बांग्लादेश की अपदस्थ नेता शेख हसीना ने मुहम्मद यूनुस पर जमकर निशाना साधा है (Sheikh Hasina on Muhammad Yunus). रविवार, 13 अप्रैल को अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए उन्होंने यूनुस पर बांग्लादेश के इतिहास को मिटाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में अवामी लीग के योगदान से जुड़े इतिहास को मिटाया जा रहा है.
"आग से खेलेंगे तो जलाकर मार देगी..." मुहम्मद यूनुस पर फिर भड़क गईं शेख हसीना, इतिहास मिटाने के लगाए आरोप
Bangladesh: वर्चुअल संबोधन में Sheikh Hasina ने कहा कि बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम के सभी निशान मिटाए जा रहे हैं. उन्होंने Muhammad Yunus पर आरोप लगाया कि उन्होंने सत्ता की प्यास बुझाने के लिए देश के पतन की साजिश रची. और क्या बोलीं शेख हसीना?

NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, 8 मिनट के अपने वर्चुअल संबोधन में शेख हसीना ने कहा,
"मुक्ति योद्धाओं (स्वतंत्रता सेनानियों) का अपमान किया जा रहा है. हमने उनकी यादों को जीवित रखने के लिए सभी जिलों में मुक्ति योद्धा परिसर बनाए थे, लेकिन उन्हें जला दिया जा रहा है. क्या डॉ. यूनुस इसे उचित ठहरा पाएंगे?"
शेख हसीना ने बांग्लादेश अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार यूनुस को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वे आग से खेलेंगे, तो ये आग उन्हें जलाकर मार डालेगी. उन्होंने यूनुस पर आरोप लगाया कि उन्होंने सत्ता की प्यास बुझाने के लिए विदेशी साजिश के तहत देश के पतन की साजिश रची.
अबू सईद की हत्या पर क्या कहा?इस दौरान उन्होंने छात्र प्रदर्शनकारी अबू सईद की हत्या पर भी शक जताया. बताते चलें कि अबू सईद एक छात्र कार्यकर्ता थे, जिनकी मौत जुलाई, 2024 में बड़े पैमाने पर चलाए जा रहे आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई थी. इसके बाद छात्रों द्वारा ये अभियान और अधिक आक्रामक तरीके से चलाया गया और सईद उनके विरोध का चेहरा बन गए. फिर जब बांग्लादेश को अंतरिम सरकार मिली, तो उन्हें "पीढ़ी के नायक" के रूप में स्थापित किया गया. साथ ही हसीना सरकार को उनकी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया. तब से लेकर अब तक पुलिस और प्रदर्शनकारियों ने उनकी मौत को लेकर अलग-अलग दावे किए. फरवरी में UN की एक रिपोर्ट सामने आई, जिसमें कहा गया कि सईद को पुलिस ने जानबूझकर मारा. रिपोर्ट में कहा गया कि पुलिस ने इसके लिए 7.62 mm की गोलियों का इस्तेमाल किया.
शेख हसीना ने कहा कि पुलिस ने केवल रबर की गोलियां इस्तेमाल कीं, धातु की गोलियां नहीं. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा,
अबू सईद को रबर की गोली लगी थी. पुलिस ने धातु की गोलियां नहीं चलाई. जब वे पुलिस पर पत्थर फेंक रहे थे, तो एक पत्थर उनके सिर पर लगा. यहां तक कि पुलिस को भी हमला होने पर खुद का बचाव करने का अधिकार था. लेकिन 7.62 मिमी की गोली कहां से आई? उस राइफल को विरोध प्रदर्शन में कौन लेकर आया?
शेख हसीना ने कुछ दिन पहले बांग्लादेश लौटने की कसम खाई थी और कहा था कि यही कारण है कि अल्लाह ने उन्हें जीवित रखा है. बता दें कि शेख हसीना को पिछले साल अगस्त में प्रधानमंत्री के पद से अपदस्थ कर दिया गया था, जिसके बाद वे भारत चली आई थीं.
वीडियो: शेख हसीना ने अपने नए संदेश में बांग्लादेश के लोगों से क्या अपील की?