पहलगाम के ज़िपलाइन ऑपरेटर मुजम्मिल के बचाव में उनके परिवार का बयान आया है. उनके पिता अब्दुल अज़ीज़ ने कहा है कि घटना के बाद मुजम्मिल बहुत डरा हुआ था और रो रहा था. उनके पिता अब्दुल अज़ीज़ ने न्यूज़ एजेंसी ANI से बात की. जब वायरल वीडियो के बारे में पूछा गया जिसमें मुजम्मिल 'अल्लाह-हू-अकबर' कहते दिखाई दे रहे हैं, तो उनके पिता ने कहा,
'तूफान भी आता है तो हम 'अल्लाह-हू-अकबर' कहते हैं', पहलगाम वाले मुजम्मिल के पिता का बयान
गुजरात के ऋषि भट्ट जब जिप लाइन में जा रहे थे, उसी दौरान मुजम्मिल ने 'अल्लाह-हू-अकबर' कहा. जिप लाइन का आनंद लेते वक्त ऋषि वीडियो बना रहे थे. इस वीडियो में लोगों के भागने और आतंकियों के हमला करने के भी दृश्य कैद हो गए. वीडियो सामने आया तो ऋषि ने मुजम्मिल पर सवाल खड़े किए.

"अगर तूफान भी आता है तो हम 'अल्लाह-हू-अकबर' कहते हैं. इसमें हमारी क्या गलती है? मुजम्मिल सिर्फ ज़िपलाइन का काम करता था, और कुछ नहीं करता."
दरअसल, गुजरात के ऋषि भट्ट जब जिप लाइन में जा रहे थे, उसी दौरान मुजम्मिल ने 'अल्लाह-हू-अकबर' कहा. जिप लाइन का आनंद लेते वक्त ऋषि वीडियो बना रहे थे. इस वीडियो में लोगों के भागने और आतंकियों के हमला करने के भी दृश्य कैद हो गए. वीडियो सामने आया तो ऋषि ने मुजम्मिल पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि उनके ज़िपलाइन में जाने से पहले ज़िपलाइनर ने ‘अल्लाह-हू-अकबर’ कहा था, जबकि पहले किसी की बारी में कुछ नहीं कहा. उन्होंने कहा,
"मुझसे पहले नौ लोग ज़िपलाइन कर चुके थे, लेकिन ऑपरेटर ने कुछ नहीं कहा. जब मैं ज़िपलाइन पर गया, तब उसने कहा और तभी फायरिंग शुरू हो गई. मुझे उस आदमी पर शक है. उसने तीन बार 'अल्लाहू-हू-अकबर' कहा और फिर फायरिंग शुरू हुई. वो एक आम कश्मीरी जैसा ही लग रहा था."
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक इसके अलावा कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने वायरल वीडियो की जांच की मांग की जिसमें जिपलाइनर 'अल्लाह-हू-अकबर' कहा. उन्होंने कहा,
"ये जांच का विषय है. मैंने भी वो वीडियो देखा है. इसकी जांच होनी चाहिए. सच सामने आना चाहिए."
मुजम्मिल के पिता ने इन सब आरोपों को खारिज किया है. उन्होंने कहा कि उनका बेटा सिर्फ जिपलाइन ऑपरेटर का काम करता है, इसके अलावा कुछ नहीं.
बता दें कि मुजम्मिल से NIA और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी पूछताछ की है. इंडिया टुडे के मुताबिक सूत्रों ने बताया है कि NIA को उनसे पूछताछ और शुरुआती जांच के बाद ऐसा नहीं लगा कि मुजम्मिल का पहलगाम हमले से कोई संबंध है. रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने कहा कि 'अल्लाह-हू-अकबर' एक ‘स्वाभाविक प्रतिक्रिया’ है. अधिकारियों ने उदाहरण दिया कि घबराहट और अचानक कुछ सामने होने पर जैसे हिंदुओं में 'हे राम' बोला जाता है, ठीक उसी तरह 'अल्लाह-हू-अकबर' भी एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है.
वीडियो: जिपलाइन वाले पर्यटक ने बताया, हमले के समय ऊपर से क्या दिखा? जिपलाइन ऑपरेटर क्यों लगा रहा था धार्मिक नारे?