महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और यूपी में हुए उपचुनावों के परिणाम घोषित होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन का इंतजार किया जा रहा था. 23 नवंबर की शाम को पीएम मोदी बीजेपी मुख्यालय पहुंचे और बीजेपी समर्थकों से मुखातिब हुए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ‘नकारात्मक राजनीति और परिवारवाद हार गए’ है. पीएम मोदी के मुताबिक ये यह चुनावी जीत ‘विकास और अच्छे शासन की जीत’ है.
BJP की जीत के बाद पीएम मोदी ने कांग्रेस को बताया 'परजीवी'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति असफल हो गई है, लेकिन उनका घमंड बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस केवल अपनी ही नाव नहीं डुबो रही, बल्कि अपने सहयोगियों की भी डुबो रही है."
बीजेपी मुख्यालय के पोडियम से पीएम मोदी ने कहा, “हम हमेशा लोगों के मुद्दों को उठाने में अग्रणी रहेंगे. मैं झारखंड के लोगों का उनके समर्थन के लिए धन्यवाद करता हूं.” पीएम मोदी ने अपने "एक हैं तो सुरक्षित हैं" वाले बयान का भी जिक्र किया. बोले कि ये ‘भाव’ उन लोगों को सबक सिखाने में सफल रहा है जो जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लोगों को लड़ाते हैं.
उन्होंने आगे कहा, “यह कांग्रेस और इंडी गठबंधन की पूरी विचारधारा को एक मजबूत झटका है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहा था.”
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उन्होंने "सांप्रदायिक तुष्टिकरण" के लिए कानून बनाए और अब देश की राजनीति में 'परजीवी' बन गई है. उन्होंने कहा, “कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति असफल हो गई है, लेकिन उनका घमंड बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस केवल अपनी ही नाव नहीं डुबो रही, बल्कि अपने सहयोगियों की भी डुबो रही है.”
पीएम ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने दिल्ली में कई संपत्तियों को वक्फ बोर्ड को सौंप दिया था, जो संविधान के अनुसार उचित नहीं था. उन्होंने कांग्रेस परिवार भी निशाना साधा. कहा, "कांग्रेस परिवार बिना सत्ता के नहीं रह सकता. यह चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकता है. आज कांग्रेस का शहरी नक्सलवाद भारत के लिए एक नई चुनौती बन गया है." उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे कांग्रेस की ‘वास्तविकता’ को समझें.
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