परिसीमन के मुद्दे को लेकर विपक्षी एकता को दिखाने के लिए तमिलनाडु में एक बैठक बुलाई गई. राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin Delimitation) ने इसका नेतृत्व किया. बैठक में पहुंचे नेताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार से निष्पक्ष परिसीमन प्रक्रिया की मांग की. वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने इस बैठक का विरोध किया है. तमिलनाडु भाजपा प्रमुख ‘के अन्नामलाई’ (K Annamalai) ने इसे ‘राजनीतिक ड्रामा’ बताया है.
परिसीमन पर विपक्षी एकता वाली बैठक में केंद्र सरकार पर बरसे CM स्टालिन, BJP ने बताया ड्रामा
CM Stalin Delimitation Meet: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने कहा कि परिसीमन के कारण दक्षिण भारतीय राज्यों की सीटें कम हो जाएंगी. इधर, तमिलनाडु बीजेपी ने इस बैठक के विरोध में काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन किया. CM स्टालिन की बैठक में कई विपक्षी नेता शामिल हुए.

चेन्नई में विपक्षी नेताओं की बैठक में गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. बैठक में केरल के CM पिनाराई विजयन, तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी, पंजाब के CM भगवंत मान और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार पहुंचे थे. बीजू जनता दल (BJD) और भारत राष्ट्र समिति (BRS) के वरिष्ठ प्रतिनिधि भी मीटिंग में मौजूद रहे. बैठक में स्टालिन ने कहा,
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ये आश्वासन दिया था कि परिसीमन के कारण दक्षिण भारतीय राज्यों की संसदीय सीटें कम नहीं होंगी. शाह का ये बयान अस्पष्ट है. मणिपुर दो साल से जल रहा है. वहां के लोगों की मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है. क्योंकि उनके पास अपनी आवाज उठाने के लिए कोई प्रतिनिधि नहीं है.
परिसीमन को लेकर उन्होंने कहा,
जनसंख्या के आधार पर परिसीमन से प्रगतिशील राज्यों पर बुरा असर पड़ेगा. यह उत्तर और दक्षिण की खाई को और गहरा करेगा. यदि वो इस आधार पर परिसीमन करते हैं तो हम कम से कम आठ सीटें खो देंगे. ये केवल संख्याओं के बारे में नहीं है बल्कि राज्यों के अस्तित्व के बारे में है.

के अन्नामलाई ने कहा है कि DMK राज्य की समस्याओं पर ध्यान देने की बजाय 'नाटक' कर रही है. अन्नामलाई ने काली शर्ट पहनकर चेन्नई के बाहरी इलाके में अपने आवास के सामने विरोध प्रदर्शन किया. उनके साथ BJP कार्यकर्ता भी मौजूद थे.
अन्नामलाई ने इस बैठक के लिए मुख्यमंत्री स्टालिन की आलोचना की. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि CM स्टालिन तमिलनाडु के अधिकारों पर चर्चा के लिए गैर-भाजपा शासित राज्यों को प्राथमिकता दे रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि DMK गंभीर मुद्दों से जनता का ध्यान भटका रही है. जैसे- तमिलनाडु स्टेट मार्केटिंग कॉरपोरेशन (TASMAC) घोटाला, महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप और शासन की विफलता. उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि स्टालिन दूसरे राज्यों के साथ तमिलनाडु के विवादों को सुलझाने पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा-
- कर्नाटक सरकार मेकदाटु डैम प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने और बेंगलुरु मेट्रो को तमिलनाडु के होसुर तक ले जाने की कोशिश कर रही है. केरल लगातार अपने 'मेडिकल कूड़े-कचरे' को तमिलनाडु में फेंक रहा है.
- फिर भी स्टालिन ने कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को तमिलनाडु में बुलाया. जबकि इन राज्यों से तमिलनाडु के विवाद अब भी सुलझे नहीं हैं.
उन्होंने आगे कहा कि परिसीमन को मुद्दा बनाकर गुमराह किया जा रहा है.

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"भ्रष्टाचार छिपाने की कोशिश"वरिष्ठ भाजपा नेता और तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल ‘तमिलिसाई सुंदरराजन’ ने भी DMK की निंदा की. उन्होंने स्टालिन पर आरोप लगाया कि वो कावेरी जल विवाद (कर्नाटक से) और मुल्लापेरियार डैम विवाद (केरल से) जैसे गंभीर मुद्दों को सुलझाने के लिए बैठकें नहीं कर रहे. ये बैठक इसलिए की जा रही है, ताकि नेताओं को भ्रष्टाचार के आरोपों से बचाया जा सके. उन्होंने कहा,
परिसीमन की घोषणा नहीं की गई है. केंद्र सरकार की ओर से कुछ नहीं कहा गया है... गृह मंत्री अमित शाह कोयंबटूर आए थे. उन्होंने स्पष्ट किया था कि तमिलनाडु इससे प्रभावित नहीं होगा. गृह मंत्री ने इसे स्पष्ट कर दिया है, तो आप किस आधार पर ये बैठक कर रहे हैं?
उन्होंने आरोप लगाया कि इस बैठक का इस्तेमाल देश के लोगों को बांटने के लिए किया जा रहा है.
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