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वाराणसी में सामूहिक हत्याकांड, एक साल बाद घर लौटे पति ने पत्नी और तीन बच्चों को मार डाला

Varanasi Family Murder: यूपी के वाराणसी में एक शख्स ने अपनी पत्नी और तीन बच्चों की गोली मारकर हत्या कर दी. उसके बाद आरोपी ने भी सुसाइड कर लिया.

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यूपी के वाराणसी जिले में पति ने पत्नी और तीन बच्चों की गोली मारकर हत्या कर दी. (तस्वीर-इंडिया टुडे)

यूपी के वाराणसी में एक परिवार के चार सदस्यों की हत्या से हड़कंप मच गया है. बताया गया है कि मां और उसके तीनों बच्चों की गोली मार कर हत्या की गई है. इस हत्याकांड का आरोप परिवार के ही मुखिया राजेंद्र गुप्ता पर लगा है. घटना के बाद से फरार आरोपी ने भी सुसाइड कर लिया. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर उसका शव कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वहीं घटनास्थल को सील कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

इंडिया टुडे से जुड़े रौशन जायसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक घटना वाराणसी के भदैनी इलाके के रहने वाले राजेंद्र गुप्ता के घर में हुई. उस वक्त उसके बच्चे और पत्नी सो रहे थे. 5 नवंबर की सुबह वहां काम करने वाली महिला ने दरवाजा खोला तो देखा कि वहां लाशें पड़ी हैं. उसके शोर मचाने के बाद आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी.

पुलिस ने बताया कि मृतकों में राजेंद्र की 42 साल की पत्नी नीतू गुप्ता, 25 साल का बेटा नवनेंद्र, 15 साल का बेटा सुवेंद्र और 16 साल की बेटी गौरंगी शामिल हैं. पुलिस ने बताया कि घर का मुखिया राजेंद्र गुप्ता वहां नहीं था. उसकी खोजबीन की गई तो वह घर से 10 किलोमीटर दूर एक दूसरे घर में मृत पाया गया. पुलिस का कहना है कि राजेंद्र ने सुसाइड किया है.

मां और पड़ोसियों ने क्या बताया? 

राजेंद्र के घर में किराएदार भी रहते हैं. हैरानी की बात ये कि उन्हें परिवार के चार सदस्यों की हत्या की भनक तक नहीं लगी. राजेंद्र के पड़ोसियों ने बताया कि वो बहुत ही गुस्सैल प्रवृत्ति का व्यक्ति था. किसी से मतलब नहीं रखता था. वहीं उसकी मां ने बताया कि राजेंद्र और नीतू का लंबे समय से विवाद चल रहा था. रिपोर्ट के मुताबिक मां ने भी कहा कि शायद रात में आकर उसने ही परिवार को लोगों की हत्या की है, क्योंकि वह करीब एक साल से घर नहीं आया था.

पुलिस ने क्या कहा?

रिपोर्ट के मुताबिक DCP गौरव बंसवाल ने पुष्टि की है कि महिला और बच्चों की हत्या गोली मारकर कर की गई है. पुलिस अधिकारी ने कहा,

"क्राइम सीन में किसी तरह का साइन ऑफ स्ट्रगल नहीं मिला है. इसलिए राजेंद्र गुप्ता पर ही शक है कि घर में आया और सभी को मारकर यहां से फरार हो गया." 

उन्होंने आगे बताया कि पारिवारिक विवाद के अलावा प्रॉपर्टी डिसप्यूट का भी पता लगाया जा रहा है. DCP बंसवाल ने बताया कि राजेंद्र पर 1997 में अपने ही पिता और एक गार्ड की भी हत्या का आरोप लग चुका है. इस केस में वह जेल भी गया था. हाल ही में जमानत पर बाहर आया था.

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डीसीपी ने आगे कहा कि हत्या में शामिल पिस्तौल की जांच की जा रही है. तंत्र-मंत्र के एंगल को भी ध्यान में रख कर जांच की जाएगी.

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