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वाराणसी: 7 दिनों तक गैंगरेप का शिकार होती रही पीड़िता! 23 आरोपियों पर ड्रग्स देने के आरोप भी लगे हैं

Varanasi में युवती से गैंगरेप के मामले में पुलिस ने 9 लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस ने बताया कि उनसे पूछताछ की जा रही है और आगे की कार्रवाई की जाएगी. पीड़िता की मां ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को नशीला पदार्थ खिलाकर आरोपियों ने दुष्कर्म किया है.

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वाराणसी में युवती के साथ गैंगरेप की वारदात. (India Today)

यूपी के वाराणसी में 23 लोगों पर एक युवती के साथ 'गैंगरेप' करने का आरोप लगा है. पीड़िता का आरोप है कि उसके साथ लगातार ‘7 दिनों तक बारी-बारी से’ रेप किया गया. घटना से जुड़ी FIR के मुताबिक आरोपियों ने पीड़िता को नशीला पदार्थ दिया और शहर में कई जगहों पर ले जाकर बलात्कार किया. यह घटना 29 मार्च से 4 अप्रैल के बीच की है. पुलिस ने मामले में 23 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. इनमें से 11 अज्ञात हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें हुक्का बार चलाने वाला अनमोल गुप्ता भी शामिल है. बताया जा रहा है कि गुप्ता ही गैंग का सरगना है और सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में पहले भी जेल जा चुका है.

इंडिया टुडे से जुड़े रोशन जायसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. लालपुर-पांडेयपुर थाने में दर्ज शिकायत में पीड़िता की मां ने पुलिस को बताया,

29 मार्च: पीड़िता घूमने के लिए अपनी दोस्त रिया के घर गई. वहां से लौटते समय रास्ते में उसे राज विश्वकर्मा नाम का युवक मिला. आरोप है कि राज ने उसे अपने कैफे में ले जाकर रातभर उसके साथ बलात्कार किया.

30 मार्च: पीड़िता समीर नाम के लड़के से मिली, जो अपने दोस्त के साथ बाइक पर था. समीर और उसका दोस्त उसे हाइवे पर ले गए, जहां बाइक पर ही पीड़िता के साथ कथित तौरपर दुष्कर्म किया गया. बाद में पीड़िता को नदेसर के पास छोड़ दिया गया.

31 मार्च: आयुष नाम का युवक अपने पांच दोस्तों के साथ पीड़िता से मिला. आयुष और उसके दोस्तों ने पीड़िता को अनमोल के कैफे में ले जाकर नशीला पदार्थ पिलाया, जिससे उसे चक्कर आने लगे. आरोप है कि इसके बाद उन ‘सभी ने बारी-बारी से पीड़िता के साथ बलात्कार’ किया. पीड़िता के चिल्लाने पर भी किसी ने मदद नहीं की और धमकी दी कि इस बारे में किसी को ना बताए.

1 अप्रैल: साजिद नाम का युवक अपने अन्य दोस्त के साथ पीड़िता से मिला और उसे होटल में ले गया. वहां पहले से मौजूद दो-तीन अन्य लोगों ने पीड़िता के साथ कथित तौरपर बलात्कार किया. इसके बाद पीड़िता को इमरान नाम का युवक बाइक पर बैठाकर एक अन्य होटल में ले गया, जहां नशा कराकर उसका कथित तौरपर यौन उत्पीड़न किया गया.  

2 अप्रैल: पीड़िता को राज खान नाम का युवक अपने दोस्त के साथ मिला और उसे अपने घर की छत पर ले गया. राज खान ने चाउमीन में नशीला पदार्थ मिलाकर पीड़िता को खिला दिया, जिससे उसे चक्कर आने लगे. फिर, राज खान ने पीड़िता के साथ कथित तौरपर रेप किया और बाद में उसे अस्सी घाट पर छोड़ दिया.

3 अप्रैल: पीड़िता अपनी दोस्त नव्या के घर गई और नशे की हालत में वहीं सो गई. जब वह शाम को नव्या के घर से बाहर निकली, तो दानिश नामक युवक उसे अपने एक दोस्त के कमरे पर ले गया. वहां पहले से मौजूद सोहेल, शोएब और अन्य ने पीड़िता को जबरदस्ती नशा करवा कर बारी-बारी से उसके साथ कथित तौरपर बलात्कार किया. फिर, पीड़िता को नशे की हालत में चौकाघाट के पास छोड़ दिया गया, जहां से वो किसी तरह अपनी दोस्त नव्या के घर पहुंची.

