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यूट्यूबर के घर पर हमला, फेंका नाले का पानी और मानव मल, मामले पर राजनीति तेज

तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में यूट्यूबर सावुक्कु शंकर के घर पर हमला किया गया. सफाईकर्मियों के ड्रेस में आए हमलावरों ने कथित तौर पर न सिर्फ गाली-गलौज की. बल्कि उनके घर में गंदगी फैलाई और मानव मल भी फेंका.

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सावुक्कु शंकर

तमिलनाडु के चेन्नई (Chennai) में यूट्यूबर सावुक्कु शंकर (Savukku Shankar) के घर पर हमला हुआ है. तकरीबन 20 लोगों के समूह ने उनके घर में घुसकर गाली-गलौज की. घर में गंदगी फैलाई. यहां तक कि उनके घर में मानव मल भी फेंका गया. सत्ताधारी डीएमके (DMK) के आलोचक माने जाने वाले सावुक्कु शंकर की मां ने थाने में इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई है. वहीं, शंकर ने आरोप लगाया कि दलित गरीबों की एक योजना में घोटाले का पर्दाफाश करने की वजह से उनके घर पर हमला हुआ है. मामला पुलिस में है. चेन्नई पुलिस कमिश्नर ने केस को सीबीसीआईडी को सौंपने का अनुरोध किया था, जिसे मंजूर कर लिया गया है. जांच की जा रही है.

क्या है विवाद

यूट्यूबर सावुक्कु शंकर (Savukku Shankar) की मां कमला ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई कि लगभग 20 लोगों के एक ग्रुप ने उनके घर में घुसकर गाली-गलौज की. उनके घर में सीवर का पानी फैलाया और मानव मल भी फेंका. उन्होंने बताया कि ये घटना सोमवार यानी 24 मार्च की सुबह 9:45 बजे हुई. सावुक्कु शंकर ने इस घटना का CCTV फुटेज भी साझा किया है. हमले की वजह के बारे में बताते हुए सावुक्कु शंकर ने कहा कि उन्हें भ्रष्टाचार उजागर करने की सजा दी गई है.

शंकर ने दावा किया था कि दलित उद्यमियों (Dalit Entrepreneurs) को जेट-रूटिंग मशीनों से लैस वाहनों के वितरण की एक सरकारी योजना में बड़ा घोटाला हुआ है. इस योजना को केंद्र और राज्य सरकार दोनों द्वारा प्रायोजित किया गया था. खासतौर पर गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवन यापन करने वाले सफाईकर्मियों के लिए ये योजना बनाई गई थी, लेकिन इसमें जिन 130 लाभार्थियों को वाहन मिले, उनमें अधिकांश गरीबी रेखा से ऊपर (APL) के लोग थे. 

न्यूज एजेंसी एएनआई को शंकर ने बताया कि मैंने इस घोटाले का खुलासा किया, तो चेन्नई सिटी पुलिस ने मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली. जब वे मुझे कानूनी रूप से फंसाकर गिरफ्तार करने में कामयाब नहीं हुए तो मेरे खिलाफ ये हमला करवाया. शंकर ने नाम लेते हुए आरोप लगाया कि इस हमले के पीछे तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी (TNCC) के अध्यक्ष के सेल्वपरुंथगई हैं. बता दें कि शंकर ने अपने एक हालिया इंटरव्यू में ग्रेटर चेन्नई पुलिस और पुलिस कमिश्नर दोनों पर गंभीर आरोप लगाए थे. इस कारण से हमले की जांच सीबीसीआईडी को सौंप दी गई है. 

वीडियो कॉल पर दिखे हमलावर

घटना के बारे में बताते हुए यूट्यूबर ने कहा कि जिस समय उनके घर पर हमला हुआ, उस समय वह बाहर थे. उनकी मां घर पर अकेली थीं. शंकर ने कहा कि जब उन्होंने हालात जानने के लिए अपनी मां को फोन किया तो वीडियो कॉल पर हमला करने वाले लोग दिखे. उन्होंने फोन पर ही धमकियां दीं. शंकर ने आरोप लगाया कि तुरंत पुलिस को सूचना देने के बावजूद सिर्फ एक सब-इंस्पेक्टर और एक कॉन्स्टेबल ही मौके पर पहुंचे. सावुक्कु शंकर ने घटना के कई वीडियो 'एक्स' पर भी अपलोड किए. वीडियो में रिफ्लेक्टिव जैकेट पहने हुए लोग उन पर चिल्लाते हुए देखे जा सकते हैं. इंडिया टुडे के सूत्रों के अनुसार, हमला करने वाले लोगों ने दावा किया कि वे एक वीडियो में शंकर के सफाई कर्मचारियों पर कथित अपमानजनक टिप्पणी से आहत थे.

सियासत भी गरमाई

इस मामले को लेकर प्रदेश में सियासत भी तेज हो गई है. AIADMK प्रमुख के पलानीस्वामी ने घटना की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विश्वास रखने वाला कोई भी व्यक्ति इसे बर्दाश्त नहीं करेगा. यह घटना क्रूरता की पराकाष्ठा को दिखाती है. किसी भी व्यक्ति को इस पर शर्म से सिर झुका लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली DMK सरकार में अराजकता साफतौर पर दिखने लगी है.

कांग्रेस सांसद कार्ति पी चिदंबरम ने भी हमले की निंदा की और इसे 'घृणित' बताया. उन्होंने तमिलनाडु पुलिस से अपराधियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की अपील की और चेतावनी दी कि ऐसा न करने पर कानून से जनता का भरोसा उठ जाएगा.

कौन हैं सावुक्कु शंकर

सावुक्कु शंकर एक तमिल यूट्यूबर हैं, जो अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं. नेताओं और सरकारी संस्थानों की आलोचना करने की वजह से कई बार उन्हें कानूनी पचड़ों का भी सामना करना पड़ा है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, मई 2024 में शंकर को एक यूट्यूब इंटरव्यू के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और महिला पुलिसकर्मियों के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. इस गिरफ्तारी को लेकर काफी विवाद और आलोचना हुई थी. जिसके बाद उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई तेज हो गई. 

अगस्त 2024 में उन्हें Goondas Act के तहत हिरासत में लिया गया था. पुलिस ने बताया कि थेनी जिले में उनकी कार की तलाशी के दौरान 500 ग्राम गांजा मिला था. शंकर की गिरफ्तारी ने मीडिया और राजनीतिक हलकों में बहस छेड़ दी थी. कुछ लोगों का मानना था कि सरकार अभिव्यक्ति की उनकी स्वतंत्रता को दबाने की कोशिश कर रही है. 

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