पंजाब पुलिस की बर्खास्त महिला कॉन्स्टेबल अमनदीप कौर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. 2022 में उसके खिलाफ दर्ज एक FIR सामने आई है, जिसमें कई सनसनीखेज आरोप लगे हैं. अमनदीप कौर को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) एक्ट केस में गिरफ्तार किया गया है. 2022 की FIR में जांच आगे बढ़ती है, तो ड्रग्स तस्करी से जुड़े कई राज खुल सकते हैं.
4 बार सस्पेंड, अधिकारियों से लिंक, पंजाब पुलिस की ड्रग तस्कर कॉन्स्टेबल के राज पता चले
Punjab Police की बर्खास्त कॉन्स्टेबल Amandeep Kaur पर ड्रग्स तस्करी करने का आरोप है. उसे 14 साल की सर्विस में 4 बार सस्पेंड किया जा चुका है. अमनदीप कौर को हर बार बचाने में क्या सीनियर अफसरों का हाथ है?

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई 2022 में गुरमीत कौर नामक एक महिला ने बठिंडा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि उनका पति बलविंदर सिंह एक गैंगस्टर है और वो अमनदीप कौर के साथ संबंध में है.
गुरमीत ने यह भी दावा किया था कि अमनदीप कौर पुलिस में होने का गलत फायदा उठाती है और गलत कामों में बलविंदर की मदद करती है. गुरमीत ने आरोप लगाया था कि अमनदीप सीनियर पुलिस अधिकारियों के साथ अपने लिंक्स का फायदा उठाती है, ताकि बलविंदर को बचाया जा सके.
गुरमीत ने FIR में कहा,
अमनदीप कौर अपनी पुलिस वर्दी का गलत इस्तेमाल करके धाक जमाती है और मेरे पति की उसके अपराधों में मदद करती हैं. मेरे पति हेरोइन की सप्लाई करते हैं और अवैध हथियार रखते हैं और उनके खिलाफ कोर्ट में केस चल रहे हैं. वो चोरी और डकैती के मामलों में भी शामिल हैं. अमनदीप कौर के DSP (पुलिस उपाधीक्षक) और SSP (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) से लिंक हैं, जिसकी वजह से वो मुझे धमकाती है कि मैं उसके खिलाफ कुछ नहीं कर सकती.
गुरमीत ने FIR में दावा किया कि उन्होंने 9 मार्च 2022 को कई बार शिकायत की लेकिन अमनदीप ने कोई सुनवाई नहीं होने दी. गुरमीत के मुताबिक, उन्होंने सबसे पहले सदर पुलिस थाने में शिकायत दी, उसके बाद वुमेन सेल, SSP बठिंडा, IG बठिंडा और डिप्टी कमिश्नर तक के पास शिकायत की, लेकिन निराशा ही हाथ लगी.
कनाल कॉलोनी पुलिस स्टेशन के SHO हरजीवन सिंह से जब पूछा गया कि पुलिस ने बलविंदर को क्यों नहीं पकड़ा, तो उन्होंने कहा कि उसका नाम जांच के दौरान ही सामने आया. 2022 की FIR पर हरजीवन ने बताया कि उस शिकायत का तब निपटारा हो गया होगा.
गुरमीत ने आरोप लगाया कि अमनदीप कौर और बलविंदर के बीच के संबंधों की वजह से उनकी शिकायतों को नजरअंदाज किया गया. उन्होंने कहा कि कई बार पुलिस अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई.
गुरमीत ने आगे आरोप लगाया कि उनकी शिकायतें DSP गुरदीप सिंह संधू के पास भेजी गई थीं, लेकिन उन्हें अनदेखा कर दिया गया क्योंकि अमनदीप के उनके साथ 'मजबूत संबंध' थे. गुरमीत ने यह भी दावा किया कि बलविंदर ने कथित तौर पर उनके नाम पर बैंक लोन लिया और उसे चुकाया नहीं है, इसकी वजह से लोन रिकवरी एजेंट ने उन्हें परेशान किया.
2022 में गुरमीत की शिकायत की जांच के बाद अमनदीप को निलंबित किया गया और उनका तबादला कर दिया गया. लेकिन बाद में उन्हें बहाल भी कर दिया गया. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि उन्हें निलंबित किए जाने के बाद बहाल किया गया हो. अमनदीप को 14 साल की सर्विस में चार बार निलंबित किया गया और हर बार उन्हें बहाल कर दिया गया.
पंजाब पुलिस की महिला कॉन्स्टेबल अमनदीप कौर को 2 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था. उसके पास 17 ग्राम हीरोइन बरामद की गई थी. अगले दिन गुरमीत ने इस मामले में मीडिया से बात की और अपने आरोपों को सार्वजनिक किया. इसके बाद बलविंदर सिंह 4 अप्रैल को एक लोकल कोर्ट में पेश हुआ और गुरमीत के साथ विवाद में पड़ गया. आरोप है कि बलविंदर ने गुरमीत को कई थप्पड़ मारे. यह घटना कैमरे में कैद हो गई.
बलविंदर ने मीडिया से कहा,
गुरमीत कौर मेरे बारे में झूठे आरोप लगा रही हैं, इसलिए एक DSP ने मुझे उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करने को कहा है.
गुरमीत ने आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले की सही तरीके से जांच नहीं कर रही है और उन्हें चुप रहने के लिए दबाव डाल रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस उन्हें चुप रहने के लिए कह रही है और फोन जब्त करने की धमकी दे रही है.
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