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केरल में 'गूगल' ने खुलवाया मर्डर केस, धीमा जहर दे गर्लफ्रेंड ने ही मारा था, अब सामने आई पूरी कहानी

Sheron Raj Murder Case: शेरोन राज के अंग फेल होने के चलते उनकी मौत हो गई थी. बाद में जांच में सामने आया कि उनकी गर्लफ्रेंड ग्रीष्मा ने उन्हें धीमा जहर देकर मारा था. ग्रीष्मा ने ऐसा करने से पहले रिसर्च किया था कि कैसे मारा जाए. पूरा प्लान बनाया था. ये सब पुलिस की जांच में सामने आया है. कैसे क्या हुआ था? और पुलिस ने कैसे सब पता लगा लिया?

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ग्रीष्मा ने आयुर्वेदिक काढ़े में मिलाया था शाकनाशक. (फ़ोटो- सोशल मीडिया)

केरल की एक अदालत ने 20 जनवरी को शेरोन राज मर्डर केस की दोषी ग्रीष्मा को मौत की सजा सुनाई. अक्टूबर, 2022 में तिरुवनंतपुरम में शरीर के अंग फेल होने के चलते शेरोन की मौत हो गई थी. बाद में जांच में सामने आया कि उनकी गर्लफ्रेंड ग्रीष्मा ने उन्हें धीमा जहर देकर मारा था. ग्रीष्मा ने ऐसा करने से पहले गूगल पर सर्च किया था और पूरी रिसर्च की थी. उसने शेरोन को कैसे मारा जाए, इसका पूरा प्लान बनाया था. ये सब पुलिस की जांच में सामने आया है. कैसे क्या हुआ था? और पुलिस ने कैसे सब पता लगा लिया? आइए जानते हैं.

द इंडियन एक्स्प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रीष्मा ने अपने प्रेमी शेरोन राज को मारने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल किया था. उसने गूगल पर ढूंढा कि पैरासिटामोल और शाकनाशक (herbicide paraquat) को किस तरह से इस्तेमाल किया जाये कि वह मानव शरीर पर एक धीमे जहर की तरह असर करे. लेकिन, ग्रीष्मा ने यह नहीं सोचा था कि ये सब डाटा गूगल पर रिकार्ड हो रहा है.

20 जनवरी 2025 को इस मामले पर सुनवाई हुई थी. सुनवाई के दौरान, केरल कोर्ट के जज एएम बशीर ने ग्रीष्मा को मौत की सजा सुनाई. कोर्ट ने कहा,

क्लाउड के भगवान 'गूगल क्लाउड' ने घटना से जुड़ा डाटा जमा कर लिया था. कोई भी व्यक्ति बिना सबूत छोड़े घटनास्थल से नहीं जा सकता है.

कोर्ट ने यह भी कहा कि यह हत्या बेहद क्रूर तरीके से की गई है. आरोपी ने इस हत्या को अंजाम देने के लिए एक प्लान तैयार किया था. इसके लिए आरोपी ने कई दिनों तक पूरी बारीकी से काम किया. उसने इंटरनेट पर अलग-अलग जहरों के बारे में रिसर्च की. साथ ही यह भी ध्यान में रखा कि कौन-सा जहर मानव शरीर पर किस तरह से असर करता है.  

मामले की कार्यवाही में यह पाया गया है कि ग्रीष्मा ने अपने बॉयफ्रेंड शेरोन राज को आयुर्वेदिक काढ़े में शाकनाशक मिला कर पिलाया था. इस शाकनाशक ने धीमे जहर की तरह शेरोन की सेहत पर असर करना शुरू किया. जिसके कारण काढ़े को पीने के ठीक 11 दिन बाद शेरोन की अस्पताल में मौत हो गई थी.

शेरोन को मारने के लिए ग्रीष्मा पहले भी कोशिश कर चुकी थी. लेकिन, तब वह नाकामयाब रही. उसने जूस के एक गिलास में 50 पेनकिलर की गोलियां मिलायीं. और शेरोन को वह जूस पीने की चुनौती दी. हालांकि जूस के कड़वे होने के कारण शेरोन ने उसे पीने से मना कर दिया था. इस कारण वह उस वक्त मरने से बच गया.

रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रीष्मा शेरोन को 2021 में मिली. वे दोनों एक-दूसरे को पसंद करते थे. इस बारे में उन दोनों के घरवालों को खबर नहीं थी. 2022 में ग्रीष्मा के घरवालों ने एक फौजी से उसकी सगाई कर दी थी. लेकिन, फिर भी ग्रीष्मा शेरोन से मिलती रही. कुछ वक्त बाद ग्रीष्मा को फौजी के साथ रहने के फायदे दिखने लगे. और यहीं से उसने शेरोन को छोड़ने का मन बना लिया था.  

मामले के जांच अधिकारी ने बताया कि शेरोन के पास नौकरी नहीं थी. साथ ही वह पिछड़े क्रिश्चियन नादर समुदाय से आता था. वहीं, ग्रीष्मा अपर कास्ट हिन्दू नायर समुदाय से आती थी. इसलिए ग्रीष्मा शेरोन से पीछा छुड़ाना चाहती थी. इसके लिए ग्रीष्मा ने शेरोन को कई बार समझाया, पर शेरोन ने उसकी किसी बात पर विश्वास नहीं किया. ग्रीष्मा को डर था कि शेरोन उसकी फोटो-वीडियो लीक कर देगा. इसलिए ग्रीष्मा ने उसे मारने का प्लान बनाया था.

कोर्ट के डॉक्यूमेंट के अनुसार, ग्रीष्मा ने जहर के बारे में गूगल पर रिसर्च की थी. उसके खेती करने वाले अंकल ने घर पर कपिक शाकनाशक रखा था. जिसे ग्रीष्मा ने एक आयुर्वेदिक काढ़े 'कषायम' में मिलाकर शेरोन को पिला दिया था. कोर्ट ने देखा कि ग्रीष्मा ने शेरोन को मारने की तैयारी करते हुए भी, उसे प्रेम भरे मैसेजेज करना नहीं छोड़ा.

शेरोन को जहरीला काढ़ा पीने के बाद लोकल अस्पताल ले जाया गया. वहां से उसे गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, तिरुवनन्तपुरम शिफ्ट कर दिया गया था. वहां के डॉक्टर शेरोन की बीमारी का कारण पता नहीं लगा पा रहे थे. उन्होंने देखा कि शेरोन की दोनों किडनियां फेल हो गई थीं. शाकनाशक ने शेरोन के शरीर में कोई अवशेष नहीं छोड़े थे. इस कारण डॉक्टर को शेरोन के खून में जहर के निशान भी नहीं मिले.

आखिर में पोस्ट्मॉर्टेम रिपोर्ट में शेरोन की मौत का कारण सामने आया. इस रिपोर्ट के मुताबिक शेरोन की मौत उसके दोनों फेफड़ों के फेल होने के कारण हुई थी. फोरेंसिक सर्जन ने बताया कि शाकनाशक जहर मानव शरीर पर इस तरह ही असर करता है. जहर के कारण शेरोन के पीनस से बलीडिंग हो रही थी. और शेरोन को पूरे शरीर में भयंकर दर्द हो रहा था.

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रिपोर्ट के मुताबिक मामले के बारे में सबसे पहले शेरोन के भाई, शिमोन राज से लीड मिली थी. शिमोन एक आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं. जब उन्हें पता चला कि शेरोन ने ग्रीष्मा के घर कषायम पीया था, तब उन्होंने ग्रीष्मा से काढ़े में डाली गई सामग्री के बारे में पूछा था. ग्रीष्मा ने उन्हें दवाई का नाम नहीं बताया था. उसने कहा कि वो ये दवाई कमरदर्द होने पर लेती है. यह डॉक्टर की बताई हुई दवाई है. हालांकि, शिमोन ने बताया कि ग्रीष्मा की यह सभी बातें झूठी निकलीं.

(ये स्टोरी हमारे यहां इंटर्नशिप कर रहीं मेघा ने लिखी है)

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