The Lallantop

कठुआ में झरने के पास मिले थे गायब लोगों के शव, अब केंद्रीय मंत्री ने आतंकी साजिश की बात कही है

Jitendra Singh ने दावा किया है कि आतंकवादियों ने तीनों की हत्या की है. मृतकों की पहचान 15 साल के वरुण सिंह, 32 साल के योगेश सिंह और 40 साल के दर्शन सिंह के रूप में हुई है. और क्या पता चला?

Advertisement
post-main-image
मृतकों की पहचान योगेश सिंह, वरुण सिंह और दर्शन सिंह के रूप में हुई है. (फ़ोटो - इंडिया टुडे)

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ ज़िले में मिले तीन शवों (Kathua Civilians Murder) को लेकर बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि एक नाबालिग समेत इन तीनों की हत्या आतंकवादियों ने की है. जितेंद्र सिंह ने इसे गहरी साज़िश बताया है.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

बता दें, ये तीनों लोग कई दिनों से लापता थे. इसके बाद इनके शव 8 मार्च को मिले थे. जितेंद्र सिंह ने बताया कि घटना से जुड़े अधिकारियों से उनकी चर्चा हुई है. ख़ुद केंद्रीय गृह सचिव जम्मू पहुंच रहे हैं, ताकि स्थिति का जायजा लिया जा सके.

मामला क्या है?

द हिंदू की ख़बर के मुताबिक़, 8 मार्च को जम्मू के कठुआ ज़िले में 3 नागरिकों के शव मिले. उनकी पहचान 15 साल के वरुण सिंह, 32 साल के योगेश सिंह और 40 साल के दर्शन सिंह के तौर पर हुई. सुरक्षाबलों की ड्रोन और ज़मीनी गश्त की मदद से शवों को देखा गया. अधिकारियों ने कहा कि शव बिलावर के ऊपरी इलाक़ों में एक झरने के पास बरामद किए गए.

Advertisement

इससे पहले, 5 मार्च को लोहाई मल्हाल इलाक़े से ये लापता हो गए थे. इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक़, चौ गांव से मल्हाल एक बारात जा रही थी. इसी बारात में ये लोग शामिल थे. जब बारात इशू के जंगलों के पास थी. तब उनका बारात के अन्य सदस्यों से संपर्क टूट गया. इन सदस्यों ने पुलिस को उनके लापता होने की सूचना दी थी. इसी के बाद पुलिस वालों ने उनकी खोज शुरू की थी.

ये भी पढ़ें - हिजबुल का आतंकी मुरादाबाद में पकड़ा गया

जितेंद्र सिंह ने क्या कहा?

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि कठुआ ज़िले के बनी क्षेत्र में 3 युवाओं की आतंकियों ने हत्या कर दी. ये अत्यंत दुखद होने के साथ-साथ एक बड़ी चिंता का विषय है. उनके मुताबिक़, इस शांतिपूर्ण क्षेत्र में माहौल बिगाड़ने के पीछे गहरी साज़िश दिखाई पड़ती है. उन्होंने X पर पोस्ट कर आगे लिखा,

Advertisement

मुझे विश्वास है, ये सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और लोगों का विश्वास मजबूत बना रहे.

पुलिस ने क्या बताया था?

जब शव मिले, इसके बाद पुलिस का भी बयान आया था. पुलिस अधिकारियों ने कहा था कि ये पता नहीं चल पाया है कि हत्या किन परिस्थितियों में हुई. मौत का कारण जानने के लिए शवों को मेडिकल-लीगल फ़ॉर्मैलिटिज़ के लिए भेजा गया था.

पुलिस ने आतंकवादियों के इन्वॉल्वमेंट की आशंका से मना तो नहीं किया. लेकिन कहा कि ये घटना ‘जांच का विषय है और इस समय कोई भी कारण बताना जल्दबाजी होगी.

वीडियो: BJP नेता ने मुस्लिमों को बताया था आतंकी, हाईकोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका खारिज की

Advertisement