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बुकिंग कैंसिल, होटल खाली...पहलगाम हमले के बाद कश्मीर में बहुत कुछ बदल गया

Pahalgam Terror Attack: स्थानीय होटल संचालकों ने बताया कि तकरीबन 75 प्रतिशत होटल खाली पड़े हैं. कोई नया टूरिस्ट नहीं आ रहा है. हमले के बाद पर्यटकों में डर फैल गया है. जिसने कश्मीर की पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था पर गंभीर संकट पैदा कर दिया है.

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हमले के बाद पर्यटकों ने अपनी ट्रैवल बुकिंग कैंसल कर दी है (फोटो: आजतक)

पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर के पर्यटन पर बड़ा असर देखने को मिल रहा है. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक करीब 90% तक पर्यटकों ने अपनी ट्रैवल बुकिंग कैंसिल कर दी है (Pahalgam Terror Attack). पहलगाम के बाद अब गुलमर्ग, सोनमर्ग समेत कई पर्यटन स्थलों पर बुकिंग रद्द हो रही हैं. स्थानीय होटल संचालकों ने बताया कि तकरीबन 75 प्रतिशत होटल खाली पड़े हैं. कोई नया टूरिस्ट नहीं आ रहा है. हमले के बाद पर्यटकों में डर फैल गया है. जिसने कश्मीर की पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था को फिलहाल मुश्किल में डाल दिया है. 

ये हमला ऐसे वक्त में हुआ, जब 2019 में अनुच्छेद 370 हटने के बाद से कश्मीर में पर्यटन तेजी से बढ़ा था. जम्मू कश्मीर पर्यटन विभाग के मुताबिक, 2022 में करीब 1.89 करोड़ पर्यटक और 2024 में 2.35 करोड़ पर्यटक जम्मू कश्मीर पहुंचे थे. इस मौसम में भी देश भर से हजारों टूरिस्ट आने की उम्मीद जताई जा रही थी. लेकिन पहलगाम हमले के चलते फिलहाल,पर्यटक कश्मीर जाने से बचते नज़र आ रहे हैं. स्थानीय होटल व्यवसायियों का कहना है कि इससे उन्हें बहुत नुकसान हुआ है. आजतक से बात करते हुए गुलमर्ग के एक होटल मैनेजर ने बताया,

हमारे पास होटल बुकिंग कैंसिलेशन की कॉल्स आ रही है और कैंसिलेशन एक्सेप्ट भी हो रहे हैं. ये सिर्फ गुलमर्ग की बात नहीं है. पूरी घाटी का यही हाल है. 

वहीं, एक दूसरे होटल मैनेजर ने बताया, 

हमले के बाद पिछले दो दिनों से इसका पूरे होटल व्यवसाय पर बहुत बुरा असर पड़ा है. साथ ही ट्रांसपोटर्स और शिकारा राइडर्स पर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है. हमारे पास होटल की बुकिंग्स फुल थी, लेकिन हमले के बाद कैंसिलेशन आने शुरू हो गए.

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पहलगाम के एक होटल ‘ब्लैक पैरी’ के मैनेजर उमर राशिद ने आजतक को बताया कि हमले के बाद लोग परेशान हैं. हालांकि वे होटल के अंदर ही हैं और सेफ हैं. बुकिंग कैंसिलेशन को लेकर उन्होंने बताया,

हमले के बाद लोगों ने होटल की बुकिंग कैंसल करना शुरु कर दिया है. जो लोग होटल में रुके हैं, वे भी वापस अपने घर जा रहे हैं.

बता दें कि जम्मू कश्मीर की अर्थव्यवस्था काफी हद तक पर्यटन पर निर्भर है. यहां की GDP में टूरिज्म का बड़ा योगदान रहता है. पहलगाम हमले के बाद यहां के हालात अचानक बदल गए है. स्थानीय लोगों का मानना है कि इसका असर होटल, रेस्टोरेंट, टैक्सी सर्विसेज समेत लोकल बिजनेसेज पर पड़ेगा.

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