'‘राम मंदिर निर्माण के बाद लोगों को लगता है कि वो ऐसे मुद्दे उठाकर हिंदुओं के नेता बन सकते हैं. नफरत और दुश्मनी से नए स्थलों के बारे में मुद्दे उठाना स्वीकार्य नहीं. बाहर से आए कुछ समूह अपने साथ कट्टरता लेकर आए हैं. भारतीयों को पिछली गलतियों से सीख लेनी चाहिए और अपने देश को दुनिया के लिए एक आदर्श बनाने का प्रयास करना चाहिए." ये तमाम बातें कहीं हैं राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने. उनका बयान इस ओर इशारा कर रहा है कि वो मंदिर-मस्जिद पर किए जा रहे दावों को अलग नज़रिये से देखते हैं. इससे पहले भी मोहन भागवत के बयान चर्चा में रहे हैं. पूरी ख़बर जानने लिए वीडियो देखिए.