पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दक्षिण दिनाजपुर के बालुरघाट में एक बड़ी रैली निकाली. इस रैली को मुर्शिदाबाद जिले में भड़की हिंसा और बढ़ते शरणार्थी संकट के विरोध में निकाला गया. केंद्रीय राज्य मंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने रैली को लीड किया, जिसमें हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता शामिल थे. लेकिन रैली में तब तनाव बढ़ गया जब भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई.
बंगाल हिंसा के विरोध में BJP की रैली, बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई
West Bengal में BJP प्रदेश अध्यक्ष Sukanta Majumdar की रैली के दौरान तनाव बढ़ गया. पुलिस और रैली निकाल रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. बंगाल हिंसा के विरोध में निकली रैली में BJP के कई बड़े नेताओं ने भी हिस्सा लिया.

इंडिया टुडे से जुड़े अनिर्बन सिन्हा रॉय की रिपोर्ट के मुताबिक, रैली बालुरघाट शहर से शुरू होकर डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ऑफिस तक पहुंची. BJP की तरफ से सब-डिविजनल ऑफिसर (SDO) को एक ज्ञापन सौंपा गया. इस ज्ञापन में मुर्शिदाबाद में पीड़ितों के पुनर्वास, SSC भर्ती घोटाले में इंसाफ, और 26,000 से ज्यादा योग्य अभ्यर्थियों को नौकरी से वंचित किए जाने जैसे कई अहम मुद्दों को उठाया गया.
रैली में BJP के कई बड़े नेताओं ने भी हिस्सा लिया. इनमें तपन के विधायक बुधराई टुडू और गंगारामपुर के विधायक सत्येंद्रनाथ राय समेत कई भाजपा नेता शामिल हैं. इस दौरान BJP ने इंसाफ की मांग करते हुए लोगों के साथ एकजुटता दिखाई.
सुकांत मजूमदार ने कहा,
BSF के स्थाई कैंप की डिमांड वहां की महिलाओं और बाकी लोगों के द्वारा की जा रही है. पश्चिम बंगाल की सरकार हिंदुओं को सुरक्षा देने में क्यों असमर्थ रही? (मुख्यमंत्री) ममता बनर्जी और उनकी पार्टी की तरफ से बार-बार बोला गया कि बाहर वाले थे. लोकल लोग बोल रहे हैं कि बाहर वाले नहीं थे, आजू-बाजू के लोग थे. यहां तक कि एक शिक्षक का घर तोड़ा गया, वो शिक्षक बोले कि उसमें उनके कुछ स्टूडेंट्स थे, जिन्होंने शिक्षक का घर तोड़ा और हिंदू शिक्षक है, इसलिए तोड़ा गया.
मजूमदार ने आरोप लगाया कि राज्य में केंद्रीय बलों की मौजूदगी से ही कुछ हद तक शांति बनी हुई है, लेकिन उनके हटते ही हालात फिर बिगड़ सकते हैं. उन्होंने दावा किया कि बंगाल से हिंदुओं का पलायन जारी है. मजूमदार ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी और वामपंथियों ने हिंदुओं को गुमराह किया, जबकि इस्लामिक कट्टरता चुपचाप बढ़ता रहा.
इस बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी बोस मुर्शिदाबाद पहुंचे. हिंसा के शिकार पीड़ितों से मिलने के बाद उन्होंने कहा,
जो हुआ वो बर्बर है. ऐसा फिर कभी नहीं होना चाहिए. लोग दहशत में हैं. हमें वहां सामान्य स्थिति बहाल करनी चाहिए और लोगों को यह भरोसा दिलाना चाहिए कि उनकी रक्षा करने वाला कोई है, और साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाने चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं ना हों. कई मांगों में से एक बड़ी मांग वहां स्थायी बीएसएफ कैंप की थी.
सीवी बोस शनिवार, 19 अप्रैल को मुर्शिदाबाद जिला पहुंचे थे. धूलियान में उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की. दरअसल, बीते दिनों वक्फ संशोधन कानून को लेकर मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़क गई थी, जिसके बाद कई लोगों को मालदा पलायन करना पड़ा.
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