पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान ने बड़ा कदम उठाया है. उसने कराची तट पर सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल के टेस्ट के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है. लेकिन उससे पहले ही भारतीय नौसेना ने गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर INS Surat का टेस्ट कर डाला है. ये टेस्ट 24 अप्रैल को अरब सागर में किया गया.
पाकिस्तान के मिसाइल टेस्ट से पहले ही अरब सागर में INS Surat की एंट्री, मिसाइल भी दागी
इससे पहले पाकिस्तान ने अरब सागर में नो-फ्लाई जोन घोषित कर दिया था. रिपोर्ट के अनुसार वो पहलगाम हमले के बाद भारत के साथ बढ़े तनाव के मद्देनजर एक नई मिसाइल का परीक्षण करने की तैयारी कर रहा है. कहा जा रहा है कि इस मिसाइल की मारक क्षमता 480 किलोमीटर बताई जा रही है, और इसका परीक्षण 24 या 25 अप्रैल को होने की उम्मीद है.

भारतीय नौसेना ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन करते हुए लाइव ऑपरेशन का वीडियो पोस्ट करते हुए X पर लिखा,
"भारतीय नौसेना के नवीनतम स्वदेशी निर्देशित मिसाइल डिस्ट्रॉयर INS Surat सूरत के समुद्र में स्थित एक लक्ष्य पर सफलतापूर्वक सटीक हमला किया. ये हमारी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में एक और मील का पत्थर है."
नौसेना ने आगे कहा,
"ये उपलब्धि देश के समुद्री हितों की रक्षा के लिए भारतीय नौसेना की अटूट प्रतिबद्धता और आत्मनिर्भर भारत के प्रति समर्पण का प्रमाण है."
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक पहलगाम हमले के बाद भारत के साथ बढ़े तनाव के मद्देनजर पाकिस्तान एक नई मिसाइल का परीक्षण करने की तैयारी कर रहा है. कहा जा रहा है कि इस मिसाइल की मारक क्षमता 480 किलोमीटर बताई जा रही है, और इसका परीक्षण 24 या 25 अप्रैल को होने की उम्मीद है. रक्षा सूत्रों के हवाले से ANI ने बताया कि पाकिस्तान अपनी तटीय सीमा के तहत एक्सक्लूसिव इकनॉमिक जोन में ये टेस्ट कर सकता है.

पहलगाम आतंकी हमले के अगले दिन भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि पर रोक लगा दी है. इसके अलावा भारत ने कुछ और फैसले लिए-
- पाकिस्तानी नागरिकों को SAARC वीजा छूट योजना के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. पाकिस्तानी नागरिकों को अतीत में जारी किए गए किसी भी SPES वीजा को रद्द माना जाएगा. SPES वीजा के तहत वर्तमान में भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे हैं.
- नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया जाता है. उनके पास भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय है. 1 मई तक उच्चायोगों की कुल संख्या को कम किया जाएगा. ये वर्तमान में 55 से घटाकर 30 कर दी जाएगी.
- इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से रक्षा, नौसेना और वायु सेना के सलाहकार, संबंधित उच्चायोगों में ये पद निरस्त माने जाते हैं.
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