रूस ने कथित तौर पर यूक्रेन पर एक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) लॉन्च की है (Russia launched ICBM). मिसाइल के बनने के बाद पहली बार इसका इस्तेमाल किया गया है. इतना ही नहीं मॉस्को ने यूक्रेन के डीनिप्रो में जरूरी बुनियादी ढांचों को भी टारगेट किया. इसके लिए मल्टिपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल्स (MIRV) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया, जो कि इस तकनीक का पहला इस्तेमाल भी था.
रूस ने पहली बार यूक्रेन पर दागी ICBM मिसाइल, छोड़ने के बाद व्लादिमीर पुतिन क्या बोले?
मिसाइल यूक्रेन के मध्य-पूर्व में स्थित नीपर शहर पर दागी गई. ये घटनाक्रम व्लादिमीर पुतिन द्वारा नई न्यूक्लियर डॉक्ट्रीन पर हस्ताक्षर करने के दो दिन बाद हुआ है.
ये पहली बार है जब मास्को ने युद्ध में इस तरह की मिसाइल का इस्तेमाल किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मिसाइल यूक्रेन के मध्य-पूर्व में स्थित नीपर शहर पर दागी गई. ये घटनाक्रम व्लादिमीर पुतिन द्वारा नई न्यूक्लियर डॉक्ट्रीन पर हस्ताक्षर करने के दो दिन बाद हुआ है. CNN की रिपोर्ट के अनुसार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 21 नवंबर को एक टेलीविजन बयान में कहा कि यूक्रेन में रूसी हमला एक “गैर-परमाणु हाइपरसोनिक वॉरहेड वाली बैलिस्टिक मिसाइल” द्वारा किया गया था.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ये मिसाइल आठ अन्य मिसाइलों के साथ रूस के आस्ट्राखान रीजन से दागी गईं. ये इलाका कैस्पियन सागर की सीमा पर स्थित है. CNN ने लिखा कि यूक्रेन की वायु सेना ने मिसाइल के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं बताई, लेकिन छह मिसाइलों को मार गिराने की पुष्टि की है.
घटना में दो लोगों के घायल होने की खबर है. इसके अलावा इससे एक इंडस्ट्रियल फैसिलिटी और विकलांग लोगों के लिए बनाए गए एक पुनर्वास केंद्र को भी नुकसान पहुंचा है. एएफपी ने एक अधिकारी के हवाले से बताया,
ICBM और MIRV क्या है?"दो लोग घायल हो गए. 57 वर्षीय व्यक्ति का घटनास्थल पर ही इलाज किया गया और एक 42 वर्षीय महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया."
इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें (ICBM) परमाणु हथियार ले जाने के लिए डिज़ाइन की गई हैं. इनकी रेंज 5500 किलोमीटर से ज्यादा की होती है. ये केमिकल और बायोलॉजिकल वॉरहेड ले जाने में सक्षम होती हैं. रूस ने जिस मिसाइल का इस्तेमाल किया है उसका नाम रुबेज़ बताया जा रहा है. ये एक ICBM है जो MIRV टेक्नोलॉजी से लैस है.
इसे 2011 में डेवलप किया गया था. 2012 में पहली बार इसका सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. इस दौरान इस मिसाइल ने 5,800 किलोमीटर दूर स्थित एक टारगेट को हिट किया था. इन मिसाइलों में सॉलिड फ्यूल का इस्तेमाल किया जाता है. इनके लॉन्च के तुरंत बाद इनमें ईंधन भरने की ज़रूरत नहीं होती और इन्हें चलाना भी आसान होता है.
MIRV टेक्नोलॉजी वाले ICBM एक ही मिसाइल से कई वारहेड्स ले जा सकते हैं, और एक साथ अलग-अलग टारगेट्स हिट कर सकते हैं. ये वारहेड्स न्यूक्लियर और नॉन-न्यूक्लियर दोनों हो सकते हैं.
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