4 अप्रैल: पीड़िता घर वापस आई और पूरी घटना के बारे में परिवार को बताया.

मां ने दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट

एफआईआर में आगे बताया गया है कि पीड़िता की मां ने 4 अप्रैल को बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया था कि मौसी के घर जाने को बोलकर बेटी घर से बाहर निकली लेकिन वापस नहीं आई. इसका तस्किरा 4 अप्रैल को लालपुर पांडे थाने में दोपहर पौने 2 बजे दर्ज किया गया था. इसी दिन पीड़िता अपने घर वापस आ गई.  इस मामले में वरुणा जोन के डीसीपी चंद्रकांत मीणा ने बयान दिया,

"घटनाक्रम 29 मार्च से 4 अप्रैल तक का है. पीड़िता का कहना है कि वो 29 मार्च को अपनी मर्जी से अपनी दोस्त के पास गई थी. 4 अप्रैल को पीड़िता के परिवार ने थाना लालपुर-पांडेयपुर में पीड़िता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उसी दिन थाना लालपुर-पांडेयपुर ने पीड़िता को सकुशल बरामद किया."

DCP मीणा ने बताया कि उस दिन न तो पीड़िता और न ही उसके परिवार ने किसी तरह की कोई शिकायत की कि कोई रेप हुआ है. 6 अप्रैल को पीड़िता और उनके परिजन ने गैंगरेप के संबंध में तहरीर दी है. सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.

चंद्रकांता मीणा ने दैनिक भास्कर को बताया कि पीड़िता की मां की तहरीर पर और पीड़िता के बयान के आधार पर 23 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. पीड़िता का मेडिकल कराया गया है. इसके बाद केस में और धाराएं भी बढ़ाई जा सकती हैं. अज्ञात आरोपियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं. पहचान के बाद जल्द उनकी गिरफ्तारी की जाएगी.

रिपोर्ट के मुताबिक, जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें ज्यादातर 19 साल से 21 साल की उम्र के हैं. इनके नाम हैं- राज विश्वकर्मा (20 साल), आयुष धूसिया (19 साल), साजिद (19 साल), सुहैल (19 साल), दानिश (20 साल), इमरान (19 साल), शब्बीर आलम (21 साल), सोहेल खान (20 साल) और अनमोल गुप्ता (28 साल)

पुलिस पर भी उठे सवाल

इस पूरे मामले में पीड़िता के पिता ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने दैनिक भास्कर को बताया कि बेटी के घर न आने पर 3 अप्रैल को उन्होंने थाने में एप्लीकेशन दिया था. अगले दिन गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने बेटी की बरामदगी दिखा दी. पिता ने बताया कि पुलिस ने जब बेटी को घर लाकर छोड़ा तब वह नशे की हालत में थी. उसकी हालत बिगड़ती गई लेकिन पुलिस ने उसका मेडिकल नहीं कराया. उन्होंने आगे कहा कि वह 6 अप्रैल को भी थाने गए थे लेकिन तब भी पुलिस ने कोई केस दर्ज नहीं किया और बहाना बनाकर पुलिसकर्मी थाने से चले गए. दिन भर के इंतजार के बाद भी केस दर्ज नहीं किया गया. बाद में बड़े अधिकारियों के निर्देश के बाद मामले में मुकदमा लिखा गया.

इन धाराओं में मुकदमा

TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 70(1) (सामूहिक बलात्कार), 74 (यौन उत्पीड़न), 123 (जहर या हानिकारक पदार्थ देना), 126(2) (आने-जाने में रुकावट पैदा करना), 127(2) (गलत तरीके से बंधक बनाना) और 351(2) (आपराधिक धमकी) के तहत आरोप दर्ज किए गए. राज विश्वकर्मा, समीर, आयुष, सोहेल, दानिश, अनमोल, साजिद, जाहिर, इमरान, जैब, अमन, राज खान के खिलाफ नामजद और 11 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

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