The Lallantop

बिहार में आंधी-तूफान, बिजली गिरने से 25 की मौत

Bihar Thuderstorms से पीड़ित लोगों के प्रति CM Nitish Kumar ने शोक संवेदना व्यक्त की है. सीएम ने परिजनों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि देने का एलान किया है.

post-main-image
बिहार समेत उत्तर भारत के कई शहरों में आंधी-तूफान के साथ बारिश हुई (PHOTO-Meta AI)
author-image
रोहित कुमार सिंह

बिहार के कई जिलों में गुरुवार 10 अप्रैल को तूफान और बिजली गिरने (Lightning Storms in Bihar) से 61 लोगों की मौत हो गई. हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री कार्यालय (Bihar CMO) की ओर से जारी बयान के मुताबिक सबसे 25 लोग मारे गए थे. वहीं इंडिया टुडे से जुड़े रोहित कुमार सिंह की रिपोर्ट के अनुसार 11 अप्रैल की सुबह तक मौतों का आंकड़ा 61 पहुंच गया. सबसे अधिक लोग नालंदा जिले में मारे गए हैं. नालंदा में मौत का आंकड़ा 22 पहुंच गया है. रिपोर्ट के अनुसार मौत का आंकड़ा कुछ इस तरह है

  • नालंदा-22
  • पटना-4
  • भोजपुर-4
  • सीवान-4
  • गया-4
  • गोपालगंज-3
  • जमुई-3
  • मुजफ्फरपुर-2
  • सारण-2
  • अरवल-2
  • जहानाबाद-2
  • बेगूसराय-1
  • दरभंगा-1
  • सहरसा-1
  • कटिहार-1
  • मुंगेर-1
  • मधेपुरा-1
  • नवादा-1
  • अररिया-1
  • भागलपुर-1

बिहार की विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने एक्स पर पोस्ट कर दावा किया था कि आंधी-तूफान और बिजली गिरने से कम से कम 50 लोगों की मौत हुई है. तेजस्वी यादव ने लिखा

बिहार में तूफान, बारिश, बिजली, पेड़ और दीवार गिरने की अलग-अलग घटनाओं में 50 से अधिक लोगों की दुखद मृत्यु से मैं बहुत दुखी हूं. राज्य सरकार को अचानक बारिश के कारण किसानों की फसल के नुकसान की भरपाई करनी चाहिए और उन्हें उचित मुआवजा देना चाहिए.

तूफान की वजह से नालंदा जिला सबसे अधिक प्रभावित रहा. यहां 22 लोगों की जान चली गई. इसमें से 6 मौतें सिर्फ पेड़ गिरने की वजह से हुई हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हादसों पर दुख जताते हुए मृतकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है. सीएम ने परिजनों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि देने का एलान किया है. उन्होंने कहा कि इस कठिन घड़ी में सरकार शोकाकुल परिवारों के साथ है. पीड़ितों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी. 

(यह भी पढ़ें: बिहार के मंत्री ने चिलचिलाती गर्मी में लोगों को बांटे कंबल, वीडियो देख लू जैसी फीलिंग आएगी)

सीएम ने राज्य आपदा प्रबंधन विभाग (State Disaster Management Department) को निर्देश दिया है कि राहत-बचाव कार्य में कोई कोताही न की जाए. जिला प्रशासनों को पीड़ितों तक मदद पहुंचाने को कहा गया है. सीएम ने राज्य की जनता से भी मौसम को लेकर सतर्कता बरतने की अपील की है. उन्होंने कहा 

आपदा प्रबंधन विभाग समय-समय पर दिशा-निर्देश और चेतावनी जारी कर रहा है. सभी लोग उसका पालन करें. बिजली गिरने की आशंका होने पर खुले मैदान, पेड़ों और जलाशयों से दूर रह कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लें.

बता दें कि मानसून से पहले का यह दौर बिहार में आंधी-तूफान और बिजली गिरने की घटनाओं के लिए जाना जाता है. बीते कुछ सालों से इस मौसम में जानमाल के नुकसान की घटनाओं में इजाफा हुआ है.

वीडियो: Sachin Pilot ने Rahul Gandhi को बोला 'थैंक्यू', Gujarat में ऐसा क्यों किया?