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हरिशंकर तिवारी के बेटे और सपा नेता विनय शंकर तिवारी के कई ठिकानों पर ईडी की रेड

Samajwadi Party के नेता और Gorakhpur के चिल्लूपार सीट से विधायक रहे Vinay Shankar Tiwari से जुड़े कई ठिकानों पर ED ने रेड की है. उन पर ये कार्रवाई बैंक से लोन धोखाधड़ी के मामले में की गई है.

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विनय शंकर तिवारी (बाएं) समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए हैं. (इंडिया टुडे, फाइल फोटो)

समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता विनय शंकर तिवारी (Vinay Shankar Tiwari) के यहां ED की रेड पड़ी है. ED ने लखनऊ, गोरखपुर और मुंबई में गंगोत्री इंटरप्राइजेज से जुड़े दस ठिकानों पर छापेमारी की है. विनय शंकर तिवारी की पत्नी रीता तिवारी इस फर्म की मालिक हैं. विनय शंकर तिवारी पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं. बसपा से विधायक रहते हुए गंगोत्री इंटरप्राइजेज ने कई बैंकों से लोन लिया था.

पहले भी हो चुकी है कार्रवाई 

754 करोड़ रुपये के बैंक लोन घोटाले में उन पर पहले से CBI जांच चल रही है. इस मामले में ED ने भी PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत केस दर्ज किया है. ED ने 18 मार्च 2024 को विनय शंकर तिवारी की कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेज की 30.86 करोड़ रुपये की 12 संपत्तियां अटैच की थीं. यह कार्रवाई अलग-अलग बैंकों के 754 करोड़ रुपये हड़पने के मामले में की गई थी. इसमें गोरखपुर, लखनऊ और नोएडा की संपत्तियों को जब्त किया गया था.

ED ने मामले में मुख्य आरोपी रीता तिवारी और अजीत पांडेय के साथ-साथ गंगोत्री इंटरप्राइजेज के प्रमोटर्स, डायरेक्टर्स, गारंटर्स और रॉयल एम्पायर मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम दर्ज संपत्तियों को जब्त किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंगोत्री इंटरप्राइजेज लिमिटेड ने अपने प्रमोटर्स, डायरेक्टर्स और गारंटर्स के साथ मिलकर बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले 7 बैंकों के कंसोर्टियम से 1129.44 करोड़ रुपये की कैश क्रेडिट लिमिट ली थी. फिर इस रकम को उन्होंने दूसरी कंपनियों में डायवर्ट कर प्राइवेट संपत्तियां खरीद लीं और बैंकों से ली गई रकम वापस नहीं की. इससे बैंकों के कंसोर्टियम को करीब 754.24 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.

ED ने इस मामले में फरवरी 2024 में विनय शंकर तिवारी और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापा मारा था, जहां से बैंक की रकम से खरीदी गई संपत्तियों के दस्तावेज मिले थे. इस मामले में ED अब तक तिवारी और उनके सहयोगियों की कुल 103 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है.

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हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं विनय शंकर तिवारी

विनय शंकर तिवारी पूर्वांचल के चर्चित ब्राह्मण चेहरे हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं. हरिशंकर तिवारी छह बार गोरखपुर की चिल्लूपार विधानसभा से विधायक रहे और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे थे. विनय शंकर तिवारी भी इस सीट से बसपा के टिकट पर विधायक रह चुके हैं. साल 2021 में उन्होंने बसपा छोड़कर सपा का दामन थाम लिया था. विनय शंकर तिवारी एक बार योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भी लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं.

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