकी वजह से दिक्कत होती है." लेकिन जब वो दुनिया से गईं, तो ये सारी बातें बेमानी हो गईं. हमारी पीढ़ी उनको एक दिलकश अदाकारा के रूप में जानती है, जिसने हमको शाहरुख खान सा दीवाना दिया और उम्र की ढलान पर लुढ़कते ऋषि कपूर उनके लिए "तेरे दर्द से दिल आबाद रहा" गाते दिखे.

लेकिन वॉकर भारतीय नहीं, वैश्विक सिनेमा के सितारे थे. वहां से कुछ फिल्में पूरी दुनिया में कमाने के लिए निकलती हैं. फास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज का कमाऊ फिल्मों में खास स्थान है. इसको इतने ऊंचे पर लाने में बड़ी भूमिका निभाने वाले पॉल वॉकर का 43वां बर्थडे है आज.




ये भी पढ़ें:
एक बदसूरत, भोंदू औरत जब अपनी पे आती है तो ब्यूटी क्वीन त्राहिमाम करती है

फ्रंटल न्यूडिटी देने वाली वो बहादुर भारतीय अभिनेत्री

'पप्पी नाम है हमारा, लिख के बताएं कि दे के?' एक पात्र और ठहाके बेशुमार..

शंकर: वो डायरेक्टर, 23 साल में जिसकी एक भी फिल्म नहीं पिटी!