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NCERT की बुक से मुगल और दिल्ली सल्तनत का चैप्टर हटा, अब पढ़ाया जाएगा 'महाकुंभ'

NCERT ने Class 7 की टेक्स्टबुक से मुगल और दिल्ली सल्तनत से जुड़े सारे चैप्टर हटा दिए हैं. नई किताब में Maha Kumbh 2025 में 66 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की बात तो कही गई है. इसके अलावा सरकारी योजनाओं पर भी जोर दिया गया है.

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NCERT ने क्लास 7 की सामाजिक विज्ञान की किताब में बदलाव किया है. (NCERT)

नेशनल काउंसिल फॉर एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने कक्षा 7 की सामाजिक विज्ञान की किताब में बड़ा बदलाव किया है. NCERT ने इस किताब में से मुगलों और दिल्ली सल्तनत से जुड़ा पूरा हिस्सा हटा दिया है. इसकी जगह पर ‘पवित्र स्थल’, ‘महाकुंभ’ और ‘सरकारी योजनाओं’ पर जोर दिया गया है. इस बदलाव को न्यू एजुकेशन पॉलिसी (NEP 2020) और नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर स्कूल एजुकेशन (NCFSE) 2023 के अनुरूप बताया गया है, जिसका मकसद शिक्षा में भारतीय ज्ञान, परंपराओं और स्थानीय सोच को जोड़ना है.

क्लास 7 की सामाजिक विज्ञान की किताब का नाम 'एक्सप्लोरिंग सोसाइटी: इंडिया एंड बियॉन्ड' (Exploring Society: India and Beyond) है. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, इसमें अब मौर्य, शुंग, सातवाहन जैसे प्राचीन भारतीय राजवंशों पर फोकस किया गया है. वहीं मुगलों, तुगलकों, खिलजियों, ममलूक और लोधी वंश जैसे मध्यकालीन शासकों का अब कोई जिक्र नहीं है.

एक नया चैप्टर 'हाउ दी लैंड बिकम्स सेक्रेड’ (How the Land Becomes Sacred) भी जोड़ा गया है. इसमें बताया गया है कि भारत और दूसरे देशों में कैसे जमीन को पवित्र माना जाता है. इस चैप्टर में इस्लाम, ईसाई, यहूदी, पारसी, हिंदू, बौद्ध और सिख धर्म जैसे धर्मों के लिए भारत और विदेश में पवित्र माने जाने वाले स्थानों और तीर्थस्थलों के बारे में भी बताया गया है.

इसके अलावा, चार धाम यात्रा, 12 ज्योतिर्लिंग, शक्तिपीठ और पवित्र नदियों के संगम की चर्चा है. साथ ही यह भी बताया गया है कि किस तरह बद्रीनाथ से कन्याकुमारी तक भारत को ‘तीर्थों की भूमि’ माना गया है.

महाकुंभ का जिक्र

इसमें साल 2025 में प्रयागराज में हुए महाकुंभ का जिक्र भी है, जिसमें 66 करोड़ तीर्थयात्रियों की भागीदारी बताई गई है. हालांकि, इसी महाकुंभ में हुई भगदड़ में 30 तीर्थयात्रियों की मौत और कई लोगों के घायल होने की कोई जानकारी किताब में नहीं दी गई है.

नए सिलेबस में सरकार की योजनाओं जैसे ‘मेक इन इंडिया’, ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ और ‘अटल टनल’ को भी जगह दी गई है. संविधान पर बेस्ड एक चैप्टर में बताया गया है कि पहले लोग अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहरा सकते थे, लेकिन 2004 में सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद यह अधिकार आम लोगों को मिला.

NCERT के अधिकारियों के मुताबिक, यह कक्षा 7 की सामाजिक विज्ञान की किताब का पार्ट-1 है. किताब का पार्ट-2 आने वाले दिनों में जारी किया जाएगा. फिलहाल, यह साफ नहीं है कि पार्ट 2 में मुगल और दिल्ली सल्तनत से जुड़े चैप्टर को शामिल किया जाएगा या नहीं. 

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