जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के उधमपुर (Udhampur Encounter) जिले में सेना और संदिग्ध आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में एक भारतीय जवान शहीद हो गया. इंडिया टुडे के मुताबिक, सेना को जिले के डुडु-बसंतगढ़ में आतंकियों के होने की ख़बर मिली थी. इसके बाद इलाके की घेराबंदी की गई. सेना जैसे ही एक संदिग्ध जगह पर पहुंची तो उन पर गोलीबारी हुई. सेना ने भी जवाबी फायरिंग की. यह मुठभेड़ पहलगाम आतंकी हमले के दो दिन बाद 24 अप्रैल को हुई.
उधमपुर में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़, एक जवान शहीद
Udhampur Encounter: तलाशी अभियान के दौरान सेना जैसे ही बेरोले इलाके में पहुंची, आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद सेना ने भी जवाबी फायरिंग की.

भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा,
खुफिया जानकारी के आधार पर बसंतगढ़, उधमपुर में जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ एक जॉइंट ऑपरेशन शुरू किया गया. दोनों तरफ से गोलीबारी हुई. हमारे एक बहादुर जवान को शुरुआती मुठभेड़ में गंभीर चोटें आईं और बाद में उनकी जान चली गई. ऑपरेशन अभी भी जारी है.
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया कि तलाशी अभियान के दौरान सेना जैसे ही बेरोले इलाके में पहुंची, आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद सेना ने भी जवाबी फायरिंग की. फिलहाल आतंकवादियों की पहचान नहीं हो पाई है. यह इलाका बसंतगढ़ से क़रीब तीन घंटे की पैदल दूरी पर है. गर्मी के महीनों में खानाबदोश लोग यहां अपने मवेशी चराने के लिए आते हैं.
इंडिया टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, इलाके में कम से कम दो आतंकवादियों की मौजूदगी की ख़बर थी. अधिकारियों ने कहा कि चुनौतीपूर्ण भूगौलिक स्थिति और घने जंगल में घात लगाने की संभावना की वजह से सुरक्षाबल सावधानी से आगे बढ़ रहे हैं.
गौरतलब है कि यह इलाका अपने खतरनाक घने जंगल के लिए जाना जाता है. इस क्षेत्र में कई प्राकृतिक गुफाएं और ठिकाने हैं. इनका इस्तेमाल अक्सर आतंकवादी सुरक्षाबलों से बचने के लिए करते हैं.
एक दिन पहले नॉर्थ कश्मीर के उरी सेक्टर में हुई एक अन्य मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए थे. सेना ने 23 अप्रैल की सुबह ऑपरेशन शुरू किया था. सेना ने उरी सेक्टर में एक नाले के रास्ते घाटी में घुसपैठ करते हुए आतंकवादियों को देखा था. इसके बाद मुठभेड़ हुई. सेना की ओर से की गई जवाबी फायरिंग में दो आतंकवादी मारे गए.
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