मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन (Zakir Hussain) की हालत काफी नाजुक बनी हुई है. करीब एक हफ्ते पहले अमेरिका के सैन फ्रैंसिस्को के एक अस्पताल में उन्हें एडमिट किया गया था. बताया जाता है कि जाकिर हुसैन का ब्लड प्रेशर ठीक नहीं चल रहा है. हालत ज्यादा खराब होने पर आज सुबह उन्हें अस्पताल के आईसीयू में एडमिट किया गया. इसके बाद रविवार, 15 दिसंबर की रात उनका निधन होने की बात भी कही जाने लगी. लेकिन जाकिर हुसैन की बहन खुर्शीद औलिया ने इन खबरों का खंडन करते हुए कहा कि वो अभी जीवित हैं. खुर्शीद औलिया ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "जाकिर हुसैन अभी जिंदा हैं. कृपया, मैं सबसे उनके लिए प्रार्थना करने का अनुरोध करती हूं. मैं परिवार के संपर्क में हूं. उनकी हालत बहुत गंभीर है, लेकिन वह अभी भी सांस ले रहे हैं.'
तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन की हालत नाजुक, रिश्तेदार बोले- सलामती की दुआ करें
विश्व विख्यात तबला वादक और पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन (Zakir Hussain) की हालत नाजुक बनी हुई है. सैन फ्रांसिस्को में उनका इलाज चल रहा है. वो आईसीयू में एडमिट हैं.
उस्ताद जाकिर हुसैन का जन्म 9 मार्च 1951 को हुआ था. उनके पिता अल्लाह रक्खा भी तबला वादक थे. जाकिर हुसैन की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के माहिम स्थित सेंट माइकल स्कूल से हुई. ग्रेजुएशन की पढ़ाई मुंबई के ही सेंट जेवियर्स कॉलेज से पूरी की. उनकी शादी एंटोनिया मिनीकोला से हुई, जो एक कथक डांसर और शिक्षिका रहीं. इन दोनों की दो बेटियां हैं - अनीसा कुरैशी और इजाबेला कुरैशी.
जाकिर हुसैन ने पहली बार तबला 3 साल की उम्र में छुआ था. इसके बाद 11 साल की उम्र में उन्होंने अमेरिका में अपना पहला कॉन्सर्ट किया. और खुद को इस क्षेत्र में स्थापित किया. साल 1973 में उन्होंने अपना पहला एलबम 'लिविंग इन द मैटेरियल वर्ल्ड' लॉन्च किया. इसके बाद जाकिर हुसैन ने ठान लिया कि वह तबले की आवाज को दुनिया भर में पहुंचाएंगे.
1973 से लेकर 2007 तक उन्होंने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय समारोह और एलबमों में अपने तबले का दमखम दिखाया. जाकिर हुसैन एक विश्वविख्यात तबला वादक थे. उन्हें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ऑल-स्टार ग्लोबल कॉन्सर्ट में भाग लेने के लिए व्हाइट हाउस में इनवाइट किया था. जाकिर ने कई बॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया था. इनमें 'हिट एंड डस्ट' और 'साज' जैसी फ़िल्में शामिल हैं.
Zakir Hussain के नाम थे पांच Grammy Awardsउस्ताद जाकिर हुसैन ने अपने पूरे करियर के दौरान पांच ग्रैमी अवार्ड जीते. इनमें से तीन अवार्ड, फरवरी 2024 में हुए 66वें ग्रैमी अवार्ड्स समारोह में जीते. उन्हें 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था. इसके अलावा उन्हें संगीत नाटक अकादमी सम्मान से भी सम्मानित किया गया था.
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