केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने लिव इन रिलेशनशिप (Live In Relationship) और समलैंगिक विवाह (Same Sex Marriage) को समाज के लिए गलत बताया है. बुधवार, 19 दिसंबर को टेलीकास्ट हुए एक यूट्यूब पॉडकॉस्ट शो में केंद्रीय मंत्री गडकरी से पूछा गया कि इस प्रवृत्ति (लिव इन और समलैंगिकता) का समाज पर क्या असर होगा? इस पर गडकरी ने कहा कि लिव इन रिलेशनशिप का कॉन्सेप्ट गलत है और यह समाज के नियमों के खिलाफ है. उनके मुताबिक समलैंगिक विवाह भी सामाजिक ढांचे को ध्वस्त कर देगा. केंद्रीय मंत्री ने इसके पीछे की वजह भी बताई है.
नितिन गडकरी ने लिव इन रिलेशन और समलैंगिक शादी को बताया 'गलत', बोले- पुरुषों को 2 औरतें...
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने एक यूट्यूब पॉडकास्ट में कहा कि लिव इन रिलेशनशिप का कॉन्सेप्ट गलत है और यह समाज के नियमों के खिलाफ है. उन्होंने बताया कि कैसे लिव इन रिलेशनशिप (Live In Relationship) और समलैंगिक विवाह (Same Sex Marriage) सामाजिक ढांचे को ध्वस्त कर देंगे.
नितिन गडकरी ने कहा, 'अगर आप शादी नहीं करेंगे तो बच्चे कैसे पैदा करेंगे? उन बच्चों का भविष्य क्या होगा? अगर आप सामाजिक ढांचे को खत्म कर देंगे तो लोगों पर इसका क्या असर होगा?'
गडकरी के मुताबिक बच्चे पैदा करना और उनका सही तरीके से पालन-पोषण करना माता-पिता का कर्तव्य है. अगर आप कहते हैं कि आपने मजे के लिए बच्चे पैदा किए हैं और जिम्मेदारी नहीं उठाना चाहते तो यह सही नहीं है.
गडकरी ने आगे कहा-
एक बार मैंने लंदन में ब्रिटिश संसद का दौरा किया था. इस दौरान मैंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से उनके देश के सामने खड़े सबसे बड़े मुद्दों के बारे में पूछा था. तब मुझे पता चला कि यूरोपीय देशों में सबसे बड़ी समस्या यह है कि पुरुष-महिलाएं शादी में रुचि नहीं रखते और लिव इन रिलेशनशिप को प्राथमिकता देते हैं.
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक समाज में लिंगानुपात (सेक्स रेश्यो) का संतुलन बना रहना जरूरी है. अगर प्रति 1000 पुरुषों पर 1500 महिलाएं होंगी तो पुरुषों को 2 पत्नियां रखने की इजाजत भी देनी पड़ सकती है.
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बता दें कि 2011 की जनगणना के मुताबिक, भारत में प्रति 1000 पुरुषों पर 943 महिलाएं हैं. जबकि 2021 में नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में प्रति 1000 पुरुषों पर 1020 महिलाएं हैं.
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