The Lallantop

आवाज उठाई तो हटा ली सुरक्षा... BJP के बड़े नेता संजीव बालियान ने योगी आदित्यनाथ को लिखा लेटर

Sanjeev Balyan writes to UP CM Yogi Adityanath: लेटर में संजीव बालियान ने आरोप लगाया है कि भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने के चलते उनकी पूरी सुरक्षा वापस ले ली गई है. क्या है पूरा मामला?

post-main-image
संजीव बालियान ने योगी आदित्यनाथ को लेटर लिखा है. (फ़ोटो - फ़ेसबुक/PTI)

BJP नेता संजीव बालियान (Sanjeev Balyan) ने दावा किया है कि उनकी ‘Y-कैटेगरी’ सुरक्षा उत्तर प्रदेश पुलिस ने अचानक वापस ले ली है और इससे उनकी जान को ख़तरा है. उन्होंने इसे लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को लेटर लिखा है. लेटर में संजीव ने हालिया लोकसभा चुनाव में ‘ख़ुद पर हुए हमले’ का भी ज़िक्र किया है. साथ ही, कहा कि अगर भविष्य में ऐसा कोई हमला होता है, तो इसकी ज़िम्मेदारी राज्य सरकार की होगी.

संजीव बालियान केंद्रीय राज्य मंत्री और मुज़फ़्फ़रनगर से 2 बार सांसद रह चुके हैं. 2024 में उन्हें इसी सीट से सपा नेता हरेंद्र मलिक ने चुनाव हरा दिया था. अब उन्होंने लेटर में आरोप लगाया है कि भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने के चलते उनकी पूरी सुरक्षा वापस ले ली गई है.

अगर पुलिस एक पूर्व केंद्रीय मंत्री के साथ ऐसा व्यवहार कर रही है, तो BJP के आम कार्यकर्ताओं की क्या हालत होगी?

sanjeev balyan letter
संजीव बालियान का उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखा लेटर. (फ़ोटो - IANS)

वहीं, संजीव बालियान ने अंग्रेजी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस को बताया,

मैं 12 जनवरी को दिल्ली में एक पार्टी कार्यक्रम में था और शाम क़रीब 4.30 बजे मेरे सुरक्षाकर्मी को मुज़फ़्फ़रनगर पुलिस से वापस लौटने के लिए कॉल आया. उन्होंने मुझे तुरंत छोड़ दिया. अब मेरे साथ यूपी पुलिस का कोई सुरक्षाकर्मी नहीं है. मेरे पास 'वाई' सुरक्षा थी. लेकिन अब मेरे पास सिर्फ़ दिल्ली पुलिस का PSO है.

वहीं, जब इस मामले पर जब मुज़फ़्फ़रनगर के SSP अभिषेक सिंह से सवाल पूछा गया, तो उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बताया,

संजीव बालियान को नियमों के अनुसार सुरक्षा प्रदान की जा रही है. उन्हें सुरक्षा का वो स्तर मिल रहा है, जिसके वो हकदार हैं.

ये भी पढ़ें - कहानी संजीव बालियान की

लेटर में और क्या है?

दरअसल, संजीव बालियान ने जो लेटर लिखा है, उसके शुरुआती हिस्से में ज़मीन से जुड़े एक कथित भ्रष्टाचार का ज़िक्र किया गया है. लेटर के मुताबिक़, एक डिस्टिलरी इकाई ने मुज़फ़्फ़रनगर के खानूपुर गांव में एक धर्मशाला की ज़मीन ख़रीदी है. कथित तौर पर पुलिस उस इकाई को ज़मीन पर कब्जा दिलाने में मदद कर रही है. इसी ज़मीन सौदे के ख़िलाफ़ धरने पर बैठे ग्रामीणों में संजीव बालियान भी शामिल हैं. उनका कहना है कि इसी के चलते पुलिस अधिकारी उनसे भी नाराज़ हैं.

वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: के अन्नमलाई, नितिन गडकरी और संजीव बालियान की सीटों का गणित