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यूपी पुलिस एनकाउंटर ना कर दे इस डर से थाने में इंट्री से पहले किया फेसबुक लाइव

Gangster Anurag Dubey 1 दिसंबर को अपना बयान दर्ज कराने फर्रुखाबाद के एक थाने में पहुंचा था. थाना पहुंचने से पहले उसने Facebook Live करके सबको वहां पहुंचने की जानकारी दी.

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अनुराग दुबे को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली थी. (इंडिया टुडे)

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने गैंगस्टर अनुराग दुबे (Anurag Dubey) उर्फ डब्बन दुबे मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) को कड़ी फटकार लगाई थी. जिसके बाद 1 दिसंबर अनुराग दुबे अपना बयान दर्ज कराने फर्रुखाबाद के मऊ दरवाजे थाने पहुंचा. लेकिन थाना में इंट्री से पहले उसने फेसबुक लाइव किया. और लाइव के माध्यम से सभी परिचितों को बताया कि वो थाने में पहुंच चुका हैं. और अपना बयान दर्ज कराने जा रहा है.

इस दौरान अनुराग दुबे के साथ उसका एक साथी भी मौजूद था. थाने पहुंचने से पहले उसने फेसबुक लाइव किया क्योंकि उनको डर था कि उत्तर प्रदेश पुलिस उनका एनकाउंटर कर सकती है. हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में अनुराग दुबे ने ये बात कही थी. अनुराग दुबे को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली थी. कोर्ट ने उसकी गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत ही वह मऊ दरवाजे थाने में अपना बयान दर्ज कराने पहुंचा था. यहां करीब एक घंटे तक पुलिस ने उससे पूछताछ की. और उसका बयान दर्ज किया. इस दौरान थाना परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. और ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की जा रही थी.

बयान दर्ज कराने के बाद थाने के बाहर मीडिया से बातचीत में अनुराग ने कहा, 

मुझे सुप्रीम कोर्ट पर हजार प्रतिशत भरोसा है. मेरे खिलाफ लगाए गए मुकदमें पूरी तरह फर्जी हैं.

सुप्रीम कोर्ट ने अनुराग दुबे के सभी पुराने और नए मामलों में गिरफ्तारी पर रोक लगाई है. इससे पहले फरारी के दौरान पुलिस ने अनुराग दुबे पर 50 हजार का इनाम घोषित किया था.

सुप्रीम कोर्ट ने लगाई यूपी पुलिस को फटकार

28 नवंबर को अनुराग दुबे की अग्रिम जमानत की अर्जी पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे. सुप्रीम कोर्ट ने यूपी पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा, 

 आप पॉवर को एंजॉय कर रहे हैं. लेकिन आपको संवेदनशील होने की जरूरत है. 

जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि अनुराग दुबे के खिलाफ पुलिस ने कई मामले दर्ज किए हैं. और वो इसलिए जांच के लिए पुलिस के सामने पेश होने से बच रहा है, क्योंकि उसे डर है कि पुलिस उसके खिलाफ नया मुकदमा दर्ज कर देगी. उन्होंने आगे  यूपी पुलिस की ओर से पेश वकील से कहा, 

आप अपने डीजीपी को बता सकते हैं कि अगर याचिकाकर्ता अनुराग दुबे को छुआ गया तो हम ऐसा कठोर आदेश पारित करेंगे जो पूरी जिंदगी याद रहेगा.

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फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले अनुराग दुबे उर्फ डब्बन के खिलाफ धोखाधड़ी, मारपीट और जालसाजी के कई मामले दर्ज हैं. उस पर NSA और गुंडा एक्ट के तहत भी केस दर्ज है. अनुराग दुबे बसपा नेता और माफिया अनुपम दुबे का भाई है. अनुपम दुबे पुलिस इंस्पेक्टर रामनिवास यादव हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है. वह मथुरा जेल में बंद है.

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