पहलगाम आतंकवादी हमले से जुड़ी पोस्ट करने के मामले में असम से आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है (Pahalgam Terror Attack). जिनमें एक विपक्षी विधायक भी शामिल है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि असम किसी भी ऐसे व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं करेगा जो पहलगाम में हुए जघन्य हमले के सिलसिले में पाकिस्तान का समर्थन या बचाव करता है.
पहलगाम हमले को लेकर पोस्ट किया, पत्रकार और विधायक को उठा ले गई पुलिस
Assam से आठ लोगों को Pahalgam Terror Attack से जुड़ी ऑनलाइन पोस्ट करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है. इनमें एक पत्रकार और एक विधायक भी शामिल हैं. CM Himanta Biswa Sarma ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने और क्या-क्या बताया?
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इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, आठ में से छह को शुक्रवार, 25 अप्रैल को हिरासत में लिया गया. जबकि AIUDF (ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) विधायक अमीनुल इस्लाम समेत दो और लोगों को गुरुवार, 24 अप्रैल को हिरासत में लिया गया था. इस बीच, मेघालय से एक और त्रिपुरा से दो लोगों को भी हमले के बारे में ऑनलाइन पोस्ट करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है. CM हेमंत बिस्वा सरमा ने X पर असम में हुई गिरफ्तारियों का ब्यौरा देते हुए पोस्ट किया,
असम किसी भी ऐसे व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं करेगा जो पहलगाम में हुए जघन्य हमले के सिलसिले में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान का समर्थन या बचाव करता है. अब तक, निम्नलिखित व्यक्तियों को सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के हित को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से बढ़ावा देने के लिए असम पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
•हैलाकांडी - मोहम्मद जाबिर हुसैन,
•सिलचर - मोहम्मद एके बहाउद्दीन, मोहम्मद जावेद मजूमदार,
•मोरीगांव - मोहम्मद महाहर मिया, मोहम्मद मुजीहिरुल इस्लाम,
•नागांव - मोहम्मद अमीनुल इस्लाम,
•शिवसागर - मोहम्मद साहिल अली.
कार्रवाई के तहत आगे की गिरफ्तारियां चल रही हैं.
असम पुलिस ने इसके बाद दो और लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें 25 साल के मोहम्मद जरीफ अली और सत्र मुक्ति संग्राम परिषद के जिला सचिव अनिल बनिया शामिल हैं.
विधायक क्या बोले थे?NDTV की रिपोर्ट की मुताबिक, विधायक अमीनुल इस्लाम को गुरुवार, 24 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था, जब उन्होंने दावा किया था कि 2019 में पुलवामा हमला और मंगलवार, 22 अप्रैल का पहलगाम हमला "सरकार की साजिश" थी. असम पुलिस ने ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा,
विधायक अमीनुल इस्लाम द्वारा सार्वजनिक रूप से दिए गए भ्रामक और भड़काऊ बयान के आधार पर नागांव पुलिस ने BNS की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है. ये बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिससे प्रतिकूल स्थिति पैदा होने की संभावना थी.
हालांकि, AIUDF प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने विधायक अमीनुल की टिप्पणियों से पार्टी को अलग कर लिया है. उन्होंने कहा,
यह हमारा बयान नहीं था. हम पहले ही अपना बयान स्पष्ट कर चुके हैं और इस तरह की स्थिति में हम हमेशा एकजुट होकर सरकार के साथ खड़े हैं. आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता और जो लोग आतंकवाद फैलाते हैं वे इस्लाम के खिलाफ हैं. वे इस्लाम और मुसलमानों को बदनाम कर रहे हैं.
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रिपोर्ट के मुताबिक अरेस्ट हुए लोगों में जाबिर हुसैन एक पत्रकार हैं. एके बहाउद्दीन, असम विश्वविद्यालय, सिलचर में कंप्यूटर विज्ञान के छात्र हैं, तो मोहम्मद जावेद मजूमदार एक वकील हैं और अनिल बनिया एक छात्र नेता हैं. वहीं, मेघालय में 30 साल की साइमन शायला को एक समाचार चैनल के वीडियो पर टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. उन पर आपराधिक साजिश रचने, धार्मिक दुश्मनी को बढ़ावा देने और राष्ट्रीय अखंडता को खतरे में डालने का आरोप लगाया गया है.
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