लोकसभा चुनाव हो या किसी भी राज्य में विधानसभा चुनाव, कोई ना कोई पार्टी EVM को लेकर सवाल खड़े कर ही देती है. INDIA गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस ऐसे आरोप लगाने में सबसे आगे रही है. लेकिन कांग्रेस को हाल फिलहाल में इस मुद्दे पर झटके का सामना करना पड़ा है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के EVM के खिलाफ कांग्रेस के आरोप को खारिज करने के बाद तृणमूल कांग्रेस भी कुछ ऐसी ही राह पर है. TMC सांसद अभिषेक बनर्जी (TMC Abhishek Banerjee on EVM) ने कहा है कि जो लोग EVM पर सवाल करते हैं उन्हें ये दिखाना चाहिए कि EVM को कैसे हैक किया जा सकता है.
'दम नहीं है', 'बेतुकी बयानबाजी', कांग्रेस ने सोचा नहीं होगा EVM पर TMC ये बोल देगी
TMC सांसद और पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने एक बयान में कहा है कि जो लोग EVM पर संदेह करते हैं, उन्हें ये दिखाना चाहिए कि ये मशीन कैसे हैक की जा सकती है.
एनडीटीवी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अभिषेक बनर्जी ने कहा,
"EVM पर सवाल उठाने वाले लोगों के पास अगर कुछ है, तो उन्हें चुनाव आयोग को डेमो दिखाना चाहिए. अगर EVM रैंडमाइजेशन के समय काम ठीक से किया गया हो और मॉक पोल और काउंटिंग के दौरान बूथ पर लोग ठीक से काम करें, तो मुझे नहीं लगता कि इस आरोप में कोई दम है."
अभिषेक बनर्जी आगे कहते हैं,
“अगर अब भी किसी को लगता है कि EVM को हैक किया जा सकता है, तो उन्हें चुनाव आयोग से मिलना चाहिए और बताना चाहिए कि EVM को कैसे हैक किया जा सकता है… केवल बेतुकी बयानबाजी से कुछ नहीं किया जा सकता है.”
इससे पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी EVM पर सवाल खड़े करने वालों को जवाब दिया था. उन्होंने कहा,
“जब संसद में इसी EVM का इस्तेमाल करके आपकी पार्टी के सौ से ज्यादा सदस्य पहुंचते हैं, तो आप इसे अपनी पार्टी की जीत के तौर पर मनाते हैं. इसलिए आप कुछ महीने बाद पलटकर ये नहीं कह सकते कि हमें ये EVM पसंद नहीं है, क्योंकि अब चुनाव के नतीजे उस तरह नहीं आ रहे हैं जैसा आप चाहते हैं. अगर आपको EVM से समस्या है तो आपको उन समस्याओं में निरंतरता बनाए रखनी चाहिए."
उमर ने ये भी कहा कि अगर पार्टियों को वोटिंग की प्रक्रिया पर भरोसा नहीं है, तो उन्हें चुनाव नहीं लड़ना चाहिए.
रिपोर्ट के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी के बयान पर केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने कहा कि तृणमूल नेता को सच्चाई समझ में आ गई है. उन्होंने कहा,
"हाल ही में दो चुनाव हुए - जम्मू-कश्मीर और झारखंड में. जम्मू-कश्मीर में जीतने वाली पार्टी INDIA गठबंधन का हिस्सा है, और वहां EVM को लेकर कोई सवाल नहीं उठाए गए. झारखंड में भी INDIA गठबंधन जीता और कोई आरोप नहीं लगे. झूठ के सहारे कोई गठबंधन लंबे समय तक नहीं चल सकता. अभिषेक बनर्जी को भले ही देर से ये बात समझ में आई हो, लेकिन कम से कम उन्हें अब सच्चाई समझ में तो आई."
बता दें कि अभिषेक बनर्जी की टिप्पणी INDIA गठबंधन के भीतर नेतृत्व को लेकर उठे सवालों के बीच आई है. ममता बनर्जी ने हाल में कहा था कि अगर उन्हें अवसर मिला तो वो विपक्षी गुट का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं. उनकी टिप्पणी के तुरंत बाद शरद पवार और लालू प्रसाद यादव जैसे वरिष्ठ विपक्षी नेताओं ने उनका समर्थन किया था.
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