The Lallantop

गोल्ड स्मगलिंग: DRI का दावा, एक्टर तरुण राजू के साथ कई बार दुबई गई थीं रान्या राव

DRI ने मंगलवार 18 मार्च के दिन कोर्ट में दस्तावेजों को पेश किया. इस दौरान अदालत में DRI का पक्ष वकील मधुराव ने रखा. इन दस्तावेजों में दावा है कि रान्या और तरुण ने इन 26 यात्राओं के दौरान गोल्ड स्मगलिंग की है. जांच एजेंसी ने अदालत को बताया कि ये दोनों अक्सर सुबह दुबई जाते और शाम को भारत लौट आते.

post-main-image
रान्या राव और उनका साथी तरुण राजूू.(तस्वीर : इंडिया टुडे )
author-image
सगाय राज

गोल्ड स्मगलिंग के आरोप में गिरफ्तार कन्नड एक्ट्रेस रान्या राव पर डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने नए खुलासे किये हैं. एजेंसी ने बताया कि रान्या राव और उनके एक्टर दोस्त तरुण राजू ने 26 बार दुबई की यात्रा की और हर बार दोनों उसी दिन वापस लौट आते थे. साथ ही एजेंसी ने तरुण राजू की जमानत याचिका का विरोध करते हुए कोर्ट को बताया कि उसके पास दोनों के बीच वित्तीय संबंधों के सबूत हैं. कोर्ट ने इसका फैसला कल तक के लिए सुरक्षित रख लिया है. 

इंडिया टुडे से जुड़े सगाय राज की रिपोर्ट के मुताबिक, DRI ने मंगलवार 18 मार्च के दिन कोर्ट में दस्तावेजों को पेश किया. इस दौरान अदालत में DRI का पक्ष वकील मधुराव ने रखा. इन दस्तावेजों में दावा है कि रान्या और तरुण ने इन 26 यात्राओं के दौरान गोल्ड स्मगलिंग की है. जांच एजेंसी ने अदालत को बताया कि ये दोनों अक्सर सुबह दुबई जाते और शाम को भारत लौट आते.

DRI के मुताबिक, तरुण राजू ने दुबई से हैदराबाद की यात्रा की थी. इस दौरान उसकी टिकट की बुकिंग रान्या राव ने की थी. साथ ही टिकट के पैसे भी रान्या ने अपने अकाउंट से भेजे थे. अधिकारियों ने अदालत में इस लेन-देन के पुख्ता सबूत पेश किए, जिससे उनके स्मगलिंग में शामिल होने की बात साबित हो सकी.

52 बार दुबई की यात्रा

जांच में पता चला कि रान्या ने 2023 से मार्च 2025 के बीच कुल 52 बार दुबई की यात्रा की थी. इनमें से कम से कम 26 बार तरुण राजू भी उनके साथ थे. रान्या की गिरफ्तारी के बाद DRI ने तरुण राजू के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (LOC) जारी किया. 

इसे भी पढ़ें  - गोल्ड स्मगलिंग की आरोपी एक्ट्रेस रान्या राव के लिए BJP विधायक ने बहुत घटिया बात कह दी

DRI ने बताया कि 8 मार्च को तरुण ने देश से भागने की कोशिश की थी, लेकिन नाकाम होने पर वो हैदराबाद से बेंगलुरु चले गए. जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. तरुण की गिरफ्तारी के बाद उनकी बहन को इसकी सूचना दी गई. DRI के अधिकारियों ने अदालत में स्पष्ट किया कि इस गिरफ्तारी के लिए सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई हैं और जरूरी दस्तावेज भी जमा कर दिए गए हैं.

जिनेवा जाने का दावा

अपनी गिरफ्तारी का विरोध करते हुए तरुण राजू ने दावा किया था कि वो जिनेवा (स्विट्जरलैंड) जा रहे थे. इस पर DRI के अधिकारियों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि अगर वह सच में जिनेवा जा रहे थे, तो उन्हें बेंगलुरु जाने की क्या जरूरत थी. अधिकारियों ने अदालत से अनुरोध किया है कि तरुण राजू को अभी रिहा न किया जाए, क्योंकि वो जांच को प्रभावित कर सकते हैं.

सुनवाई में तरुण के वकील देवराजू ने DRI के आरोपों का विरोध करते हुए दलील दी कि एक्टर का पासपोर्ट अभी भी DRI के पास है, वो देश से भाग नहीं सकते. देवराजू ने दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल से जुड़े मामले का हवाला देते हुए बताया कि अदालत ने कहा था कि बिना पर्याप्त सबूत के किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता. तरुण पिछले 10 वर्षों से भारत में रह रहे हैं. सबूतों के साथ छेड़छाड़ की कोई संभावना नहीं है, इसलिए उन्हें जमानत दी जानी चाहिए.

अधिकारियों को जांच में पता चला कि तरुण अमेरिकी नागरिक हैं. इस कारण उनकी इंटरनेशनल ट्रिप और बिजनेस डीलिंग्स पर और भी सवाल खड़े हो गए हैं. अधिकारियों को उनके भारत समेत दुबई और अन्य देशों में भी सोना तस्करी नेटवर्क से जुड़े होने का शक है. DRI अधिकारी अब तरुण राजू के दुबई में वित्तीय लेन-देन की भी जांच कर रहे हैं.

वीडियो: औरंगजेब की कब्र वहां नहीं जहां मौत हुई, कौन कर रहा पहरेदारी?