उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में लोनी से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अपनी ही सरकार को आड़े हाथों लिया है. गुर्जर ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को 'अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार' बताया है. उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी सरकार के अधिकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गुमराह कर रहे हैं. 20 मार्च को कलश यात्रा के दौरान BJP विधायक का गाजियाबाद पुलिस के साथ विवाद हो गया था. इसके बाद से नंदकिशोर गुर्जर लगातार सरकारी अधिकारियों पर हमलावर हैं.
BJP विधायक ने यूपी सरकार को बताया 'सबसे भ्रष्ट', बोले चीफ सेक्रेटरी ने योगी पर काला जादू कर दिया
गाजियाबाद के लोनी से BJP विधायक Nand Kishor Gurjar का UP पुलिस के साथ विवाद हुआ था. इस मामले में डासना पीठ के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने विधायक का समर्थन किया है. क्या है ये पूरा मामला?

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, नंदकिशोर गुर्जर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये सभी आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने उनके कपड़े फाड़ दिए. लोनी के विधायक का कहना है कि चीफ सेक्रेटरी ने काले जादू से महाराज जी (योगी आदित्यनाथ) का दिमाग बांध दिया है.
गुर्जर ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने अयोध्या में जमीन लूटी है. उन्होंने अपनी पार्टी की सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर गोहत्या चल रही है. उन्होंने कहा कि लोगों को फर्जी मुठभेड़ों में मारा जा रहा है.
इस मामले में डासना पीठ के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरी BJP विधायक नंदकिशोर गुर्जर के समर्थन में आ गए हैं. उन्होंने रामकथा की कलश यात्रा के दौरान पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया है. उन्होंने इसे हिंदुओं का अपमान बताया और सीधे तौर पर सीएम योगी आदित्यनाथ को चेतावनी दी.
यति नरसिंहानंद ने एलान किया कि पुलिस अधिकारी अजय मिश्रा के तबादले तक अन्न ग्रहण नहीं करूंगा. उन्होंने कहा कि मेरे मन में कल से अपने इतने पवित्र धर्म ग्रंथ का अपमान करने वाले के मुंह पर तमाचे लगाने का मन कर रहा है, लेकिन मैं यह नहीं कर पा रहा. पुलिस, प्रशासन ने हमारी हत्या की साजिश रची है. मेरी सिक्योरिटी कम करवाई गई. इस बीच सीएम योगी को चेतावनी देते हुए यति नरसिंहानंद ने राष्ट्रपिता महात्मा महात्मा गांधी के लिए अपमानजनक बातें कहीं. इस मामले में गाजियाबाद पुलिस ने उनके खिलाफ FIR दर्ज की है.
यति नरसिंहानंद गिरि पर एक वीडियो में कथित तौर पर नफरत फैलाने और जिले के शीर्ष पुलिस अधिकारियों को गाली देने का मामला दर्ज किया गया है. अधिकारियों ने शनिवार, 22 मार्च को यह जानकारी दी. FIR के अनुसार, डासना देवी मंदिर के पुजारी पर महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने, धार्मिक भावनाओं को भड़काने, आपराधिक धमकी देने, अपमान करने, बदनाम करने और सार्वजनिक शांति भंग करने के इरादे से गलत शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है.
यति नरसिंहानंद पर आरोप ये भी है कि उन्होंने एक वीडियो में गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर और लोनी के असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. पुलिस कमिश्नर (ग्रामीण) सुरेंद्र नाथ तिवारी ने कहा कि शुक्रवार, 21 मार्च को वेव सिटी थाने में शिकायत दर्ज की गई है. इसमें आरोप लगाया गया है कि नरसिंहानंद के बयान सांप्रदायिक सद्भाव को भड़काने के लिए तैयार किए गए थे.
दरअसल, 20 मार्च को नंदकिशोर गुर्जर ने लोनी में 'राम कलश यात्रा' निकाली थी. हालांकि, पुलिस ने इस यात्रा को रोक दिया. विधायक के समर्थक यात्रा निकालने पर अड़े थे, जबकि पुलिस रोक रही थी. पुलिस का कहना है कि इस यात्रा की इजाजत नहीं ली गई थी, जबकि विधायक का कहना है कि यह यात्रा पारंपरिक है, इसलिए इजाजत की जरूरत नहीं थी. हालांकि, विधायक का कहना है कि उन्होंने लोनी के उपजिलाधिकारी के पास यात्रा निकालने के लिए आवेदन दिया गया था.
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